Deutsch 40-Matthaus 014(Schl2000)
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1 | Matthaus 14,1 | Zu jener Zeit hörte der Vierfürst Herodes das Gerücht von Jesus. | -- jener ---- ------ der ---------- ------- das -------- --- Jesus. | -- ----- Zeit ------ --- ---------- ------- das -------- --- ------ | Matthaus 14,1 |
2 | Matthaus 14,2 | Und er sprach zu seinen Dienern: Das ist Johannes der Täufer, der ist aus den Toten auferstanden; darum wirken auch die Wunderkräfte in ihm! | --- er ------ -- seinen -------- --- ist -------- --- Täufer, --- --- aus --- ----- auferstanden; ----- ------ auch --- ------------- in ---- | --- -- sprach -- ------ -------- --- ist -------- --- -------- --- ist --- --- ----- ------------- darum ------ ---- --- ------------- in ---- | Matthaus 14,2 |
3 | Matthaus 14,3 | Denn Herodes hatte den Johannes ergreifen lassen und ihn binden und ins Gefängnis bringen lassen wegen Herodias, der Frau seines Bruders Philippus. | ---- Herodes ----- --- Johannes --------- ------ und --- ------ und --- ---------- bringen ------ ----- Herodias, --- ---- seines ------- ---------- | ---- ------- hatte --- -------- --------- ------ und --- ------ --- --- Gefängnis ------- ------ ----- --------- der ---- ------ ------- ---------- | Matthaus 14,3 |
4 | Matthaus 14,4 | Denn Johannes hatte zu ihm gesagt: Es ist dir nicht erlaubt, sie zu haben! | ---- Johannes ----- -- ihm ------- -- ist --- ----- erlaubt, --- -- haben! | ---- -------- hatte -- --- ------- -- ist --- ----- -------- --- zu ------ | Matthaus 14,4 |
5 | Matthaus 14,5 | Und er wollte ihn töten, fürchtete aber die Volksmenge, denn sie hielten ihn für einen Propheten. | --- er ------ --- töten, ---------- ---- die ----------- ---- sie ------- --- für ----- ---------- | --- -- wollte --- ------- ---------- ---- die ----------- ---- --- ------- ihn ---- ----- ---------- | Matthaus 14,5 |
6 | Matthaus 14,6 | Als nun Herodes seinen Geburtstag beging, tanzte die Tochter der Herodias vor den Gästen und gefiel dem Herodes. | --- nun ------- ------ Geburtstag ------- ------ die ------- --- Herodias --- --- Gästen --- ------ dem -------- | --- --- Herodes ------ ---------- ------- ------ die ------- --- -------- --- den ------- --- ------ --- Herodes. | Matthaus 14,6 |
7 | Matthaus 14,7 | Darum versprach er ihr mit einem Eid, ihr zu geben, was sie auch fordern würde. | ----- versprach -- --- mit ----- ---- ihr -- ------ was --- ---- fordern ------- | ----- --------- er --- --- ----- ---- ihr -- ------ --- --- auch ------- ------- | Matthaus 14,7 |
8 | Matthaus 14,8 | Da sie aber von ihrer Mutter angeleitet war, sprach sie: Gib mir hier auf einer Schüssel das Haupt Johannes des Täufers! | -- sie ---- --- ihrer ------ ---------- war, ------ ---- Gib --- ---- auf ----- --------- das ----- -------- des --------- | -- --- aber --- ----- ------ ---------- war, ------ ---- --- --- hier --- ----- --------- --- Haupt -------- --- --------- | Matthaus 14,8 |
9 | Matthaus 14,9 | Und der König wurde betrübt; doch um des Eides willen und derer, die mit ihm zu Tisch saßen, befahl er, es zu geben. | --- der ------ ----- betrübt; ---- -- des ----- ------ und ------ --- mit --- -- Tisch ------- ------ er, -- -- geben. | --- --- König ----- --------- ---- -- des ----- ------ --- ------ die --- --- -- ----- saßen, ------ --- -- -- geben. | Matthaus 14,9 |
10 | Matthaus 14,10 | Und er sandte hin und ließ Johannes im Gefängnis enthaupten. | --- er ------ --- und ----- -------- im ---------- ----------- | --- -- sandte --- --- ----- -------- im ---------- ----------- | Matthaus 14,10 |
11 | Matthaus 14,11 | Und sein Haupt wurde auf einer Schüssel gebracht und dem Mädchen gegeben, und sie brachte es ihrer Mutter. | --- sein ----- ----- auf ----- --------- gebracht --- --- Mädchen -------- --- sie ------- -- ihrer ------- | --- ---- Haupt ----- --- ----- --------- gebracht --- --- -------- -------- und --- ------- -- ----- Mutter. | Matthaus 14,11 |
12 | Matthaus 14,12 | Und seine Jünger kamen herbei, nahmen den Leib und begruben ihn und gingen hin und verkündeten es Jesus. | --- seine ------- ----- herbei, ------ --- Leib --- -------- ihn --- ------ hin --- ------------ es ------ | --- ----- Jünger ----- ------- ------ --- Leib --- -------- --- --- gingen --- --- ------------ -- Jesus. | Matthaus 14,12 |
13 | Matthaus 14,13 | Und als Jesus das hörte, zog er sich von dort in einem Schiff abseits an einen einsamen Ort zurück. Und als die Volksmenge es vernahm, folgte sie ihm aus den Städten zu Fuß nach. | --- als ----- --- hörte, --- -- sich --- ---- in ----- ------ abseits -- ----- einsamen --- -------- Und --- --- Volksmenge -- -------- folgte --- --- aus --- -------- zu ---- ----- | --- --- Jesus --- ------- --- -- sich --- ---- -- ----- Schiff ------- -- ----- -------- Ort -------- --- --- --- Volksmenge -- -------- ------ --- ihm --- --- -------- -- Fuß ----- | Matthaus 14,13 |
14 | Matthaus 14,14 | Als nun Jesus ausstieg, sah er eine große Menge; und er erbarmte sich über sie und heilte ihre Kranken. | --- nun ----- --------- sah -- ---- große ------ --- er -------- ---- über --- --- heilte ---- -------- | --- --- Jesus --------- --- -- ---- große ------ --- -- -------- sich ----- --- --- ------ ihre -------- | Matthaus 14,14 |
15 | Matthaus 14,15 | Und als es Abend geworden war, traten seine Jünger zu ihm und sprachen: Der Ort ist einsam, und die Stunde ist schon vorgeschritten; entlasse das Volk, damit sie in die Dörfer gehen und sich Speise kaufen! | --- als -- ----- geworden ---- ------ seine ------- -- ihm --- --------- Der --- --- einsam, --- --- Stunde --- ----- vorgeschritten; -------- --- Volk, ----- --- in --- ------- gehen --- ---- Speise ------- | --- --- es ----- -------- ---- ------ seine ------- -- --- --- sprachen: --- --- --- ------- und --- ------ --- ----- vorgeschritten; -------- --- ----- ----- sie -- --- ------- ----- und ---- ------ ------- | Matthaus 14,15 |
16 | Matthaus 14,16 | Jesus aber sprach zu ihnen: Sie haben es nicht nötig, wegzugehen. Gebt ihr ihnen zu essen! | ----- aber ------ -- ihnen: --- ----- es ----- ------- wegzugehen. ---- --- ihnen -- ------ | ----- ---- sprach -- ------ --- ----- es ----- ------- ----------- ---- ihr ----- -- ------ | Matthaus 14,16 |
17 | Matthaus 14,17 | Sie sprachen zu ihm: Wir haben nichts hier als fünf Brote und zwei Fische. | --- sprachen -- ---- Wir ----- ------ hier --- ----- Brote --- ---- Fische. | --- -------- zu ---- --- ----- ------ hier --- ----- ----- --- zwei ------- | Matthaus 14,17 |
18 | Matthaus 14,18 | Da sprach er: Bringt sie mir hierher! | -- sprach --- ------ sie --- -------- | -- ------ er: ------ --- --- -------- | Matthaus 14,18 |
19 | Matthaus 14,19 | Und er befahl der Volksmenge, sich in das Gras zu lagern, und nahm die fünf Brote und die zwei Fische, sah zum Himmel auf, dankte, brach die Brote und gab sie den Jüngern; die Jünger aber gaben sie dem Volk. | --- er ------ --- Volksmenge, ---- -- das ---- -- lagern, --- ---- die ----- ----- und --- ---- Fische, --- --- Himmel ---- ------- brach --- ----- und --- --- den --------- --- Jünger ---- ----- sie --- ----- | --- -- befahl --- ----------- ---- -- das ---- -- ------- --- nahm --- ----- ----- --- die ---- ------- --- --- Himmel ---- ------- ----- --- Brote --- --- --- --- Jüngern; --- ------- ---- ----- sie --- ----- | Matthaus 14,19 |
20 | Matthaus 14,20 | Und sie aßen alle und wurden satt; und sie hoben auf, was an Brocken übrig blieb, zwölf Körbe voll. | --- sie ----- ---- und ------ ----- und --- ----- auf, --- -- Brocken ------ ------ zwölf ------ ----- | --- --- aßen ---- --- ------ ----- und --- ----- ---- --- an ------- ------ ------ ------ Körbe ----- | Matthaus 14,20 |
21 | Matthaus 14,21 | Die aber gegessen hatten, waren etwa 5000 Männer, ohne Frauen und Kinder. | --- aber -------- ------- waren ---- ---- Männer, ---- ------ und ------- | --- ---- gegessen ------- ----- ---- ---- Männer, ---- ------ --- ------- | Matthaus 14,21 |
22 | Matthaus 14,22 | Und sogleich nötigte Jesus seine Jünger, in das Schiff zu steigen und vor ihm ans jenseitige Ufer zu fahren, bis er die Volksmenge entlassen hätte. | --- sogleich -------- ----- seine -------- -- das ------ -- steigen --- --- ihm --- ---------- Ufer -- ------- bis -- --- Volksmenge --------- ------- | --- -------- nötigte ----- ----- -------- -- das ------ -- ------- --- vor --- --- ---------- ---- zu ------- --- -- --- Volksmenge --------- ------- | Matthaus 14,22 |
23 | Matthaus 14,23 | Und nachdem er die Menge entlassen hatte, stieg er auf den Berg, um abseits zu beten; und als es Abend geworden war, war er dort allein. | --- nachdem -- --- Menge --------- ------ stieg -- --- den ----- -- abseits -- ------ und --- -- Abend -------- ---- war -- ---- allein. | --- ------- er --- ----- --------- ------ stieg -- --- --- ----- um ------- -- ------ --- als -- ----- -------- ---- war -- ---- ------- | Matthaus 14,23 |
24 | Matthaus 14,24 | Das Schiff aber war schon mitten auf dem See und litt Not von den Wellen; denn der Wind stand ihnen entgegen. | --- Schiff ---- --- schon ------ --- dem --- --- litt --- --- den ------- ---- der ---- ----- ihnen --------- | --- ------ aber --- ----- ------ --- dem --- --- ---- --- von --- ------- ---- --- Wind ----- ----- --------- | Matthaus 14,24 |
25 | Matthaus 14,25 | Aber um die vierte Nachtwache kam Jesus zu ihnen und ging auf dem See. | ---- um --- ------ Nachtwache --- ----- zu ----- --- ging --- --- See. | ---- -- die ------ ---------- --- ----- zu ----- --- ---- --- dem ---- | Matthaus 14,25 |
26 | Matthaus 14,26 | Und als ihn die Jünger auf dem See gehen sahen, erschraken sie und sprachen: Es ist ein Gespenst! und schrien vor Furcht. | --- als --- --- Jünger --- --- See ----- ------ erschraken --- --- sprachen: -- --- ein --------- --- schrien --- ------- | --- --- ihn --- ------- --- --- See ----- ------ ---------- --- und --------- -- --- --- Gespenst! --- ------- --- ------- | Matthaus 14,26 |
27 | Matthaus 14,27 | Jesus aber redete sogleich mit ihnen und sprach: Seid getrost, ich bin's; fürchtet euch nicht! | ----- aber ------ -------- mit ----- --- sprach: ---- -------- ich ------ --------- euch ------ | ----- ---- redete -------- --- ----- --- sprach: ---- -------- --- ------ fürchtet ---- ------ | Matthaus 14,27 |
28 | Matthaus 14,28 | Petrus aber antwortete ihm und sprach: Herr, wenn du es bist, so befiehl mir, zu dir auf das Wasser zu kommen! | ------ aber ---------- --- und ------- ----- wenn -- -- bist, -- ------- mir, -- --- auf --- ------ zu ------- | ------ ---- antwortete --- --- ------- ----- wenn -- -- ----- -- befiehl ---- -- --- --- das ------ -- ------- | Matthaus 14,28 |
29 | Matthaus 14,29 | Da sprach er: Komm! Und Petrus stieg aus dem Schiff und ging auf dem Wasser, um zu Jesus zu kommen. | -- sprach --- ----- Und ------ ----- aus --- ------ und ---- --- dem ------- -- zu ----- -- kommen. | -- ------ er: ----- --- ------ ----- aus --- ------ --- ---- auf --- ------- -- -- Jesus -- ------- | Matthaus 14,29 |
30 | Matthaus 14,30 | Als er aber den starken Wind sah, fürchtete er sich, und da er zu sinken anfing, schrie er und sprach: Herr, rette mich! | --- er ---- --- starken ---- ---- fürchtete -- ----- und -- -- zu ------ ------- schrie -- --- sprach: ----- ----- mich! | --- -- aber --- ------- ---- ---- fürchtete -- ----- --- -- er -- ------ ------- ------ er --- ------- ----- ----- mich! | Matthaus 14,30 |
31 | Matthaus 14,31 | Jesus aber streckte sogleich die Hand aus, ergriff ihn und sprach zu ihm: Du Kleingläubiger, warum hast du gezweifelt? | ----- aber -------- -------- die ---- ---- ergriff --- --- sprach -- ---- Du ---------------- ----- hast -- ----------- | ----- ---- streckte -------- --- ---- ---- ergriff --- --- ------ -- ihm: -- ---------------- ----- ---- du ----------- | Matthaus 14,31 |
32 | Matthaus 14,32 | Und als sie in das Schiff stiegen, legte sich der Wind. | --- als --- -- das ------ -------- legte ---- --- Wind. | --- --- sie -- --- ------ -------- legte ---- --- ----- | Matthaus 14,32 |
33 | Matthaus 14,33 | Da kamen die in dem Schiff waren, warfen sich anbetend vor ihm nieder und sprachen: Wahrhaftig, du bist Gottes Sohn! | -- kamen --- -- dem ------ ------ warfen ---- -------- vor --- ------ und --------- ----------- du ---- ------ Sohn! | -- ----- die -- --- ------ ------ warfen ---- -------- --- --- nieder --- --------- ----------- -- bist ------ ----- | Matthaus 14,33 |
34 | Matthaus 14,34 | Und sie fuhren hinüber und kamen in das Land Genezareth. | --- sie ------ -------- und ----- -- das ---- ----------- | --- --- fuhren -------- --- ----- -- das ---- ----------- | Matthaus 14,34 |
35 | Matthaus 14,35 | Und als ihn die Männer dieser Gegend erkannten, sandten sie in die ganze Umgebung und brachten alle Kranken zu ihm. | --- als --- --- Männer ------ ------ erkannten, ------- --- in --- ----- Umgebung --- -------- alle ------- -- ihm. | --- --- ihn --- ------- ------ ------ erkannten, ------- --- -- --- ganze -------- --- -------- ---- Kranken -- ---- | Matthaus 14,35 |
36 | Matthaus 14,36 | Und sie baten ihn, dass sie nur den Saum seines Gewandes anrühren dürften; und alle, die ihn anrührten, wurden ganz gesund. | --- sie ----- ---- dass --- --- den ---- ------ Gewandes --------- --------- und ----- --- ihn ----------- ------ ganz ------- | --- --- baten ---- ---- --- --- den ---- ------ -------- --------- dürften; --- ----- --- --- anrührten, ------ ---- ------- | Matthaus 14,36 |