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Deutsch 40-Matthaus 027(Schl2000)

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1

Matthaus 27,1

Als es aber Morgen geworden war, hielten alle obersten Priester und die ö"ltesten des Volkes einen Rat gegen Jesus, um ihn zu töten.

--- es ---- ------ geworden ---- ------- alle -------- -------- und --- ---------- des ------ ----- Rat ----- ------ um --- -- töten.

--- -- aber ------ -------- ---- ------- alle -------- -------- --- --- ö"ltesten --- ------ ----- --- gegen ------ -- --- -- töten.

Matthaus 27,1


2

Matthaus 27,2

Und sie banden ihn, führten ihn ab und lieferten ihn dem Statthalter Pontius Pilatus aus.

--- sie ------ ---- führten --- -- und --------- --- dem ----------- ------- Pilatus ----

--- --- banden ---- -------- --- -- und --------- --- --- ----------- Pontius ------- ----

Matthaus 27,2


3

Matthaus 27,3

Als nun Judas, der ihn verraten hatte, sah, dass er verurteilt war, reute es ihn; und er brachte die 30 Silberlinge den obersten Priestern und den ö"ltesten zurück

--- nun ------ --- ihn -------- ------ sah, ---- -- verurteilt ---- ----- es ---- --- er ------- --- 30 ----------- --- obersten --------- --- den ---------- -------

--- --- Judas, --- --- -------- ------ sah, ---- -- ---------- ---- reute -- ---- --- -- brachte --- -- ----------- --- obersten --------- --- --- ---------- zurück

Matthaus 27,3


4

Matthaus 27,4

und sprach: Ich habe gesündigt, dass ich unschuldiges Blut verraten habe! Sie aber sprachen: Was geht das uns an? Da sieh du zu!

--- sprach: --- ---- gesündigt, ---- --- unschuldiges ---- -------- habe! --- ---- sprachen: --- ---- das --- --- Da ---- -- zu!

--- ------- Ich ---- ----------- ---- --- unschuldiges ---- -------- ----- --- aber --------- --- ---- --- uns --- -- ---- -- zu!

Matthaus 27,4


5

Matthaus 27,5

Da warf er die Silberlinge im Tempel hin und machte sich davon, ging hin und erhängte sich.

-- warf -- --- Silberlinge -- ------ hin --- ------ sich ------ ---- hin --- --------- sich.

-- ---- er --- ----------- -- ------ hin --- ------ ---- ------ ging --- --- --------- -----

Matthaus 27,5


6

Matthaus 27,6

Die obersten Priester aber nahmen die Silberlinge und sprachen: Wir dürfen sie nicht in den Opferkasten legen, weil es Blutgeld ist!

--- obersten -------- ---- nahmen --- ----------- und --------- --- dürfen --- ----- in --- ----------- legen, ---- -- Blutgeld ----

--- -------- Priester ---- ------ --- ----------- und --------- --- ------- --- nicht -- --- ----------- ------ weil -- -------- ----

Matthaus 27,6


7

Matthaus 27,7

Nachdem sie aber Rat gehalten hatten, kauften sie dafür den Acker des Töpfers als Begräbnisstätte für die Fremdlinge.

------- sie ---- --- gehalten ------- ------- sie ------ --- Acker --- -------- als ----------------- ---- die -----------

------- --- aber --- -------- ------- ------- sie ------ --- ----- --- Töpfers --- ----------------- ---- --- Fremdlinge.

Matthaus 27,7


8

Matthaus 27,8

Daher wird jener Acker »Blutacker« genannt bis zum heutigen Tag.

----- wird ----- ----- »Blutacker« ------- --- zum -------- ----

----- ---- jener ----- ------------- ------- --- zum -------- ----

Matthaus 27,8


9

Matthaus 27,9

Da wurde erfüllt, was durch den Propheten Jeremia gesagt ist, der spricht: »Und sie nahmen die 30 Silberlinge, den Wert dessen, der geschätzt wurde, den die Kinder Israels geschätzt hatten,

-- wurde --------- --- durch --- --------- Jeremia ------ ---- der -------- ----- sie ------ --- 30 ------------ --- Wert ------- --- geschätzt ------ --- die ------ ------- geschätzt -------

-- ----- erfüllt, --- ----- --- --------- Jeremia ------ ---- --- -------- »Und --- ------ --- -- Silberlinge, --- ---- ------- --- geschätzt ------ --- --- ------ Israels ---------- -------

Matthaus 27,9


10

Matthaus 27,10

und gaben sie für den Acker des Töpfers, wie der Herr mir befohlen hatte.«

--- gaben --- ---- den ----- --- Töpfers, --- --- Herr --- -------- hatte.«

--- ----- sie ---- --- ----- --- Töpfers, --- --- ---- --- befohlen --------

Matthaus 27,10


11

Matthaus 27,11

Jesus aber stand vor dem Statthalter; und der Statthalter fragte ihn und sprach: Bist du der König der Juden? Jesus sprach zu ihm: Du sagst es!

----- aber ----- --- dem ------------ --- der ----------- ------ ihn --- ------- Bist -- --- König --- ------ Jesus ------ -- ihm: -- ----- es!

----- ---- stand --- --- ------------ --- der ----------- ------ --- --- sprach: ---- -- --- ------ der ------ ----- ------ -- ihm: -- ----- ---

Matthaus 27,11


12

Matthaus 27,12

Und als er von den obersten Priestern und den ö"ltesten verklagt wurde, antwortete er nichts.

--- als -- --- den -------- --------- und --- ---------- verklagt ------ ---------- er -------

--- --- er --- --- -------- --------- und --- ---------- -------- ------ antwortete -- -------

Matthaus 27,12


13

Matthaus 27,13

Da sprach Pilatus zu ihm: Hörst du nicht, was sie alles gegen dich aussagen?

-- sprach ------- -- ihm: ------ -- nicht, --- --- alles ----- ---- aussagen?

-- ------ Pilatus -- ---- ------ -- nicht, --- --- ----- ----- dich ---------

Matthaus 27,13


14

Matthaus 27,14

Und er antwortete ihm auch nicht auf ein einziges Wort, so dass der Statthalter sich sehr verwunderte.

--- er ---------- --- auch ----- --- ein -------- ----- so ---- --- Statthalter ---- ---- verwunderte.

--- -- antwortete --- ---- ----- --- ein -------- ----- -- ---- der ----------- ---- ---- ------------

Matthaus 27,14


15

Matthaus 27,15

Aber anlässlich des Festes pflegte der Statthalter der Volksmenge einen Gefangenen freizugeben, welchen sie wollten.

---- anlässlich --- ------ pflegte --- ----------- der ---------- ----- Gefangenen ------------ ------- sie --------

---- ----------- des ------ ------- --- ----------- der ---------- ----- ---------- ------------ welchen --- --------

Matthaus 27,15


16

Matthaus 27,16

Sie hatten aber damals einen berüchtigten Gefangenen namens Barabbas.

--- hatten ---- ------ einen ------------- ---------- namens ---------

--- ------ aber ------ ----- ------------- ---------- namens ---------

Matthaus 27,16


17

Matthaus 27,17

Als sie nun versammelt waren, sprach Pilatus zu ihnen: Welchen wollt ihr, dass ich euch freilasse, Barabbas oder Jesus, den man Christus nennt?

--- sie --- ---------- waren, ------ ------- zu ------ ------- wollt ---- ---- ich ---- ---------- Barabbas ---- ------ den --- -------- nennt?

--- --- nun ---------- ------ ------ ------- zu ------ ------- ----- ---- dass --- ---- ---------- -------- oder ------ --- --- -------- nennt?

Matthaus 27,17


18

Matthaus 27,18

Denn er wusste, dass sie ihn aus Neid ausgeliefert hatten.

---- er ------- ---- sie --- --- Neid ------------ -------

---- -- wusste, ---- --- --- --- Neid ------------ -------

Matthaus 27,18


19

Matthaus 27,19

Als er aber auf dem Richterstuhl saß, sandte seine Frau zu ihm und ließ ihm sagen: Habe du nichts zu schaffen mit diesem Gerechten; denn ich habe heute im Traum seinetwegen viel gelitten!

--- er ---- --- dem ------------ ----- sandte ----- ---- zu --- --- ließ --- ------ Habe -- ------ zu -------- --- diesem ---------- ---- ich ---- ----- im ----- ----------- viel ---------

--- -- aber --- --- ------------ ----- sandte ----- ---- -- --- und ----- --- ------ ---- du ------ -- -------- --- diesem ---------- ---- --- ---- heute -- ----- ----------- ---- gelitten!

Matthaus 27,19


20

Matthaus 27,20

Aber die obersten Priester und die ö"ltesten überredeten die Volksmenge, den Barabbas zu erbitten, Jesus aber umbringen zu lassen.

---- die -------- -------- und --- ---------- überredeten --- ----------- den -------- -- erbitten, ----- ---- umbringen -- -------

---- --- obersten -------- --- --- ---------- überredeten --- ----------- --- -------- zu --------- ----- ---- --------- zu -------

Matthaus 27,20


21

Matthaus 27,21

Der Statthalter aber antwortete und sprach zu ihnen: Welchen von diesen beiden wollt ihr, dass ich euch freilasse? Sie sprachen: Den Barabbas!

--- Statthalter ---- ---------- und ------ -- ihnen: ------- --- diesen ------ ----- ihr, ---- --- euch ---------- --- sprachen: --- ---------

--- ----------- aber ---------- --- ------ -- ihnen: ------- --- ------ ------ wollt ---- ---- --- ---- freilasse? --- --------- --- ---------

Matthaus 27,21


22

Matthaus 27,22

Pilatus spricht zu ihnen: Was soll ich denn mit Jesus tun, den man Christus nennt? Sie sprachen alle zu ihm: Kreuzige ihn!

------- spricht -- ------ Was ---- --- denn --- ----- tun, --- --- Christus ------ --- sprachen ---- -- ihm: -------- ----

------- ------- zu ------ --- ---- --- denn --- ----- ---- --- man -------- ------ --- -------- alle -- ---- -------- ----

Matthaus 27,22


23

Matthaus 27,23

Da sagte der Statthalter: Was hat er denn Böses getan? Sie aber schrien noch viel mehr und sprachen: Kreuzige ihn!

-- sagte --- ------------ Was --- -- denn ------ ------ Sie ---- ------- noch ---- ---- und --------- -------- ihn!

-- ----- der ------------ --- --- -- denn ------ ------ --- ---- schrien ---- ---- ---- --- sprachen: -------- ----

Matthaus 27,23


24

Matthaus 27,24

Als nun Pilatus sah, dass er nichts ausrichtete, sondern dass vielmehr ein Aufruhr entstand, nahm er Wasser und wusch sich vor der Volksmenge die Hände und sprach: Ich bin unschuldig an dem Blut dieses Gerechten; seht ihr zu!

--- nun ------- ---- dass -- ------ ausrichtete, ------- ---- vielmehr --- ------- entstand, ---- -- Wasser --- ----- sich --- --- Volksmenge --- ------ und ------- --- bin ---------- -- dem ---- ------ Gerechten; ---- --- zu!

--- --- Pilatus ---- ---- -- ------ ausrichtete, ------- ---- -------- --- Aufruhr --------- ---- -- ------ und ----- ---- --- --- Volksmenge --- ------ --- ------- Ich --- ---------- -- --- Blut ------ ---------- ---- --- zu!

Matthaus 27,24


25

Matthaus 27,25

Und das ganze Volk antwortete und sprach: Sein Blut komme über uns und über unsere Kinder!

--- das ----- ---- antwortete --- ------- Sein ---- ----- über --- --- über ------ -------

--- --- ganze ---- ---------- --- ------- Sein ---- ----- ----- --- und ----- ------ -------

Matthaus 27,25


26

Matthaus 27,26

Da gab er ihnen den Barabbas frei; Jesus aber ließ er geißeln und übergab ihn zur Kreuzigung.

-- gab -- ----- den -------- ----- Jesus ---- ----- er -------- --- übergab --- --- Kreuzigung.

-- --- er ----- --- -------- ----- Jesus ---- ----- -- -------- und -------- --- --- -----------

Matthaus 27,26


27

Matthaus 27,27

Da nahmen die Kriegsknechte des Statthalters Jesus in das Prätorium und versammelten die ganze Schar um ihn.

-- nahmen --- ------------- des ------------ ----- in --- ---------- und ------------ --- ganze ----- -- ihn.

-- ------ die ------------- --- ------------ ----- in --- ---------- --- ------------ die ----- ----- -- ----

Matthaus 27,27


28

Matthaus 27,28

Und sie zogen ihn aus und legten ihm einen Purpurmantel um

--- sie ----- --- aus --- ------ ihm ----- ------------ um

--- --- zogen --- --- --- ------ ihm ----- ------------ --

Matthaus 27,28


29

Matthaus 27,29

und flochten eine Krone aus Dornen, setzten sie auf sein Haupt, gaben ihm ein Rohr in die rechte Hand und beugten vor ihm die Knie, verspotteten ihn und sprachen: Sei gegrüßt, König der Juden!

--- flochten ---- ----- aus ------- ------- sie --- ---- Haupt, ----- --- ein ---- -- die ------ ---- und ------- --- ihm --- ----- verspotteten --- --- sprachen: --- ---------- König --- ------

--- -------- eine ----- --- ------- ------- sie --- ---- ------ ----- ihm --- ---- -- --- rechte ---- --- ------- --- ihm --- ----- ------------ --- und --------- --- ---------- ------ der ------

Matthaus 27,29


30

Matthaus 27,30

Dann spuckten sie ihn an und nahmen das Rohr und schlugen ihn auf das Haupt.

---- spuckten --- --- an --- ------ das ---- --- schlugen --- --- das ------

---- -------- sie --- -- --- ------ das ---- --- -------- --- auf --- ------

Matthaus 27,30


31

Matthaus 27,31

Und nachdem sie ihn verspottet hatten, zogen sie ihm den Mantel aus und legten ihm seine Kleider an. Und sie führten ihn ab, um ihn zu kreuzigen.

--- nachdem --- --- verspottet ------- ----- sie --- --- Mantel --- --- legten --- ----- Kleider --- --- sie -------- --- ab, -- --- zu ----------

--- ------- sie --- ---------- ------- ----- sie --- --- ------ --- und ------ --- ----- ------- an. --- --- -------- --- ab, -- --- -- ----------

Matthaus 27,31


32

Matthaus 27,32

Als sie aber hinauszogen, fanden sie einen Mann von Kyrene namens Simon; den zwangen sie, ihm das Kreuz zu tragen.

--- sie ---- ------------ fanden --- ----- Mann --- ------ namens ------ --- zwangen ---- --- das ----- -- tragen.

--- --- aber ------------ ------ --- ----- Mann --- ------ ------ ------ den ------- ---- --- --- Kreuz -- -------

Matthaus 27,32


33

Matthaus 27,33

Und als sie an den Platz kamen, den man Golgatha nennt, das heißt »Schädelstätte«,

--- als --- -- den ----- ------ den --- -------- nennt, --- ------ »Schädelstätte«,

--- --- sie -- --- ----- ------ den --- -------- ------ --- heißt --------------------

Matthaus 27,33


34

Matthaus 27,34

gaben sie ihm Essig mit Galle vermischt zu trinken; und als er es gekostet hatte, wollte er nicht trinken.

----- sie --- ----- mit ----- --------- zu -------- --- als -- -- gekostet ------ ------ er ----- --------

----- --- ihm ----- --- ----- --------- zu -------- --- --- -- es -------- ------ ------ -- nicht --------

Matthaus 27,34


35

Matthaus 27,35

Nachdem sie ihn nun gekreuzigt hatten, teilten sie seine Kleider unter sich und warfen das Los, damit erfüllt würde, was durch den Propheten gesagt ist: »Sie haben meine Kleider unter sich geteilt, und das Los über mein Gewand geworfen«.

------- sie --- --- gekreuzigt ------- ------- sie ----- ------- unter ---- --- warfen --- ---- damit -------- ------- was ----- --- Propheten ------ ---- »Sie ----- ----- Kleider ----- ---- geteilt, --- --- Los ----- ---- Gewand -----------

------- --- ihn --- ---------- ------- ------- sie ----- ------- ----- ---- und ------ --- ---- ----- erfüllt ------- --- ----- --- Propheten ------ ---- ----- ----- meine ------- ----- ---- -------- und --- --- ----- ---- Gewand -----------

Matthaus 27,35


36

Matthaus 27,36

Und sie saßen dort und bewachten ihn.

--- sie ------ ---- und --------- ----

--- --- saßen ---- --- --------- ----

Matthaus 27,36


37

Matthaus 27,37

Und sie befestigten über seinem Haupt die Inschrift seiner Schuld: »Dies ist Jesus, der König der Juden«.

--- sie ----------- ----- seinem ----- --- Inschrift ------ ------- »Dies --- ------ der ------ --- Juden«.

--- --- befestigten ----- ------ ----- --- Inschrift ------ ------- ------ --- Jesus, --- ------ --- --------

Matthaus 27,37


38

Matthaus 27,38

Dann wurden mit ihm zwei Räuber gekreuzigt, einer zur Rechten, der andere zur Linken.

---- wurden --- --- zwei ------- ----------- einer --- -------- der ------ --- Linken.

---- ------ mit --- ---- ------- ----------- einer --- -------- --- ------ zur -------

Matthaus 27,38


39

Matthaus 27,39

Aber die Vorübergehenden lästerten ihn, schüttelten den Kopf

---- die ---------------- ---------- ihn, ------------ --- Kopf

---- --- Vorübergehenden ---------- ---- ------------ --- Kopf

Matthaus 27,39


40

Matthaus 27,40

und sprachen: Der du den Tempel zerstörst und in drei Tagen aufbaust, rette dich selbst! Wenn du Gottes Sohn bist, so steige vom Kreuz herab!

--- sprachen: --- -- den ------ ---------- und -- ---- Tagen --------- ----- dich ------- ---- du ------ ---- bist, -- ------ vom ----- ------

--- --------- Der -- --- ------ ---------- und -- ---- ----- --------- rette ---- ------- ---- -- Gottes ---- ----- -- ------ vom ----- ------

Matthaus 27,40


41

Matthaus 27,41

Gleicherweise spotteten aber auch die obersten Priester samt den Schriftgelehrten und ö"ltesten und sprachen:

------------- spotteten ---- ---- die -------- -------- samt --- ---------------- und ---------- --- sprachen:

------------- --------- aber ---- --- -------- -------- samt --- ---------------- --- ---------- und ---------

Matthaus 27,41


42

Matthaus 27,42

Andere hat er gerettet, sich selbst kann er nicht retten! Ist er der König Israels, so steige er nun vom Kreuz herab, und wir wollen ihm glauben!

------ hat -- --------- sich ------ ---- er ----- ------- Ist -- --- König -------- -- steige -- --- vom ----- ------ und --- ------ ihm --------

------ --- er --------- ---- ------ ---- er ----- ------- --- -- der ------ -------- -- ------ er --- --- ----- ------ und --- ------ --- --------

Matthaus 27,42


43

Matthaus 27,43

Er hat auf Gott vertraut; der befreie ihn jetzt, wenn er Lust an ihm hat; denn er hat ja gesagt: Ich bin Gottes Sohn!

-- hat --- ---- vertraut; --- ------- ihn ------ ---- er ---- -- ihm ---- ---- er --- -- gesagt: --- --- Gottes -----

-- --- auf ---- --------- --- ------- ihn ------ ---- -- ---- an --- ---- ---- -- hat -- ------- --- --- Gottes -----

Matthaus 27,43


44

Matthaus 27,44

Ebenso schmähten ihn auch die Räuber, die mit ihm gekreuzigt waren.

------ schmähten --- ---- die -------- --- mit --- ---------- waren.

------ ---------- ihn ---- --- -------- --- mit --- ---------- ------

Matthaus 27,44


45

Matthaus 27,45

Aber von der sechsten Stunde an kam eine Finsternis über das ganze Land bis zur neunten Stunde.

---- von --- -------- Stunde -- --- eine ---------- ----- das ----- ---- bis --- ------- Stunde.

---- --- der -------- ------ -- --- eine ---------- ----- --- ----- Land --- --- ------- -------

Matthaus 27,45


46

Matthaus 27,46

Und um die neunte Stunde rief Jesus mit lauter Stimme: Eli, Eli, lama sabachthani, das heißt: »Mein Gott, mein Gott, warum hast du mich verlassen?«

--- um --- ------ Stunde ---- ----- mit ------ ------- Eli, ---- ---- sabachthani, --- ------- »Mein ----- ---- Gott, ----- ---- du ---- ------------

--- -- die ------ ------ ---- ----- mit ------ ------- ---- ---- lama ------------ --- ------- ------ Gott, ---- ----- ----- ---- du ---- ------------

Matthaus 27,46


47

Matthaus 27,47

Etliche der Anwesenden sprachen, als sie es hörten: Der ruft den Elia!

------- der ---------- --------- als --- -- hörten: --- ---- den -----

------- --- Anwesenden --------- --- --- -- hörten: --- ---- --- -----

Matthaus 27,47


48

Matthaus 27,48

Und sogleich lief einer von ihnen, nahm einen Schwamm, füllte ihn mit Essig, steckte ihn auf ein Rohr und gab ihm zu trinken.

--- sogleich ---- ----- von ------ ---- einen -------- ------- ihn --- ------ steckte --- --- ein ---- --- gab --- -- trinken.

--- -------- lief ----- --- ------ ---- einen -------- ------- --- --- Essig, ------- --- --- --- Rohr --- --- --- -- trinken.

Matthaus 27,48


49

Matthaus 27,49

Die öœbrigen aber sprachen: Halt, lasst uns sehen, ob Elia kommt, um ihn zu retten!

--- öœbrigen ---- --------- Halt, ----- --- sehen, -- ---- kommt, -- --- zu -------

--- ---------- aber --------- ----- ----- --- sehen, -- ---- ------ -- ihn -- -------

Matthaus 27,49


50

Matthaus 27,50

Jesus aber schrie nochmals mit lauter Stimme und gab den Geist auf.

----- aber ------ -------- mit ------ ------ und --- --- Geist ----

----- ---- schrie -------- --- ------ ------ und --- --- ----- ----

Matthaus 27,50


51

Matthaus 27,51

Und siehe, der Vorhang im Tempel riss von oben bis unten entzwei, und die Erde erbebte, und die Felsen spalteten sich.

--- siehe, --- ------- im ------ ---- von ---- --- unten -------- --- die ---- -------- und --- ------ spalteten -----

--- ------ der ------- -- ------ ---- von ---- --- ----- -------- und --- ---- -------- --- die ------ --------- -----

Matthaus 27,51


52

Matthaus 27,52

Und die Gräber öffneten sich, und viele Leiber der entschlafenen Heiligen wurden auferweckt

--- die ------- --------- sich, --- ----- Leiber --- ------------- Heiligen ------ ----------

--- --- Gräber --------- ----- --- ----- Leiber --- ------------- -------- ------ auferweckt

Matthaus 27,52


53

Matthaus 27,53

und gingen aus den Gräbern hervor nach seiner Auferstehung und kamen in die heilige Stadt und erschienen vielen.

--- gingen --- --- Gräbern ------ ---- seiner ------------ --- kamen -- --- heilige ----- --- erschienen -------

--- ------ aus --- -------- ------ ---- seiner ------------ --- ----- -- die ------- ----- --- ---------- vielen.

Matthaus 27,53


54

Matthaus 27,54

Als aber der Hauptmann und die, welche mit ihm Jesus bewachten, das Erdbeben sahen und was da geschah, fürchteten sie sich sehr und sprachen: Wahrhaftig, dieser war Gottes Sohn!

--- aber --- --------- und ---- ------ mit --- ----- bewachten, --- -------- sahen --- --- da -------- ----------- sie ---- ---- und --------- ----------- dieser --- ------ Sohn!

--- ---- der --------- --- ---- ------ mit --- ----- ---------- --- Erdbeben ----- --- --- -- geschah, ----------- --- ---- ---- und --------- ----------- ------ --- Gottes -----

Matthaus 27,54


55

Matthaus 27,55

Es waren aber dort viele Frauen, die von ferne zusahen, welche Jesus von Galiläa her gefolgt waren und ihm gedient hatten;

-- waren ---- ---- viele ------- --- von ----- -------- welche ----- --- Galiläa --- ------- waren --- --- gedient -------

-- ----- aber ---- ----- ------- --- von ----- -------- ------ ----- von -------- --- ------- ----- und --- ------- -------

Matthaus 27,55


56

Matthaus 27,56

unter ihnen waren Maria Magdalena und Maria, die Mutter des Jakobus und Joses, und die Mutter der Söhne des Zebedäus.

----- ihnen ----- ----- Magdalena --- ------ die ------ --- Jakobus --- ------ und --- ------ der ------ --- Zebedäus.

----- ----- waren ----- --------- --- ------ die ------ --- ------- --- Joses, --- --- ------ --- Söhne --- ----------

Matthaus 27,56


57

Matthaus 27,57

Als es nun Abend geworden war, kam ein reicher Mann von Arimathia namens Joseph, der auch ein Jünger Jesu geworden war.

--- es --- ----- geworden ---- --- ein ------- ---- von --------- ------ Joseph, --- ---- ein ------- ---- geworden ----

--- -- nun ----- -------- ---- --- ein ------- ---- --- --------- namens ------- --- ---- --- Jünger ---- -------- ----

Matthaus 27,57


58

Matthaus 27,58

Dieser ging zu Pilatus und bat um den Leib Jesu. Da befahl Pilatus, dass ihm der Leib gegeben werde.

------ ging -- ------- und --- -- den ---- ----- Da ------ -------- dass --- --- Leib ------- ------

------ ---- zu ------- --- --- -- den ---- ----- -- ------ Pilatus, ---- --- --- ---- gegeben ------

Matthaus 27,58


59

Matthaus 27,59

Und Joseph nahm den Leib, wickelte ihn in reine Leinwand

--- Joseph ---- --- Leib, -------- --- in ----- --------

--- ------ nahm --- ----- -------- --- in ----- --------

Matthaus 27,59


60

Matthaus 27,60

und legte ihn in sein neues Grab, das er im Felsen hatte aushauen lassen; und er wälzte einen großen Stein vor den Eingang des Grabes und ging davon.

--- legte --- -- sein ----- ----- das -- -- Felsen ----- -------- lassen; --- -- wälzte ----- ------- Stein --- --- Eingang --- ------ und ---- ------

--- ----- ihn -- ---- ----- ----- das -- -- ------ ----- aushauen ------- --- -- ------- einen ------- ----- --- --- Eingang --- ------ --- ---- davon.

Matthaus 27,60


61

Matthaus 27,61

Es waren aber dort Maria Magdalena und die andere Maria, die saßen dem Grab gegenüber.

-- waren ---- ---- Maria --------- --- die ------ ------ die ------ --- Grab -----------

-- ----- aber ---- ----- --------- --- die ------ ------ --- ------ dem ---- -----------

Matthaus 27,61


62

Matthaus 27,62

Am anderen Tag nun, der auf den Rüsttag folgt, versammelten sich die obersten Priester und die Pharisäer bei Pilatus

-- anderen --- ---- der --- --- Rüsttag ------ ------------ sich --- -------- Priester --- --- Pharisäer --- -------

-- ------- Tag ---- --- --- --- Rüsttag ------ ------------ ---- --- obersten -------- --- --- ---------- bei -------

Matthaus 27,62


63

Matthaus 27,63

und sprachen: Herr, wir erinnern uns, dass dieser Verführer sprach, als er noch lebte: Nach drei Tagen werde ich auferstehen.

--- sprachen: ----- --- erinnern ---- ---- dieser ---------- ------- als -- ---- lebte: ---- ---- Tagen ----- --- auferstehen.

--- --------- Herr, --- -------- ---- ---- dieser ---------- ------- --- -- noch ------ ---- ---- ----- werde --- ------------

Matthaus 27,63


64

Matthaus 27,64

So befiehl nun, dass das Grab sicher bewacht wird bis zum dritten Tag, damit nicht etwa seine Jünger in der Nacht kommen, ihn stehlen und zum Volk sagen: Er ist aus den Toten auferstanden! und der letzte Betrug schlimmer wird als der erste.

-- befiehl ---- ---- das ---- ------ bewacht ---- --- zum ------- ---- damit ----- ---- seine ------- -- der ----- ------- ihn ------- --- zum ---- ------ Er --- --- den ----- ------------- und --- ------ Betrug --------- ---- als --- ------

-- ------- nun, ---- --- ---- ------ bewacht ---- --- --- ------- Tag, ----- ----- ---- ----- Jünger -- --- ----- ------- ihn ------- --- --- ---- sagen: -- --- --- --- Toten ------------- --- --- ------ Betrug --------- ---- --- --- erste.

Matthaus 27,64


65

Matthaus 27,65

Pilatus aber sprach zu ihnen: Ihr sollt eine Wache haben! Geht hin und bewacht es, so gut ihr könnt!

------- aber ------ -- ihnen: --- ----- eine ----- ------ Geht --- --- bewacht --- -- gut --- -------

------- ---- sprach -- ------ --- ----- eine ----- ------ ---- --- und ------- --- -- --- ihr -------

Matthaus 27,65


66

Matthaus 27,66

Da gingen sie hin, versiegelten den Stein und bewachten das Grab mit der Wache.

-- gingen --- ---- versiegelten --- ----- und --------- --- Grab --- --- Wache.

-- ------ sie ---- ------------ --- ----- und --------- --- ---- --- der ------

Matthaus 27,66