Deutsch 41-Markus 003(Schl2000)
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1 | Markus 3,1 | Und er ging wiederum in die Synagoge. Und es war dort ein Mensch, der hatte eine verdorrte Hand. | --- er ---- -------- in --- --------- Und -- --- dort --- ------- der ----- ---- verdorrte ----- | --- -- ging -------- -- --- --------- Und -- --- ---- --- Mensch, --- ----- ---- --------- Hand. | Markus 3,1 |
2 | Markus 3,2 | Und sie lauerten ihm auf, ob er ihn am Sabbat heilen würde, damit sie ihn verklagen könnten. | --- sie -------- --- auf, -- -- ihn -- ------ heilen ------- ----- sie --- --------- könnten. | --- --- lauerten --- ---- -- -- ihn -- ------ ------ ------- damit --- --- --------- --------- | Markus 3,2 |
3 | Markus 3,3 | Und er spricht zu dem Menschen, der die verdorrte Hand hatte: Steh auf und tritt in die Mitte! | --- er ------- -- dem --------- --- die --------- ---- hatte: ---- --- und ----- -- die ------ | --- -- spricht -- --- --------- --- die --------- ---- ------ ---- auf --- ----- -- --- Mitte! | Markus 3,3 |
4 | Markus 3,4 | Und er spricht zu ihnen: Darf man am Sabbat Gutes tun oder Böses tun, das Leben retten oder töten? Sie aber schwiegen. | --- er ------- -- ihnen: ---- --- am ------ ----- tun ---- ------ tun, --- ----- retten ---- ------- Sie ---- ---------- | --- -- spricht -- ------ ---- --- am ------ ----- --- ---- Böses ---- --- ----- ------ oder ------- --- ---- ---------- | Markus 3,4 |
5 | Markus 3,5 | Und indem er sie ringsumher mit Zorn ansah, betrübt wegen der Verstocktheit ihres Herzens, sprach er zu dem Menschen: Strecke deine Hand aus! Und er streckte sie aus, und seine Hand wurde wieder gesund wie die andere. | --- indem -- --- ringsumher --- ---- ansah, -------- ----- der ------------- ----- Herzens, ------ -- zu --- --------- Strecke ----- ---- aus! --- -- streckte --- ---- und ----- ---- wurde ------ ------ wie --- ------- | --- ----- er --- ---------- --- ---- ansah, -------- ----- --- ------------- ihres -------- ------ -- -- dem --------- ------- ----- ---- aus! --- -- -------- --- aus, --- ----- ---- ----- wieder ------ --- --- ------- | Markus 3,5 |
6 | Markus 3,6 | Da gingen die Pharisäer hinaus und hielten sogleich mit den Herodianern Rat gegen ihn, wie sie ihn umbringen könnten. | -- gingen --- ---------- hinaus --- ------- sogleich --- --- Herodianern --- ----- ihn, --- --- ihn --------- --------- | -- ------ die ---------- ------ --- ------- sogleich --- --- ----------- --- gegen ---- --- --- --- umbringen --------- | Markus 3,6 |
7 | Markus 3,7 | Aber Jesus zog sich mit seinen Jüngern an den See zurück; und eine große Menge aus Galiläa folgte ihm nach, auch aus Judäa | ---- Jesus --- ---- mit ------ -------- an --- --- zurück; --- ---- große ----- --- Galiläa ------ --- nach, ---- --- Judäa | ---- ----- zog ---- --- ------ -------- an --- --- -------- --- eine ------ ----- --- -------- folgte --- ----- ---- --- Judäa | Markus 3,7 |
8 | Markus 3,8 | und von Jerusalem und von Idumäa und von jenseits des Jordan; und die aus der Gegend von Tyrus und Zidon kamen in großen Scharen zu ihm, weil sie gehört hatten, wie viel er tat. | --- von --------- --- von ------- --- von -------- --- Jordan; --- --- aus --- ------ von ----- --- Zidon ----- -- großen ------- -- ihm, ---- --- gehört ------- --- viel -- ---- | --- --- Jerusalem --- --- ------- --- von -------- --- ------- --- die --- --- ------ --- Tyrus --- ----- ----- -- großen ------- -- ---- ---- sie ------- ------- --- ---- er ---- | Markus 3,8 |
9 | Markus 3,9 | Und er befahl seinen Jüngern, ihm ein kleines Schiff bereitzuhalten um der Volksmenge willen, damit sie ihn nicht bedrängten. | --- er ------ ------ Jüngern, --- --- kleines ------ -------------- um --- ---------- willen, ----- --- ihn ----- ------------ | --- -- befahl ------ --------- --- --- kleines ------ -------------- -- --- Volksmenge ------- ----- --- --- nicht ------------ | Markus 3,9 |
10 | Markus 3,10 | Denn er heilte viele, so dass alle, die eine Plage hatten, sich an ihn herandrängten, um ihn anzurühren. | ---- er ------ ------ so ---- ----- die ---- ----- hatten, ---- -- ihn --------------- -- ihn ------------ | ---- -- heilte ------ -- ---- ----- die ---- ----- ------- ---- an --- --------------- -- --- anzurühren. | Markus 3,10 |
11 | Markus 3,11 | Und wenn ihn die unreinen Geister erblickten, fielen sie vor ihm nieder, schrien und sprachen: Du bist der Sohn Gottes! | --- wenn --- --- unreinen ------- ----------- fielen --- --- ihm ------- ------- und --------- -- bist --- ---- Gottes! | --- ---- ihn --- -------- ------- ----------- fielen --- --- --- ------- schrien --- --------- -- ---- der ---- ------- | Markus 3,11 |
12 | Markus 3,12 | Und er gebot ihnen streng, dass sie ihn nicht offenbar machen sollten. | --- er ----- ----- streng, ---- --- ihn ----- -------- machen -------- | --- -- gebot ----- ------- ---- --- ihn ----- -------- ------ -------- | Markus 3,12 |
13 | Markus 3,13 | Und er stieg auf den Berg und rief zu sich, welche er wollte; und sie kamen zu ihm. | --- er ----- --- den ---- --- rief -- ----- welche -- ------- und --- ----- zu ---- | --- -- stieg --- --- ---- --- rief -- ----- ------ -- wollte; --- --- ----- -- ihm. | Markus 3,13 |
14 | Markus 3,14 | Und er bestimmte zwölf, die bei ihm sein sollten und die er aussandte, um zu verkündigen, | --- er --------- ------- die --- --- sein ------- --- die -- ---------- um -- ------------- | --- -- bestimmte ------- --- --- --- sein ------- --- --- -- aussandte, -- -- ------------- | Markus 3,14 |
15 | Markus 3,15 | und die Vollmacht haben sollten, die Krankheiten zu heilen und die Dämonen auszutreiben: | --- die --------- ----- sollten, --- ----------- zu ------ --- die -------- ------------- | --- --- Vollmacht ----- -------- --- ----------- zu ------ --- --- -------- auszutreiben: | Markus 3,15 |
16 | Markus 3,16 | Simon, dem er den Beinamen Petrus gab, | ------ dem -- --- Beinamen ------ ---- | ------ --- er --- -------- ------ ---- | Markus 3,16 |
17 | Markus 3,17 | und Jakobus, den Sohn des Zebedäus, und Johannes, den Bruder des Jakobus, denen er den Beinamen »Boanerges« gab, das heißt Donnersöhne, | --- Jakobus, --- ---- des ---------- --- Johannes, --- ------ des -------- ----- er --- -------- »Boanerges« ---- --- heißt ------------- | --- -------- den ---- --- ---------- --- Johannes, --- ------ --- -------- denen -- --- -------- ------------- gab, --- ------ ------------- | Markus 3,17 |
18 | Markus 3,18 | und Andreas, Philippus, Bartholomäus, Matthäus, Thomas, Jakobus, den Sohn des Alphäus, Thaddäus, Simon den Kananiter, | --- Andreas, ---------- -------------- Matthäus, ------- -------- den ---- --- Alphäus, ---------- ----- den ---------- | --- -------- Philippus, -------------- ---------- ------- -------- den ---- --- --------- ---------- Simon --- ---------- | Markus 3,18 |
19 | Markus 3,19 | und Judas Ischariot, der ihn auch verriet. | --- Judas ---------- --- ihn ---- -------- | --- ----- Ischariot, --- --- ---- -------- | Markus 3,19 |
20 | Markus 3,20 | Und sie traten in das Haus, und es kam nochmals eine Volksmenge zusammen, so dass sie nicht einmal Speise zu sich nehmen konnten. | --- sie ------ -- das ----- --- es --- -------- eine ---------- --------- so ---- --- nicht ------ ------ zu ---- ------ konnten. | --- --- traten -- --- ----- --- es --- -------- ---- ---------- zusammen, -- ---- --- ----- einmal ------ -- ---- ------ konnten. | Markus 3,20 |
21 | Markus 3,21 | Und als die, welche um ihn waren, es hörten, gingen sie aus, um ihn zu ergreifen; denn sie sagten: Er ist von Sinnen! | --- als ---- ------ um --- ------ es -------- ------ sie ---- -- ihn -- ---------- denn --- ------- Er --- --- Sinnen! | --- --- die, ------ -- --- ------ es -------- ------ --- ---- um --- -- ---------- ---- sie ------- -- --- --- Sinnen! | Markus 3,21 |
22 | Markus 3,22 | Und die Schriftgelehrten, die von Jerusalem herabgekommen waren, sprachen: Er hat den Beelzebul! und: Durch den Obersten der Dämonen treibt er die Dämonen aus! | --- die ----------------- --- von --------- ------------- waren, --------- -- hat --- ---------- und: ----- --- Obersten --- -------- treibt -- --- Dämonen ---- | --- --- Schriftgelehrten, --- --- --------- ------------- waren, --------- -- --- --- Beelzebul! ---- ----- --- -------- der -------- ------ -- --- Dämonen ---- | Markus 3,22 |
23 | Markus 3,23 | Da rief er sie zu sich und sprach in Gleichnissen zu ihnen: Wie kann der Satan den Satan austreiben? | -- rief -- --- zu ---- --- sprach -- ------------ zu ------ --- kann --- ----- den ----- ----------- | -- ---- er --- -- ---- --- sprach -- ------------ -- ------ Wie ---- --- ----- --- Satan ----------- | Markus 3,23 |
24 | Markus 3,24 | Und wenn ein Reich in sich selbst uneins ist, so kann ein solches Reich nicht bestehen. | --- wenn --- ----- in ---- ------ uneins ---- -- kann --- ------- Reich ----- --------- | --- ---- ein ----- -- ---- ------ uneins ---- -- ---- --- solches ----- ----- --------- | Markus 3,24 |
25 | Markus 3,25 | Und wenn ein Haus in sich selbst uneins ist, so kann ein solches Haus nicht bestehen. | --- wenn --- ---- in ---- ------ uneins ---- -- kann --- ------- Haus ----- --------- | --- ---- ein ---- -- ---- ------ uneins ---- -- ---- --- solches ---- ----- --------- | Markus 3,25 |
26 | Markus 3,26 | Und wenn der Satan gegen sich selbst auftritt und entzweit ist, so kann er nicht bestehen, sondern er nimmt ein Ende. | --- wenn --- ----- gegen ---- ------ auftritt --- -------- ist, -- ---- er ----- --------- sondern -- ----- ein ----- | --- ---- der ----- ----- ---- ------ auftritt --- -------- ---- -- kann -- ----- --------- ------- er ----- --- ----- | Markus 3,26 |
27 | Markus 3,27 | Niemand kann in das Haus des Starken hineingehen und seinen Hausrat rauben, es sei denn, er bindet zuvor den Starken; dann erst wird er sein Haus berauben. | ------- kann -- --- Haus --- ------- hineingehen --- ------ Hausrat ------- -- sei ----- -- bindet ----- --- Starken; ---- ---- wird -- ---- Haus --------- | ------- ---- in --- ---- --- ------- hineingehen --- ------ ------- ------- es --- ----- -- ------ zuvor --- -------- ---- ---- wird -- ---- ---- --------- | Markus 3,27 |
28 | Markus 3,28 | Wahrlich, ich sage euch: Alle Sünden sollen den Menschenkindern vergeben werden, auch die Lästerungen, womit sie lästern; | --------- ich ---- ----- Alle ------- ------ den --------------- -------- werden, ---- --- Lästerungen, ----- --- lästern; | --------- --- sage ----- ---- ------- ------ den --------------- -------- ------- ---- die ------------- ----- --- --------- | Markus 3,28 |
29 | Markus 3,29 | wer aber gegen den Heiligen Geist lästert, der hat in Ewigkeit keine Vergebung, sondern er ist einem ewigen Gericht verfallen. | --- aber ----- --- Heiligen ----- --------- der --- -- Ewigkeit ----- ---------- sondern -- --- einem ------ ------- verfallen. | --- ---- gegen --- -------- ----- --------- der --- -- -------- ----- Vergebung, ------- -- --- ----- ewigen ------- ---------- | Markus 3,29 |
30 | Markus 3,30 | Denn sie sagten: Er hat einen unreinen Geist. | ---- sie ------- -- hat ----- -------- Geist. | ---- --- sagten: -- --- ----- -------- Geist. | Markus 3,30 |
31 | Markus 3,31 | Da kamen seine Brüder und seine Mutter; sie blieben aber draußen, schickten zu ihm und ließen ihn rufen. | -- kamen ----- ------- und ----- ------- sie ------- ---- draußen, --------- -- ihm --- ------- ihn ------ | -- ----- seine ------- --- ----- ------- sie ------- ---- --------- --------- zu --- --- ------- --- rufen. | Markus 3,31 |
32 | Markus 3,32 | Und die Volksmenge saß um ihn her. Sie sprachen aber zu ihm: Siehe, deine Mutter und deine Brüder sind draußen und suchen dich! | --- die ---------- ---- um --- ---- Sie -------- ---- zu ---- ------ deine ------ --- deine ------- ---- draußen --- ------ dich! | --- --- Volksmenge ---- -- --- ---- Sie -------- ---- -- ---- Siehe, ----- ------ --- ----- Brüder ---- -------- --- ------ dich! | Markus 3,32 |
33 | Markus 3,33 | Und er antwortete ihnen und sprach: Wer ist meine Mutter oder wer sind meine Brüder? | --- er ---------- ----- und ------- --- ist ----- ------ oder --- ---- meine -------- | --- -- antwortete ----- --- ------- --- ist ----- ------ ---- --- sind ----- -------- | Markus 3,33 |
34 | Markus 3,34 | Und indem er ringsumher die ansah, die um ihn saßen, sprach er: Siehe da, meine Mutter und meine Brüder! | --- indem -- ---------- die ------ --- um --- ------- sprach --- ----- da, ----- ------ und ----- -------- | --- ----- er ---------- --- ------ --- um --- ------- ------ --- Siehe --- ----- ------ --- meine -------- | Markus 3,34 |
35 | Markus 3,35 | Denn wer den Willen Gottes tut, der ist mein Bruder und meine Schwester und Mutter. | ---- wer --- ------ Gottes ---- --- ist ---- ------ und ----- --------- und ------- | ---- --- den ------ ------ ---- --- ist ---- ------ --- ----- Schwester --- ------- | Markus 3,35 |