Deutsch 26-Hesekiel 033(Schl2000)
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1 | Hesekiel 33,1 | Und das Wort des HERRN erging an mich folgendermaßen: | --- das ---- --- HERRN ------ -- mich ---------------- | --- --- Wort --- ----- ------ -- mich ---------------- | Hesekiel 33,1 |
2 | Hesekiel 33,2 | Menschensohn, rede zu den Kindern deines Volkes und sage ihnen: Wenn ich das Schwert über ein Land bringe, so nimmt das Volk des Landes einen Mann aus seiner Mitte und bestimmt ihn zu seinem Wächter. | ------------- rede -- --- Kindern ------ ------ und ---- ------ Wenn --- --- Schwert ----- --- Land ------- -- nimmt --- ---- des ------ ----- Mann --- ------ Mitte --- -------- ihn -- ------ Wächter. | ------------- ---- zu --- ------- ------ ------ und ---- ------ ---- --- das ------- ----- --- ---- bringe, -- ----- --- ---- des ------ ----- ---- --- seiner ----- --- -------- --- zu ------ --------- | Hesekiel 33,2 |
3 | Hesekiel 33,3 | Wenn nun dieser das Schwert über sein Land kommen sieht, so stößt er ins Schopharhorn und warnt das Volk. | ---- nun ------ --- Schwert ----- ---- Land ------ ------ so ------- -- ins ------------ --- warnt --- ----- | ---- --- dieser --- ------- ----- ---- Land ------ ------ -- ------- er --- ------------ --- ----- das ----- | Hesekiel 33,3 |
4 | Hesekiel 33,4 | Wenn dann jemand den Schall des Schopharhornes hört und sich nicht warnen lassen will, und das Schwert kommt und rafft ihn weg, so kommt sein Blut auf seinen Kopf; | ---- dann ------ --- Schall --- -------------- hört --- ---- nicht ------ ------ will, --- --- Schwert ----- --- rafft --- ---- so ----- ---- Blut --- ------ Kopf; | ---- ---- jemand --- ------ --- -------------- hört --- ---- ----- ------ lassen ----- --- --- ------- kommt --- ----- --- ---- so ----- ---- ---- --- seinen ----- | Hesekiel 33,4 |
5 | Hesekiel 33,5 | denn da er den Schall des Schopharhornes hörte, sich aber nicht warnen ließ, so sei sein Blut auf ihm! Hätte er sich warnen lassen, so hätte er seine Seele gerettet. | ---- da -- --- Schall --- -------------- hörte, ---- ---- nicht ------ ------ so --- ---- Blut --- ---- Hätte -- ---- warnen ------- -- hätte -- ----- Seele --------- | ---- -- er --- ------ --- -------------- hörte, ---- ---- ----- ------ ließ, -- --- ---- ---- auf ---- ------ -- ---- warnen ------- -- ------ -- seine ----- --------- | Hesekiel 33,5 |
6 | Hesekiel 33,6 | Wenn aber der Wächter das Schwert kommen sieht und nicht ins Schopharhorn stößt und das Volk nicht gewarnt wird und das Schwert kommt und einen von ihnen wegrafft, so wird derjenige zwar um seiner Sünde willen weggerafft, aber sein Blut werde ich von der Hand des Wächters fordern. | ---- aber --- -------- das ------- ------ sieht --- ----- ins ------------ ------- und --- ---- nicht ------- ---- und --- ------- kommt --- ----- von ----- --------- so ---- --------- zwar -- ------ Sünde ------ ----------- aber ---- ---- werde --- --- der ---- --- Wächters -------- | ---- ---- der -------- --- ------- ------ sieht --- ----- --- ------------ stößt --- --- ---- ----- gewarnt ---- --- --- ------- kommt --- ----- --- ----- wegrafft, -- ---- --------- ---- um ------ ------ ------ ----------- aber ---- ---- ----- --- von --- ---- --- --------- fordern. | Hesekiel 33,6 |
7 | Hesekiel 33,7 | Nun habe ich dich, o Menschensohn, für das Haus Israel zum Wächter bestellt, damit du das Wort aus meinem Mund hören und sie von mir aus warnen sollst. | --- habe --- ----- o ------------- ---- das ---- ------ zum -------- --------- damit -- --- Wort --- ------ Mund ------ --- sie --- --- aus ------ ------- | --- ---- ich ----- - ------------- ---- das ---- ------ --- -------- bestellt, ----- -- --- ---- aus ------ ---- ------ --- sie --- --- --- ------ sollst. | Hesekiel 33,7 |
8 | Hesekiel 33,8 | Wenn ich zu dem Gottlosen sage: »Du Gottloser, du musst gewisslich sterben!« und du sagst es ihm nicht, um den Gottlosen vor seinem Weg zu warnen, so wird jener, der Gottlose, um seiner Sünde willen sterben; aber sein Blut will ich von deiner Hand fordern. | ---- ich -- --- Gottlosen ----- ---- Gottloser, -- ----- gewisslich ---------- --- du ----- -- ihm ------ -- den --------- --- seinem --- -- warnen, -- ---- jener, --- --------- um ------ ------ willen -------- ---- sein ---- ---- ich --- ------ Hand -------- | ---- --- zu --- --------- ----- ---- Gottloser, -- ----- ---------- ---------- und -- ----- -- --- nicht, -- --- --------- --- seinem --- -- ------- -- wird ------ --- --------- -- seiner ------ ------ -------- ---- sein ---- ---- --- --- deiner ---- -------- | Hesekiel 33,8 |
9 | Hesekiel 33,9 | Wenn du aber den Gottlosen vor seinem Weg warnst, damit er davon umkehrt, und er von seinem Weg nicht umkehren will, so wird er um seiner Sünde willen sterben; du aber hast deine Seele gerettet. | ---- du ---- --- Gottlosen --- ------ Weg ------- ----- er ----- -------- und -- --- seinem --- ----- umkehren ----- -- wird -- -- seiner ------ ------ sterben; -- ---- hast ----- ----- gerettet. | ---- -- aber --- --------- --- ------ Weg ------- ----- -- ----- umkehrt, --- -- --- ------ Weg ----- -------- ----- -- wird -- -- ------ ------ willen -------- -- ---- ---- deine ----- --------- | Hesekiel 33,9 |
10 | Hesekiel 33,10 | Du nun, Menschensohn, sprich zu dem Haus Israel: So redet ihr und sagt: »Unsere öœbertretungen und unsere Sünden liegen auf uns, dass wir darunter verschmachten; wie können wir leben?« | -- nun, ------------- ------ zu --- ---- Israel: -- ----- ihr --- ----- »Unsere ---------------- --- unsere ------- ------ auf ---- ---- wir -------- -------------- wie ------- --- leben?« | -- ---- Menschensohn, ------ -- --- ---- Israel: -- ----- --- --- sagt: -------- ---------------- --- ------ Sünden ------ --- ---- ---- wir -------- -------------- --- ------- wir -------- | Hesekiel 33,10 |
11 | Hesekiel 33,11 | Sprich zu ihnen: So wahr ich lebe, spricht GOTT, der Herr: Ich habe kein Gefallen am Tod des Gottlosen, sondern daran, dass der Gottlose umkehre von seinem Weg und lebe! Kehrt um, kehrt um von euren bösen Wegen! Warum wollt ihr sterben, o Haus Israel? | ------ zu ------ -- wahr --- ----- spricht ----- --- Herr: --- ---- kein -------- -- Tod --- ---------- sondern ------ ---- der -------- ------- von ------ --- und ----- ----- um, ----- -- von ----- ------ Wegen! ----- ----- ihr -------- - Haus ------- | ------ -- ihnen: -- ---- --- ----- spricht ----- --- ----- --- habe ---- -------- -- --- des ---------- ------- ------ ---- der -------- ------- --- ------ Weg --- ----- ----- --- kehrt -- --- ----- ------ Wegen! ----- ----- --- -------- o ---- ------- | Hesekiel 33,11 |
12 | Hesekiel 33,12 | Und du, Menschensohn, sprich zu den Kindern deines Volkes: Den Gerechten wird seine Gerechtigkeit nicht retten an dem Tag, da er sich versündigt; und den Gottlosen wird seine Gottlosigkeit nicht zu Fall bringen an dem Tag, da er von seinem gottlosen Wesen umkehrt, so wenig wie den Gerechten seine Gerechtigkeit am Leben erhalten wird an dem Tag, da er sündigt. | --- du, ------------- ------ zu --- ------- deines ------- --- Gerechten ---- ----- Gerechtigkeit ----- ------ an --- ---- da -- ---- versündigt; --- --- Gottlosen ---- ----- Gottlosigkeit ----- -- Fall ------- -- dem ---- -- er --- ------ gottlosen ----- -------- so ----- --- den --------- ----- Gerechtigkeit -- ----- erhalten ---- -- dem ---- -- er --------- | --- --- Menschensohn, ------ -- --- ------- deines ------- --- --------- ---- seine ------------- ----- ------ -- dem ---- -- -- ---- versündigt; --- --- --------- ---- seine ------------- ----- -- ---- bringen -- --- ---- -- er --- ------ --------- ----- umkehrt, -- ----- --- --- Gerechten ----- ------------- -- ----- erhalten ---- -- --- ---- da -- --------- | Hesekiel 33,12 |
13 | Hesekiel 33,13 | Wenn ich von dem Gerechten sage: »Er soll gewisslich leben!«, und er verlässt sich auf seine Gerechtigkeit und tut Unrecht, so soll nicht mehr an all seine gerechten Taten gedacht werden; sondern um seines Unrechts willen, das er getan hat, soll er sterben. | ---- ich --- --- Gerechten ----- ---- soll ---------- --------- und -- --------- sich --- ----- Gerechtigkeit --- --- Unrecht, -- ---- nicht ---- -- all ----- --------- Taten ------- ------- sondern -- ------ Unrechts ------- --- er ----- ---- soll -- -------- | ---- --- von --- --------- ----- ---- soll ---------- --------- --- -- verlässt ---- --- ----- ------------- und --- -------- -- ---- nicht ---- -- --- ----- gerechten ----- ------- ------- ------- um ------ -------- ------- --- er ----- ---- ---- -- sterben. | Hesekiel 33,13 |
14 | Hesekiel 33,14 | Und wenn ich zu dem Gottlosen sage: »Du sollst gewisslich sterben!«, und er kehrt von seiner Sünde um und übt Recht und Gerechtigkeit, | --- wenn --- -- dem --------- ----- »Du ------ ---------- sterben!«, --- -- kehrt --- ------ Sünde -- --- übt ----- --- Gerechtigkeit, | --- ---- ich -- --- --------- ----- »Du ------ ---------- ----------- --- er ----- --- ------ ------ um --- ---- ----- --- Gerechtigkeit, | Hesekiel 33,14 |
15 | Hesekiel 33,15 | so dass der Gottlose das Pfand wiedergibt, den Raub zurückerstattet und in den Satzungen des Lebens wandelt, ohne Unrecht zu tun, so soll er gewisslich leben und nicht sterben. | -- dass --- -------- das ----- ----------- den ---- ---------------- und -- --- Satzungen --- ------ wandelt, ---- ------- zu ---- -- soll -- ---------- leben --- ----- sterben. | -- ---- der -------- --- ----- ----------- den ---- ---------------- --- -- den --------- --- ------ -------- ohne ------- -- ---- -- soll -- ---------- ----- --- nicht -------- | Hesekiel 33,15 |
16 | Hesekiel 33,16 | Auch soll bei ihm nicht mehr an alle seine Sünden gedacht werden, die er getan hat; er hat Recht und Gerechtigkeit geübt, er soll gewisslich leben! | ---- soll --- --- nicht ---- -- alle ----- ------- gedacht ------- --- er ----- ---- er --- ----- und ------------- ------- er ---- ---------- leben! | ---- ---- bei --- ----- ---- -- alle ----- ------- ------- ------- die -- ----- ---- -- hat ----- --- ------------- ------- er ---- ---------- ------ | Hesekiel 33,16 |
17 | Hesekiel 33,17 | Dennoch sagen die Kinder deines Volkes: »Der Weg des Herrn ist nicht richtig!« - dabei ist es doch ihr Weg, der nicht richtig ist! | ------- sagen --- ------ deines ------- ----- Weg --- ----- ist ----- ---------- - ----- --- es ---- --- Weg, --- ----- richtig ---- | ------- ----- die ------ ------ ------- ----- Weg --- ----- --- ----- richtig!« - ----- --- -- doch --- ---- --- ----- richtig ---- | Hesekiel 33,17 |
18 | Hesekiel 33,18 | Wenn der Gerechte sich von seiner Gerechtigkeit abkehrt und Unrecht tut, so muss er deshalb sterben; | ---- der -------- ---- von ------ ------------- abkehrt --- ------- tut, -- ---- er ------- -------- | ---- --- Gerechte ---- --- ------ ------------- abkehrt --- ------- ---- -- muss -- ------- -------- | Hesekiel 33,18 |
19 | Hesekiel 33,19 | wenn aber der Gottlose sich von seiner Gottlosigkeit abkehrt und Recht und Gerechtigkeit übt, so soll er deswegen leben! | ---- aber --- -------- sich --- ------ Gottlosigkeit ------- --- Recht --- ------------- übt, -- ---- er -------- ------ | ---- ---- der -------- ---- --- ------ Gottlosigkeit ------- --- ----- --- Gerechtigkeit ----- -- ---- -- deswegen ------ | Hesekiel 33,19 |
20 | Hesekiel 33,20 | Da ihr aber sagt: »Der Weg des HERRN ist nicht richtig!«, so will ich jeden von euch nach seinen Wegen richten, Haus Israel! | -- ihr ---- ----- »Der --- --- HERRN --- ----- richtig!«, -- ---- ich ----- --- euch ---- ------ Wegen -------- ---- Israel! | -- --- aber ----- ----- --- --- HERRN --- ----- ----------- -- will --- ----- --- ---- nach ------ ----- -------- ---- Israel! | Hesekiel 33,20 |
21 | Hesekiel 33,21 | Und es geschah im zwölften Jahr, am fünften Tag des zehnten Monats unserer Gefangenschaft, da kam ein Entflohener von Jerusalem zu mir und sprach: Die Stadt ist geschlagen! | --- es ------- -- zwölften ----- -- fünften --- --- zehnten ------ ------- Gefangenschaft, -- --- ein ----------- --- Jerusalem -- --- und ------- --- Stadt --- ----------- | --- -- geschah -- --------- ----- -- fünften --- --- ------- ------ unserer --------------- -- --- --- Entflohener --- --------- -- --- und ------- --- ----- --- geschlagen! | Hesekiel 33,21 |
22 | Hesekiel 33,22 | Aber die Hand des HERRN war auf mich gekommen an dem Abend, ehe der Entflohene zu mir kam, und er hatte mir den Mund aufgetan, als jener am Morgen zu mir kam; und der Mund wurde mir aufgetan, so dass ich nicht mehr stumm war. | ---- die ---- --- HERRN --- --- mich -------- -- dem ------ --- der ---------- -- mir ---- --- er ----- --- den ---- --------- als ----- -- Morgen -- --- kam; --- --- Mund ----- --- aufgetan, -- ---- ich ----- ---- stumm ---- | ---- --- Hand --- ----- --- --- mich -------- -- --- ------ ehe --- ---------- -- --- kam, --- -- ----- --- den ---- --------- --- ----- am ------ -- --- ---- und --- ---- ----- --- aufgetan, -- ---- --- ----- mehr ----- ---- | Hesekiel 33,22 |
23 | Hesekiel 33,23 | Da erging das Wort des HERRN an mich folgendermaßen: | -- erging --- ---- des ----- -- mich ---------------- | -- ------ das ---- --- ----- -- mich ---------------- | Hesekiel 33,23 |
24 | Hesekiel 33,24 | Menschensohn, die Bewohner dieser Ruinen im Land Israel sagen: »Abraham war nur ein einzelner Mann und hat das Land zum Besitz erhalten; wir aber sind viele, und uns ist das Land zum Besitz gegeben!« | ------------- die -------- ------ Ruinen -- ---- Israel ------ --------- war --- --- einzelner ---- --- hat --- ---- zum ------ --------- wir ---- ---- viele, --- --- ist --- ---- zum ------ ---------- | ------------- --- Bewohner ------ ------ -- ---- Israel ------ --------- --- --- ein --------- ---- --- --- das ---- --- ------ --------- wir ---- ---- ------ --- uns --- --- ---- --- Besitz ---------- | Hesekiel 33,24 |
25 | Hesekiel 33,25 | Darum sprich zu ihnen: So spricht GOTT, der Herr: Ihr habt [das Fleisch] mitsamt dem Blut gegessen; ihr habt eure Augen zu euren Götzen erhoben und habt Blut vergossen; und ihr solltet dennoch das Land besitzen? | ----- sprich -- ------ So ------- ----- der ----- --- habt ---- -------- mitsamt --- ---- gegessen; --- ---- eure ----- -- euren ------- ------- und ---- ---- vergossen; --- --- solltet ------- --- Land --------- | ----- ------ zu ------ -- ------- ----- der ----- --- ---- ---- Fleisch] ------- --- ---- --------- ihr ---- ---- ----- -- euren ------- ------- --- ---- Blut ---------- --- --- ------- dennoch --- ---- --------- | Hesekiel 33,25 |
26 | Hesekiel 33,26 | Ihr verlasst euch auf euer Schwert; ihr [Frauen] verübt Gräuel und ihr [Männer] verunreinigt einer die Frau des anderen; und ihr solltet dennoch das Land besitzen? | --- verlasst ---- --- euer -------- --- [Frauen] ------- ------- und --- --------- verunreinigt ----- --- Frau --- -------- und --- ------- dennoch --- ---- besitzen? | --- -------- euch --- ---- -------- --- [Frauen] ------- ------- --- --- [Männer] ------------ ----- --- ---- des -------- --- --- ------- dennoch --- ---- --------- | Hesekiel 33,26 |
27 | Hesekiel 33,27 | So sollst du zu ihnen reden: So spricht GOTT, der Herr: So wahr ich lebe, alle die, welche in diesen Ruinen wohnen, sollen durchs Schwert fallen; und wer auf dem freien Feld ist, den will ich den wilden Tieren zum Fraß preisgeben; die aber in den Festungen und Höhlen sind, sollen an der Pest sterben! | -- sollst -- -- ihnen ------ -- spricht ----- --- Herr: -- ---- ich ----- ---- die, ------ -- diesen ------ ------- sollen ------ ------- fallen; --- --- auf --- ------ Feld ---- --- will --- --- wilden ------ --- Fraß ----------- --- aber -- --- Festungen --- ------- sind, ------ -- der ---- -------- | -- ------ du -- ----- ------ -- spricht ----- --- ----- -- wahr --- ----- ---- ---- welche -- ------ ------ ------- sollen ------ ------- ------- --- wer --- --- ------ ---- ist, --- ---- --- --- wilden ------ --- ----- ----------- die ---- -- --- --------- und ------- ----- ------ -- der ---- -------- | Hesekiel 33,27 |
28 | Hesekiel 33,28 | Und ich will das Land zur Einöde machen und es verwüsten; und ihre Kraft, auf die sie stolz sind, soll ein Ende haben; und die Berge Israels sollen so schrecklich wüst daliegen, dass niemand darüber hinwandern wird. | --- ich ---- --- Land --- ------- machen --- -- verwüsten; --- ---- Kraft, --- --- sie ----- ----- soll --- ---- haben; --- --- Berge ------- ------ so ----------- ----- daliegen, ---- ------- darüber ---------- ----- | --- --- will --- ---- --- ------- machen --- -- ----------- --- ihre ------ --- --- --- stolz ----- ---- --- ---- haben; --- --- ----- ------- sollen -- ----------- ----- --------- dass ------- -------- ---------- ----- | Hesekiel 33,28 |
29 | Hesekiel 33,29 | Dann werden sie erkennen, dass ich der HERR bin, wenn ich das Land zur Einöde machen und es verwüsten werde wegen aller ihrer Gräuel, die sie verübt haben. | ---- werden --- --------- dass --- --- HERR ---- ---- ich --- ---- zur ------- ------ und -- ---------- werde ----- ----- ihrer -------- --- sie ------- ------ | ---- ------ sie --------- ---- --- --- HERR ---- ---- --- --- Land --- ------- ------ --- es ---------- ----- ----- ----- ihrer -------- --- --- ------- haben. | Hesekiel 33,29 |
30 | Hesekiel 33,30 | Und du, Menschensohn, die Kinder deines Volkes unterreden sich deinetwegen an den Wänden und unter den Türen der Häuser und sagen zueinander, jeder zu seinem Bruder: »Kommt doch und hört, was für ein Wort vom HERRN ausgeht!« | --- du, ------------- --- Kinder ------ ------ unterreden ---- ----------- an --- ------- und ----- --- Türen --- ------- und ----- ----------- jeder -- ------ Bruder: ------- ---- und ------ --- für --- ---- vom ----- ---------- | --- --- Menschensohn, --- ------ ------ ------ unterreden ---- ----------- -- --- Wänden --- ----- --- ------ der ------- --- ----- ----------- jeder -- ------ ------- ------- doch --- ------ --- ---- ein ---- --- ----- ---------- | Hesekiel 33,30 |
31 | Hesekiel 33,31 | Und sie werden zu dir kommen, wie das Volk zusammenkommt, und werden als mein Volk vor dir sitzen und deine Worte hören, aber nicht danach handeln. Denn wenn sie auch mit dem Mund ihre Liebe bekunden, so läuft ihr Herz doch hinter dem Gewinn her. | --- sie ------ -- dir ------- --- das ---- -------------- und ------ --- mein ---- --- dir ------ --- deine ----- ------- aber ----- ------ handeln. ---- ---- sie ---- --- dem ---- ---- Liebe --------- -- läuft --- ---- doch ------ --- Gewinn ---- | --- --- werden -- --- ------- --- das ---- -------------- --- ------ als ---- ---- --- --- sitzen --- ----- ----- ------- aber ----- ------ -------- ---- wenn --- ---- --- --- Mund ---- ----- --------- -- läuft --- ---- ---- ------ dem ------ ---- | Hesekiel 33,31 |
32 | Hesekiel 33,32 | Und siehe, du bist für sie wie ein Liebeslied, wie einer, der eine schöne Stimme hat und gut die Saiten spielen kann; sie werden deine Worte hören, aber sie nicht tun. | --- siehe, -- ---- für --- --- ein ----------- --- einer, --- ---- schöne ------ --- und --- --- Saiten ------- ----- sie ------ ----- Worte ------- ---- sie ----- ---- | --- ------ du ---- ---- --- --- ein ----------- --- ------ --- eine ------- ------ --- --- gut --- ------ ------- ----- sie ------ ----- ----- ------- aber --- ----- ---- | Hesekiel 33,32 |
33 | Hesekiel 33,33 | Wenn es aber kommt - und siehe, es kommt! -, so werden sie erkennen, dass ein Prophet in ihrer Mitte gewesen ist. | ---- es ---- ----- - --- ------ es ------ -- so ------ --- erkennen, ---- --- Prophet -- ----- Mitte ------- ---- | ---- -- aber ----- - --- ------ es ------ -- -- ------ sie --------- ---- --- ------- in ----- ----- ------- ---- | Hesekiel 33,33 |