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Deutsch 40-Matthaus 015(Schl2000)

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1

Matthaus 15,1

Da kamen die Schriftgelehrten und Pharisäer von Jerusalem zu Jesus und sprachen:

-- kamen --- ---------------- und ---------- --- Jerusalem -- ----- und ---------

-- ----- die ---------------- --- ---------- --- Jerusalem -- ----- --- ---------

Matthaus 15,1


2

Matthaus 15,2

Warum übertreten deine Jünger die öœberlieferung der Alten? Denn sie waschen ihre Hände nicht, wenn sie Brot essen.

----- übertreten ----- ------- die ---------------- --- Alten? ---- --- waschen ---- ------ nicht, ---- --- Brot ------

----- ----------- deine ------- --- ---------------- --- Alten? ---- --- ------- ---- Hände ------ ---- --- ---- essen.

Matthaus 15,2


3

Matthaus 15,3

Er aber antwortete und sprach zu ihnen: Und warum übertretet ihr das Gebot Gottes um eurer öœberlieferung willen?

-- aber ---------- --- sprach -- ------ Und ----- ----------- ihr --- ----- Gottes -- ----- öœberlieferung -------

-- ---- antwortete --- ------ -- ------ Und ----- ----------- --- --- Gebot ------ -- ----- ---------------- willen?

Matthaus 15,3


4

Matthaus 15,4

Denn Gott hat geboten und gesagt: »Du sollst deinen Vater und deine Mutter ehren!« und: »Wer Vater oder Mutter flucht, der soll des Todes sterben!«

---- Gott --- ------- und ------- ---- sollst ------ ----- und ----- ------ ehren!« ---- ----- Vater ---- ------ flucht, --- ---- des ----- ----------

---- ---- hat ------- --- ------- ---- sollst ------ ----- --- ----- Mutter -------- ---- ----- ----- oder ------ ------- --- ---- des ----- ----------

Matthaus 15,4


5

Matthaus 15,5

Ihr aber sagt: Wer zum Vater oder zur Mutter spricht: Ich habe zur Weihegabe bestimmt, was dir von mir zugute kommen sollte!, der braucht auch seinen Vater oder seine Mutter nicht mehr zu ehren.

--- aber ----- --- zum ----- ---- zur ------ -------- Ich ---- --- Weihegabe --------- --- dir --- --- zugute ------ -------- der ------- ---- seinen ----- ---- seine ------ ----- mehr -- ------

--- ---- sagt: --- --- ----- ---- zur ------ -------- --- ---- zur --------- --------- --- --- von --- ------ ------ -------- der ------- ---- ------ ----- oder ----- ------ ----- ---- zu ------

Matthaus 15,5


6

Matthaus 15,6

Und so habt ihr das Gebot Gottes um eurer öœberlieferung willen aufgehoben.

--- so ---- --- das ----- ------ um ----- ---------------- willen -----------

--- -- habt --- --- ----- ------ um ----- ---------------- ------ -----------

Matthaus 15,6


7

Matthaus 15,7

Ihr Heuchler! Treffend hat Jesaja von euch geweissagt, wenn er spricht:

--- Heuchler! -------- --- Jesaja --- ---- geweissagt, ---- -- spricht:

--- --------- Treffend --- ------ --- ---- geweissagt, ---- -- --------

Matthaus 15,7


8

Matthaus 15,8

»Dieses Volk naht sich zu mir mit seinem Mund und ehrt mich mit den Lippen, aber ihr Herz ist fern von mir.

-------- Volk ---- ---- zu --- --- seinem ---- --- ehrt ---- --- den ------- ---- ihr ---- --- fern --- ----

-------- ---- naht ---- -- --- --- seinem ---- --- ---- ---- mit --- ------- ---- --- Herz --- ---- --- ----

Matthaus 15,8


9

Matthaus 15,9

Vergeblich aber verehren sie mich, weil sie Lehren vortragen, die Menschengebote sind.«

---------- aber -------- --- mich, ---- --- Lehren ---------- --- Menschengebote -------

---------- ---- verehren --- ----- ---- --- Lehren ---------- --- -------------- -------

Matthaus 15,9


10

Matthaus 15,10

Und er rief die Volksmenge zu sich und sprach zu ihnen: Hört und versteht!

--- er ---- --- Volksmenge -- ---- und ------ -- ihnen: ----- --- versteht!

--- -- rief --- ---------- -- ---- und ------ -- ------ ----- und ---------

Matthaus 15,10


11

Matthaus 15,11

Nicht das, was zum Mund hineinkommt, verunreinigt den Menschen, sondern was aus dem Mund herauskommt, das verunreinigt den Menschen.

----- das, --- --- Mund ------------ ------------ den --------- ------- was --- --- Mund ------------ --- verunreinigt --- ---------

----- ---- was --- ---- ------------ ------------ den --------- ------- --- --- dem ---- ------------ --- ------------ den ---------

Matthaus 15,11


12

Matthaus 15,12

Da traten seine Jünger herzu und sprachen zu ihm: Weißt du, dass die Pharisäer Anstoß nahmen, als sie das Wort hörten?

-- traten ----- ------- herzu --- -------- zu ---- ------ du, ---- --- Pharisäer ------- ------- als --- --- Wort --------

-- ------ seine ------- ----- --- -------- zu ---- ------ --- ---- die ---------- ------- ------- --- sie --- ---- --------

Matthaus 15,12


13

Matthaus 15,13

Er aber antwortete und sprach: Jede Pflanze, die nicht mein himmlischer Vater gepflanzt hat, wird ausgerissen werden.

-- aber ---------- --- sprach: ---- -------- die ----- ---- himmlischer ----- --------- hat, ---- ----------- werden.

-- ---- antwortete --- ------- ---- -------- die ----- ---- ----------- ----- gepflanzt ---- ---- ----------- -------

Matthaus 15,13


14

Matthaus 15,14

Lasst sie; sie sind blinde Blindenleiter! Wenn aber ein Blinder den anderen leitet, werden beide in die Grube fallen.

----- sie; --- ---- blinde -------------- ---- aber --- ------- den ------- ------- werden ----- -- die ----- -------

----- ---- sie ---- ------ -------------- ---- aber --- ------- --- ------- leitet, ------ ----- -- --- Grube -------

Matthaus 15,14


15

Matthaus 15,15

Petrus aber antwortete und sprach zu ihm: Erkläre uns dieses Gleichnis!

------ aber ---------- --- sprach -- ---- Erkläre --- ------ Gleichnis!

------ ---- antwortete --- ------ -- ---- Erkläre --- ------ ----------

Matthaus 15,15


16

Matthaus 15,16

Jesus aber sprach: Seid denn auch ihr noch unverständig?

----- aber ------- ---- denn ---- --- noch --------------

----- ---- sprach: ---- ---- ---- --- noch --------------

Matthaus 15,16


17

Matthaus 15,17

Begreift ihr noch nicht, dass alles, was zum Mund hineinkommt, in den Bauch kommt und in den Abort geworfen wird?

-------- ihr ---- ------ dass ------ --- zum ---- ------------ in --- ----- kommt --- -- den ----- -------- wird?

-------- --- noch ------ ---- ------ --- zum ---- ------------ -- --- Bauch ----- --- -- --- Abort -------- -----

Matthaus 15,17


18

Matthaus 15,18

Was aber aus dem Mund herauskommt, das kommt aus dem Herzen, und das verunreinigt den Menschen.

--- aber --- --- Mund ------------ --- kommt --- --- Herzen, --- --- verunreinigt --- ---------

--- ---- aus --- ---- ------------ --- kommt --- --- ------- --- das ------------ --- ---------

Matthaus 15,18


19

Matthaus 15,19

Denn aus dem Herzen kommen böse Gedanken, Mord, Ehebruch, Unzucht, Diebstahl, falsche Zeugnisse, Lästerungen.

---- aus --- ------ kommen ----- --------- Mord, --------- -------- Diebstahl, ------- ---------- Lästerungen.

---- --- dem ------ ------ ----- --------- Mord, --------- -------- ---------- ------- Zeugnisse, -------------

Matthaus 15,19


20

Matthaus 15,20

Das ist's, was den Menschen verunreinigt! Aber mit ungewaschenen Händen essen, das verunreinigt den Menschen nicht.

--- ist's, --- --- Menschen ------------- ---- mit ------------- ------- essen, --- ------------ den -------- ------

--- ------ was --- -------- ------------- ---- mit ------------- ------- ------ --- verunreinigt --- -------- ------

Matthaus 15,20


21

Matthaus 15,21

Und Jesus ging von dort weg und zog sich in die Gegend von Tyrus und Zidon zurück.

--- Jesus ---- --- dort --- --- zog ---- -- die ------ --- Tyrus --- ----- zurück.

--- ----- ging --- ---- --- --- zog ---- -- --- ------ von ----- --- ----- --------

Matthaus 15,21


22

Matthaus 15,22

Und siehe, eine kananäische Frau kam aus jener Gegend, rief ihn an und sprach: Erbarme dich über mich, Herr, du Sohn Davids! Meine Tochter ist schlimm besessen!

--- siehe, ---- ------------ Frau --- --- jener ------- ---- ihn -- --- sprach: ------- ---- über ----- ----- du ---- ------- Meine ------- --- schlimm ---------

--- ------ eine ------------ ---- --- --- jener ------- ---- --- -- und ------- ------- ---- ----- mich, ----- -- ---- ------- Meine ------- --- ------- ---------

Matthaus 15,22


23

Matthaus 15,23

Er aber antwortete ihr nicht ein Wort. Da traten seine Jünger herzu, baten ihn und sprachen: Fertige sie ab, denn sie schreit uns nach!

-- aber ---------- --- nicht --- ----- Da ------ ----- Jünger ------ ----- ihn --- --------- Fertige --- --- denn --- ------- uns -----

-- ---- antwortete --- ----- --- ----- Da ------ ----- ------- ------ baten --- --- --------- ------- sie --- ---- --- ------- uns -----

Matthaus 15,23


24

Matthaus 15,24

Er aber antwortete und sprach: Ich bin nur gesandt zu den verlorenen Schafen des Hauses Israel.

-- aber ---------- --- sprach: --- --- nur ------- -- den ---------- ------- des ------ -------

-- ---- antwortete --- ------- --- --- nur ------- -- --- ---------- Schafen --- ------ -------

Matthaus 15,24


25

Matthaus 15,25

Da kam sie, fiel vor ihm nieder und sprach: Herr, hilf mir!

-- kam ---- ---- vor --- ------ und ------- ----- hilf ----

-- --- sie, ---- --- --- ------ und ------- ----- ---- ----

Matthaus 15,25


26

Matthaus 15,26

Er aber antwortete und sprach: Es ist nicht recht, dass man das Brot der Kinder nimmt und es den Hunden vorwirft.

-- aber ---------- --- sprach: -- --- nicht ------ ---- man --- ---- der ------ ----- und -- --- Hunden ---------

-- ---- antwortete --- ------- -- --- nicht ------ ---- --- --- Brot --- ------ ----- --- es --- ------ ---------

Matthaus 15,26


27

Matthaus 15,27

Sie aber sprach: Ja, Herr; und doch essen die Hunde von den Brosamen, die vom Tisch ihrer Herren fallen!

--- aber ------- --- Herr; --- ---- essen --- ----- von --- --------- die --- ----- ihrer ------ -------

--- ---- sprach: --- ----- --- ---- essen --- ----- --- --- Brosamen, --- --- ----- ----- Herren -------

Matthaus 15,27


28

Matthaus 15,28

Da antwortete Jesus und sprach zu ihr: O Frau, dein Glaube ist groß; dir geschehe, wie du willst! Und ihre Tochter war geheilt von jener Stunde an.

-- antwortete ----- --- sprach -- ---- O ----- ---- Glaube --- ------ dir --------- --- du ------- --- ihre ------- --- geheilt --- ----- Stunde ---

-- ---------- Jesus --- ------ -- ---- O ----- ---- ------ --- groß; --- --------- --- -- willst! --- ---- ------- --- geheilt --- ----- ------ ---

Matthaus 15,28


29

Matthaus 15,29

Und Jesus zog von dort weiter und kam an den See von Galiläa; und er stieg auf den Berg und setzte sich dort.

--- Jesus --- --- dort ------ --- kam -- --- See --- --------- und -- ----- auf --- ---- und ------ ---- dort.

--- ----- zog --- ---- ------ --- kam -- --- --- --- Galiläa; --- -- ----- --- den ---- --- ------ ---- dort.

Matthaus 15,29


30

Matthaus 15,30

Und es kamen große Volksmengen zu ihm, die hatten Lahme, Blinde, Stumme, Krüppel und viele andere bei sich. Und sie legten sie zu Jesu Füßen, und er heilte sie,

--- es ----- ------ Volksmengen -- ---- die ------ ------ Blinde, ------- -------- und ----- ------ bei ----- --- sie ------ --- zu ---- -------- und -- ------ sie,

--- -- kamen ------ ----------- -- ---- die ------ ------ ------- ------- Krüppel --- ----- ------ --- sich. --- --- ------ --- zu ---- -------- --- -- heilte ----

Matthaus 15,30


31

Matthaus 15,31

so dass sich die Menge verwunderte, als sie sah, dass Stumme redeten, Krüppel gesund wurden, Lahme gingen und Blinde sehend wurden; und sie priesen den Gott Israels.

-- dass ---- --- Menge ------------ --- sie ---- ---- Stumme -------- -------- gesund ------- ----- gingen --- ------ sehend ------- --- sie ------- --- Gott --------

-- ---- sich --- ----- ------------ --- sie ---- ---- ------ -------- Krüppel ------ ------- ----- ------ und ------ ------ ------- --- sie ------- --- ---- --------

Matthaus 15,31


32

Matthaus 15,32

Da rief Jesus seine Jünger zu sich und sprach: Ich bin voll Mitleid mit der Menge; denn sie verharren nun schon drei Tage bei mir und haben nichts zu essen, und ich will sie nicht ohne Speise entlassen, damit sie nicht auf dem Weg verschmachten.

-- rief ----- ----- Jünger -- ---- und ------- --- bin ---- ------- mit --- ------ denn --- --------- nun ----- ---- Tage --- --- und ----- ------ zu ------ --- ich ---- --- nicht ---- ------ entlassen, ----- --- nicht --- --- Weg --------------

-- ---- Jesus ----- ------- -- ---- und ------- --- --- ---- Mitleid --- --- ------ ---- sie --------- --- ----- ---- Tage --- --- --- ----- nichts -- ------ --- --- will --- ----- ---- ------ entlassen, ----- --- ----- --- dem --- --------------

Matthaus 15,32


33

Matthaus 15,33

Und seine Jünger sprachen zu ihm: Woher sollen wir in der Einöde so viele Brote nehmen, um eine so große Menge zu sättigen?

--- seine ------- -------- zu ---- ----- sollen --- -- der ------- -- viele ----- ------- um ---- -- große ----- -- sättigen?

--- ----- Jünger -------- -- ---- ----- sollen --- -- --- ------- so ----- ----- ------- -- eine -- ------ ----- -- sättigen?

Matthaus 15,33


34

Matthaus 15,34

Und Jesus sprach zu ihnen: Wieviele Brote habt ihr? Sie sprachen: Sieben, und ein paar Fische.

--- Jesus ------ -- ihnen: -------- ----- habt ---- --- sprachen: ------- --- ein ---- -------

--- ----- sprach -- ------ -------- ----- habt ---- --- --------- ------- und --- ---- -------

Matthaus 15,34


35

Matthaus 15,35

Da gebot er dem Volk, sich auf die Erde zu lagern,

-- gebot -- --- Volk, ---- --- die ---- -- lagern,

-- ----- er --- ----- ---- --- die ---- -- -------

Matthaus 15,35


36

Matthaus 15,36

und nahm die sieben Brote und die Fische, dankte, brach sie und gab sie seinen Jüngern; die Jünger aber gaben sie dem Volk.

--- nahm --- ------ Brote --- --- Fische, ------- ----- sie --- --- sie ------ --------- die ------- ---- gaben --- --- Volk.

--- ---- die ------ ----- --- --- Fische, ------- ----- --- --- gab --- ------ --------- --- Jünger ---- ----- --- --- Volk.

Matthaus 15,36


37

Matthaus 15,37

Und sie aßen alle und wurden satt und hoben auf, was an Brocken übrig blieb, sieben Körbe voll.

--- sie ----- ---- und ------ ---- und ----- ---- was -- ------- übrig ------ ------ Körbe -----

--- --- aßen ---- --- ------ ---- und ----- ---- --- -- Brocken ------ ------ ------ ------ voll.

Matthaus 15,37


38

Matthaus 15,38

Es waren aber etwa 4000 Männer, die gegessen hatten, ohne Frauen und Kinder.

-- waren ---- ---- 4000 -------- --- gegessen ------- ---- Frauen --- -------

-- ----- aber ---- ---- -------- --- gegessen ------- ---- ------ --- Kinder.

Matthaus 15,38


39

Matthaus 15,39

Und nachdem er die Volksmenge entlassen hatte, stieg er in das Schiff und kam in die Gegend von Magdala.

--- nachdem -- --- Volksmenge --------- ------ stieg -- -- das ------ --- kam -- --- Gegend --- --------

--- ------- er --- ---------- --------- ------ stieg -- -- --- ------ und --- -- --- ------ von --------

Matthaus 15,39