Deutsch 41-Markus 011(Schl2000)
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1 | Markus 11,1 | Und als sie sich Jerusalem näherten und nach Bethphage und Bethanien an den ö-lberg kamen, sandte er zwei seiner Jünger | --- als --- ---- Jerusalem --------- --- nach --------- --- Bethanien -- --- ö-lberg ------ ------ er ---- ------ Jünger | --- --- sie ---- --------- --------- --- nach --------- --- --------- -- den -------- ------ ------ -- zwei ------ ------- | Markus 11,1 |
2 | Markus 11,2 | und sprach zu ihnen: Geht in das Dorf, das vor euch liegt, und sobald ihr dort hineinkommt, werdet ihr ein Füllen angebunden finden, auf dem nie ein Mensch gesessen hat; bindet es los und führt es her! | --- sprach -- ------ Geht -- --- Dorf, --- --- euch ------ --- sobald --- ---- hineinkommt, ------ --- ein ------- ---------- finden, --- --- nie --- ------ gesessen ---- ------ es --- --- führt -- ---- | --- ------ zu ------ ---- -- --- Dorf, --- --- ---- ------ und ------ --- ---- ------------ werdet --- --- ------- ---------- finden, --- --- --- --- Mensch -------- ---- ------ -- los --- ------ -- ---- | Markus 11,2 |
3 | Markus 11,3 | Und wenn jemand zu euch sagt: Warum tut ihr das? so sprecht: Der Herr braucht es!, so wird er es sogleich hierher senden. | --- wenn ------ -- euch ----- ----- tut --- ---- so -------- --- Herr ------- ---- so ---- -- es -------- ------- senden. | --- ---- jemand -- ---- ----- ----- tut --- ---- -- -------- Der ---- ------- ---- -- wird -- -- -------- ------- senden. | Markus 11,3 |
4 | Markus 11,4 | Sie aber gingen hin und fanden das Füllen angebunden an dem Tor draußen am Scheideweg und banden es los. | --- aber ------ --- und ------ --- Füllen ---------- -- dem --- -------- am ---------- --- banden -- ---- | --- ---- gingen --- --- ------ --- Füllen ---------- -- --- --- draußen -- ---------- --- ------ es ---- | Markus 11,4 |
5 | Markus 11,5 | Und etliche der Umstehenden sprachen zu ihnen: Was macht ihr da, dass ihr das Füllen losbindet? | --- etliche --- ----------- sprachen -- ------ Was ----- --- da, ---- --- das ------- ---------- | --- ------- der ----------- -------- -- ------ Was ----- --- --- ---- ihr --- ------- ---------- | Markus 11,5 |
6 | Markus 11,6 | Sie aber redeten zu ihnen, wie Jesus befohlen hatte, und sie ließen es ihnen. | --- aber ------- -- ihnen, --- ----- befohlen ------ --- sie ------- -- ihnen. | --- ---- redeten -- ------ --- ----- befohlen ------ --- --- ------- es ------ | Markus 11,6 |
7 | Markus 11,7 | Und sie führten das Füllen zu Jesus und legten ihre Kleider darauf, und er setzte sich darauf. | --- sie -------- --- Füllen -- ----- und ------ ---- Kleider ------- --- er ------ ---- darauf. | --- --- führten --- ------- -- ----- und ------ ---- ------- ------- und -- ------ ---- ------- | Markus 11,7 |
8 | Markus 11,8 | Da breiteten viele ihre Kleider aus auf dem Weg, andere aber hieben Zweige von den Bäumen und streuten sie auf den Weg. | -- breiteten ----- ---- Kleider --- --- dem ---- ------ aber ------ ------ von --- ------- und -------- --- auf --- ---- | -- --------- viele ---- ------- --- --- dem ---- ------ ---- ------ Zweige --- --- ------- --- streuten --- --- --- ---- | Markus 11,8 |
9 | Markus 11,9 | Und die vorausgingen und die nachfolgten, riefen und sprachen: »Hosianna! Gepriesen sei der, welcher kommt im Namen des Herrn!« | --- die ------------ --- die ------------ ------ und --------- ----------- Gepriesen --- ---- welcher ----- -- Namen --- -------- | --- --- vorausgingen --- --- ------------ ------ und --------- ----------- --------- --- der, ------- ----- -- ----- des -------- | Markus 11,9 |
10 | Markus 11,10 | Gepriesen sei das Reich unseres Vaters David, das kommt im Namen des Herrn! Hosianna in der Höhe! | --------- sei --- ----- unseres ------ ------ das ----- -- Namen --- ------ Hosianna -- --- Höhe! | --------- --- das ----- ------- ------ ------ das ----- -- ----- --- Herrn! -------- -- --- ------ | Markus 11,10 |
11 | Markus 11,11 | Und Jesus zog ein in Jerusalem und in den Tempel. Und nachdem er alles betrachtet hatte, ging er, da die Stunde schon vorgerückt war, mit den Zwölfen hinaus nach Bethanien. | --- Jesus --- --- in --------- --- in --- ------- Und ------- -- alles ---------- ------ ging --- -- die ------ ----- vorgerückt ---- --- den -------- ------ nach ---------- | --- ----- zog --- -- --------- --- in --- ------- --- ------- er ----- ---------- ------ ---- er, -- --- ------ ----- vorgerückt ---- --- --- -------- hinaus ---- ---------- | Markus 11,11 |
12 | Markus 11,12 | Und als sie am folgenden Tag Bethanien verließen, hatte er Hunger. | --- als --- -- folgenden --- --------- verließen, ----- -- Hunger. | --- --- sie -- --------- --- --------- verließen, ----- -- ------- | Markus 11,12 |
13 | Markus 11,13 | Und als er von fern einen Feigenbaum sah, der Blätter hatte, ging er hin, ob er etwas daran finden würde. Und als er zu ihm kam, fand er nichts als Blätter; denn es war nicht die Zeit der Feigen. | --- als -- --- fern ----- ---------- sah, --- -------- hatte, ---- -- hin, -- -- etwas ----- ------ würde. --- --- er -- --- kam, ---- -- nichts --- --------- denn -- --- nicht --- ---- der ------- | --- --- er --- ---- ----- ---------- sah, --- -------- ------ ---- er ---- -- -- ----- daran ------ ------- --- --- er -- --- ---- ---- er ------ --- --------- ---- es --- ----- --- ---- der ------- | Markus 11,13 |
14 | Markus 11,14 | Und Jesus begann und sprach zu ihm: Es esse in Ewigkeit niemand mehr eine Frucht von dir! Und seine Jünger hörten es. | --- Jesus ------ --- sprach -- ---- Es ---- -- Ewigkeit ------- ---- eine ------ --- dir! --- ----- Jünger ------- --- | --- ----- begann --- ------ -- ---- Es ---- -- -------- ------- mehr ---- ------ --- ---- Und ----- ------- ------- --- | Markus 11,14 |
15 | Markus 11,15 | Und sie kamen nach Jerusalem. Und Jesus ging in den Tempel und begann die hinauszutreiben, die im Tempel verkauften und kauften; und er stieß die Tische der Wechsler um und die Stühle der Taubenverkäufer. | --- sie ----- ---- Jerusalem. --- ----- ging -- --- Tempel --- ------ die ---------------- --- im ------ ---------- und -------- --- er ------ --- Tische --- -------- um --- --- Stühle --- ----------------- | --- --- kamen ---- ---------- --- ----- ging -- --- ------ --- begann --- ---------------- --- -- Tempel ---------- --- -------- --- er ------ --- ------ --- Wechsler -- --- --- ------- der ----------------- | Markus 11,15 |
16 | Markus 11,16 | Und er ließ nicht zu, dass jemand ein Gerät durch den Tempel trug. | --- er ----- ----- zu, ---- ------ ein ------ ----- den ------ ----- | --- -- ließ ----- --- ---- ------ ein ------ ----- --- ------ trug. | Markus 11,16 |
17 | Markus 11,17 | Und er lehrte und sprach zu ihnen: Steht nicht geschrieben: »Mein Haus soll ein Bethaus für alle Völker genannt werden«? Ihr aber habt eine Räuberhöhle daraus gemacht! | --- er ------ --- sprach -- ------ Steht ----- ------------ »Mein ---- ---- ein ------- ---- alle ------- ------- werden«? --- ---- habt ---- ------------- daraus -------- | --- -- lehrte --- ------ -- ------ Steht ----- ------------ ------ ---- soll --- ------- ---- ---- Völker ------- --------- --- ---- habt ---- ------------- ------ -------- | Markus 11,17 |
18 | Markus 11,18 | Und die Schriftgelehrten und die obersten Priester hörten es und suchten, wie sie ihn umbringen könnten; denn sie fürchteten ihn, weil die ganze Volksmenge über seine Lehre staunte. | --- die ---------------- --- die -------- -------- hörten -- --- suchten, --- --- ihn --------- --------- denn --- ----------- ihn, ---- --- ganze ---------- ----- seine ----- -------- | --- --- Schriftgelehrten --- --- -------- -------- hörten -- --- -------- --- sie --- --------- --------- ---- sie ----------- ---- ---- --- ganze ---------- ----- ----- ----- staunte. | Markus 11,18 |
19 | Markus 11,19 | Und als es Abend geworden war, ging er aus der Stadt hinaus. | --- als -- ----- geworden ---- ---- er --- --- Stadt ------- | --- --- es ----- -------- ---- ---- er --- --- ----- ------- | Markus 11,19 |
20 | Markus 11,20 | Und als sie am Morgen vorbeikamen, sahen sie, dass der Feigenbaum von den Wurzeln an verdorrt war. | --- als --- -- Morgen ------------ ----- sie, ---- --- Feigenbaum --- --- Wurzeln -- -------- war. | --- --- sie -- ------ ------------ ----- sie, ---- --- ---------- --- den ------- -- -------- ---- | Markus 11,20 |
21 | Markus 11,21 | Und Petrus erinnerte sich und sprach zu ihm: Rabbi, siehe, der Feigenbaum, den du verflucht hast, ist verdorrt! | --- Petrus --------- ---- und ------ -- ihm: ------ ------ der ----------- --- du --------- ----- ist --------- | --- ------ erinnerte ---- --- ------ -- ihm: ------ ------ --- ----------- den -- --------- ----- --- verdorrt! | Markus 11,21 |
22 | Markus 11,22 | Und Jesus antwortete und sprach zu ihnen: Habt Glauben an Gott! | --- Jesus ---------- --- sprach -- ------ Habt ------- -- Gott! | --- ----- antwortete --- ------ -- ------ Habt ------- -- ----- | Markus 11,22 |
23 | Markus 11,23 | Denn wahrlich, ich sage euch: Wenn jemand zu diesem Berg spricht: Hebe dich und wirf dich ins Meer! und in seinem Herzen nicht zweifelt, sondern glaubt, dass das, was er sagt, geschieht, so wird ihm zuteil werden, was immer er sagt. | ---- wahrlich, --- ---- euch: ---- ------ zu ------ ---- spricht: ---- ---- und ---- ---- ins ----- --- in ------ ------ nicht --------- ------- glaubt, ---- ---- was -- ----- geschieht, -- ---- ihm ------ ------- was ----- -- sagt. | ---- --------- ich ---- ----- ---- ------ zu ------ ---- -------- ---- dich --- ---- ---- --- Meer! --- -- ------ ------ nicht --------- ------- ------- ---- das, --- -- ----- ---------- so ---- --- ------ ------- was ----- -- ----- | Markus 11,23 |
24 | Markus 11,24 | Darum sage ich euch: Alles, was ihr auch immer im Gebet erbittet, glaubt, dass ihr es empfangt, so wird es euch zuteil werden! | ----- sage --- ----- Alles, --- --- auch ----- -- Gebet --------- ------- dass --- -- empfangt, -- ---- es ---- ------ werden! | ----- ---- ich ----- ------ --- --- auch ----- -- ----- --------- glaubt, ---- --- -- --------- so ---- -- ---- ------ werden! | Markus 11,24 |
25 | Markus 11,25 | Und wenn ihr dasteht und betet, so vergebt, wenn ihr etwas gegen jemand habt, damit auch euer Vater im Himmel euch eure Verfehlungen vergibt. | --- wenn --- ------- und ------ -- vergebt, ---- --- etwas ----- ------ habt, ----- ---- euer ----- -- Himmel ---- ---- Verfehlungen -------- | --- ---- ihr ------- --- ------ -- vergebt, ---- --- ----- ----- jemand ----- ----- ---- ---- Vater -- ------ ---- ---- Verfehlungen -------- | Markus 11,25 |
26 | Markus 11,26 | Wenn ihr aber nicht vergebt, so wird auch euer Vater im Himmel eure Verfehlungen nicht vergeben. | ---- ihr ---- ----- vergebt, -- ---- auch ---- ----- im ------ ---- Verfehlungen ----- --------- | ---- --- aber ----- -------- -- ---- auch ---- ----- -- ------ eure ------------ ----- --------- | Markus 11,26 |
27 | Markus 11,27 | Und sie kamen wiederum nach Jerusalem. Und als er im Tempel umherging, traten die obersten Priester und die Schriftgelehrten und die ö"ltesten zu ihm | --- sie ----- -------- nach ---------- --- als -- -- Tempel ---------- ------ die -------- -------- und --- ---------------- und --- ---------- zu --- | --- --- kamen -------- ---- ---------- --- als -- -- ------ ---------- traten --- -------- -------- --- die ---------------- --- --- ---------- zu --- | Markus 11,27 |
28 | Markus 11,28 | und sprachen zu ihm: In welcher Vollmacht tust du dies? Und wer hat dir diese Vollmacht gegeben, dies zu tun? | --- sprachen -- ---- In ------- --------- tust -- ----- Und --- --- dir ----- --------- gegeben, ---- -- tun? | --- -------- zu ---- -- ------- --------- tust -- ----- --- --- hat --- ----- --------- -------- dies -- ---- | Markus 11,28 |
29 | Markus 11,29 | Jesus aber antwortete und sprach zu ihnen: Auch ich will euch ein Wort fragen; wenn ihr mir antwortet, so will ich euch sagen, in welcher Vollmacht ich dies tue. | ----- aber ---------- --- sprach -- ------ Auch --- ---- euch --- ---- fragen; ---- --- mir ---------- -- will --- ---- sagen, -- ------- Vollmacht --- ---- tue. | ----- ---- antwortete --- ------ -- ------ Auch --- ---- ---- --- Wort ------- ---- --- --- antwortet, -- ---- --- ---- sagen, -- ------- --------- --- dies ---- | Markus 11,29 |
30 | Markus 11,30 | War die Taufe des Johannes vom Himmel oder von Menschen? Antwortet mir! | --- die ----- --- Johannes --- ------ oder --- --------- Antwortet ---- | --- --- Taufe --- -------- --- ------ oder --- --------- --------- ---- | Markus 11,30 |
31 | Markus 11,31 | Und sie überlegten bei sich selbst und sprachen: Wenn wir sagen: Vom Himmel, so wird er fragen: Warum habt ihr ihm dann nicht geglaubt? | --- sie ----------- --- sich ------ --- sprachen: ---- --- sagen: --- ------- so ---- -- fragen: ----- ---- ihr --- ---- nicht --------- | --- --- überlegten --- ---- ------ --- sprachen: ---- --- ------ --- Himmel, -- ---- -- ------- Warum ---- --- --- ---- nicht --------- | Markus 11,31 |
32 | Markus 11,32 | Wenn wir aber sagen: Von Menschen - da fürchteten sie das Volk; denn alle meinten, dass Johannes wirklich ein Prophet gewesen war. | ---- wir ---- ------ Von -------- - da ----------- --- das ----- ---- alle -------- ---- Johannes -------- --- Prophet ------- ---- | ---- --- aber ------ --- -------- - da ----------- --- --- ----- denn ---- -------- ---- -------- wirklich --- ------- ------- ---- | Markus 11,32 |
33 | Markus 11,33 | Und sie antworten Jesus und sprachen: Wir wissen es nicht! Da erwiderte Jesus und sprach zu ihnen: So sage ich euch auch nicht, in welcher Vollmacht ich dies tue! | --- sie --------- ----- und --------- --- wissen -- ------ Da --------- ----- und ------ -- ihnen: -- ---- ich ---- ---- nicht, -- ------- Vollmacht --- ---- tue! | --- --- antworten ----- --- --------- --- wissen -- ------ -- --------- Jesus --- ------ -- ------ So ---- --- ---- ---- nicht, -- ------- --------- --- dies ---- | Markus 11,33 |