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Deutsch 41-Markus 015(Schl2000)

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1

Markus 15,1

Und gleich in der Frühe fassten die obersten Priester mit den ö"ltesten und Schriftgelehrten und dem ganzen Hohen Rat einen Beschluss und führten Jesus gebunden hin und lieferten ihn dem Pilatus aus.

--- gleich -- --- Frühe ------- --- obersten -------- --- den ---------- --- Schriftgelehrten --- --- ganzen ----- --- einen --------- --- führten ----- -------- hin --- --------- ihn --- ------- aus.

--- ------ in --- ------ ------- --- obersten -------- --- --- ---------- und ---------------- --- --- ------ Hohen --- ----- --------- --- führten ----- -------- --- --- lieferten --- --- ------- ----

Markus 15,1


2

Markus 15,2

Und Pilatus fragte ihn: Bist du der König der Juden? Er aber antwortete und sprach zu ihm: Du sagst es!

--- Pilatus ------ ---- Bist -- --- König --- ------ Er ---- ---------- und ------ -- ihm: -- ----- es!

--- ------- fragte ---- ---- -- --- König --- ------ -- ---- antwortete --- ------ -- ---- Du ----- ---

Markus 15,2


3

Markus 15,3

Und die obersten Priester brachten viele Anklagen gegen ihn vor. Er aber antwortete ihnen nichts.

--- die -------- -------- brachten ----- -------- gegen --- ---- Er ---- ---------- ihnen -------

--- --- obersten -------- -------- ----- -------- gegen --- ---- -- ---- antwortete ----- -------

Markus 15,3


4

Markus 15,4

Pilatus aber fragte ihn wieder und sprach: Antwortest du nichts? Sieh, wie viele Dinge sie gegen dich aussagen!

------- aber ------ --- wieder --- ------- Antwortest -- ------- Sieh, --- ----- Dinge --- ----- dich ---------

------- ---- fragte --- ------ --- ------- Antwortest -- ------- ----- --- viele ----- --- ----- ---- aussagen!

Markus 15,4


5

Markus 15,5

Jesus aber antwortete nichts mehr, so dass sich Pilatus verwunderte.

----- aber ---------- ------ mehr, -- ---- sich ------- ------------

----- ---- antwortete ------ ----- -- ---- sich ------- ------------

Markus 15,5


6

Markus 15,6

Aber anlässlich des Festes pflegte er ihnen einen Gefangenen freizugeben, welchen sie wollten.

---- anlässlich --- ------ pflegte -- ----- einen ---------- ------------ welchen --- --------

---- ----------- des ------ ------- -- ----- einen ---------- ------------ ------- --- wollten.

Markus 15,6


7

Markus 15,7

Es lag aber ein gewisser Barabbas gefangen samt den Mitaufrührern, die im Aufruhr einen Mord begangen hatten.

-- lag ---- --- gewisser -------- -------- samt --- --------------- die -- ------- einen ---- -------- hatten.

-- --- aber --- -------- -------- -------- samt --- --------------- --- -- Aufruhr ----- ---- -------- -------

Markus 15,7


8

Markus 15,8

Und die Menge erhob ein Geschrei und fing an, das zu verlangen, was er ihnen jedesmal gewährt hatte.

--- die ----- ----- ein -------- --- fing --- --- zu ---------- --- er ----- -------- gewährt ------

--- --- Menge ----- --- -------- --- fing --- --- -- ---------- was -- ----- -------- -------- hatte.

Markus 15,8


9

Markus 15,9

Pilatus aber antwortete ihnen und sprach: Wollt ihr, dass ich euch den König der Juden freigebe?

------- aber ---------- ----- und ------- ----- ihr, ---- --- euch --- ------ der ----- ---------

------- ---- antwortete ----- --- ------- ----- ihr, ---- --- ---- --- König --- ----- ---------

Markus 15,9


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Markus 15,10

Denn er wusste, dass die obersten Priester ihn aus Neid ausgeliefert hatten.

---- er ------- ---- die -------- -------- ihn --- ---- ausgeliefert -------

---- -- wusste, ---- --- -------- -------- ihn --- ---- ------------ -------

Markus 15,10


11

Markus 15,11

Aber die obersten Priester wiegelten die Volksmenge auf, dass er ihnen lieber den Barabbas losgeben solle.

---- die -------- -------- wiegelten --- ---------- auf, ---- -- ihnen ------ --- Barabbas -------- ------

---- --- obersten -------- --------- --- ---------- auf, ---- -- ----- ------ den -------- -------- ------

Markus 15,11


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Markus 15,12

Und Pilatus antwortete und sprach wiederum zu ihnen: Was wollt ihr nun, dass ich mit dem tue, den ihr König der Juden nennt?

--- Pilatus ---------- --- sprach -------- -- ihnen: --- ----- ihr ---- ---- ich --- --- tue, --- --- König --- ----- nennt?

--- ------- antwortete --- ------ -------- -- ihnen: --- ----- --- ---- dass --- --- --- ---- den --- ------ --- ----- nennt?

Markus 15,12


13

Markus 15,13

Sie aber schrien wiederum: Kreuzige ihn!

--- aber ------- --------- Kreuzige ----

--- ---- schrien --------- -------- ----

Markus 15,13


14

Markus 15,14

Und Pilatus sprach zu ihnen: Was hat er denn Böses getan? Da schrien sie noch viel mehr: Kreuzige ihn!

--- Pilatus ------ -- ihnen: --- --- er ---- ------ getan? -- ------- sie ---- ---- mehr: -------- ----

--- ------- sprach -- ------ --- --- er ---- ------ ------ -- schrien --- ---- ---- ----- Kreuzige ----

Markus 15,14


15

Markus 15,15

Weil nun Pilatus die Menge befriedigen wollte, gab er ihnen den Barabbas frei und übergab Jesus, nachdem er ihn hatte auspeitschen lassen, damit er gekreuzigt werde.

---- nun ------- --- Menge ----------- ------- gab -- ----- den -------- ---- und -------- ------ nachdem -- --- hatte ------------ ------- damit -- ---------- werde.

---- --- Pilatus --- ----- ----------- ------- gab -- ----- --- -------- frei --- -------- ------ ------- er --- ----- ------------ ------- damit -- ---------- ------

Markus 15,15


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Markus 15,16

Da führten ihn die Kriegsknechte hinein in den Hof, das ist das Prätorium; und sie riefen die ganze Schar zusammen,

-- führten --- --- Kriegsknechte ------ -- den ---- --- ist --- ----------- und --- ------ die ----- ----- zusammen,

-- -------- ihn --- ------------- ------ -- den ---- --- --- --- Prätorium; --- --- ------ --- ganze ----- ---------

Markus 15,16


17

Markus 15,17

legten ihm einen Purpur[mantel] um, flochten eine Dornenkrone und setzten sie ihm auf.

------ ihm ----- -------------- um, -------- ---- Dornenkrone --- ------- sie --- ----

------ --- einen -------------- --- -------- ---- Dornenkrone --- ------- --- --- auf.

Markus 15,17


18

Markus 15,18

Und sie fingen an, ihn zu grüßen: Sei gegrüßt, König der Juden!

--- sie ------ --- ihn -- --------- Sei ---------- ------ der ------

--- --- fingen --- --- -- --------- Sei ---------- ------ --- ------

Markus 15,18


19

Markus 15,19

Und sie schlugen sein Haupt mit einem Rohr, spuckten ihn an, beugten die Knie und fielen vor ihm nieder.

--- sie -------- ---- Haupt --- ----- Rohr, -------- --- an, ------- --- Knie --- ------ vor --- -------

--- --- schlugen ---- ----- --- ----- Rohr, -------- --- --- ------- die ---- --- ------ --- ihm -------

Markus 15,19


20

Markus 15,20

Und nachdem sie ihn verspottet hatten, zogen sie ihm den Purpur[mantel] aus und legten ihm seine eigenen Kleider an. Und sie führten ihn hinaus, um ihn zu kreuzigen.

--- nachdem --- --- verspottet ------- ----- sie --- --- Purpur[mantel] --- --- legten --- ----- eigenen ------- --- Und --- -------- ihn ------- -- ihn -- ----------

--- ------- sie --- ---------- ------- ----- sie --- --- -------------- --- und ------ --- ----- ------- Kleider --- --- --- -------- ihn ------- -- --- -- kreuzigen.

Markus 15,20


21

Markus 15,21

Und sie zwangen einen Vorübergehenden, der vom Feld kam, Simon von Kyrene, den Vater von Alexander und Rufus, ihm das Kreuz zu tragen.

--- sie ------- ----- Vorübergehenden, --- --- Feld ---- ----- von ------- --- Vater --- --------- und ------ --- das ----- -- tragen.

--- --- zwangen ----- ----------------- --- --- Feld ---- ----- --- ------- den ----- --- --------- --- Rufus, --- --- ----- -- tragen.

Markus 15,21


22

Markus 15,22

Und sie brachten ihn auf den Platz Golgatha, das heißt übersetzt »Schädelstätte«.

--- sie -------- --- auf --- ----- Golgatha, --- ------ übersetzt --------------------

--- --- brachten --- --- --- ----- Golgatha, --- ------ ---------- --------------------

Markus 15,22


23

Markus 15,23

Und sie gaben ihm Myrrhenwein zu trinken, aber er nahm ihn nicht.

--- sie ----- --- Myrrhenwein -- -------- aber -- ---- ihn ------

--- --- gaben --- ----------- -- -------- aber -- ---- --- ------

Markus 15,23


24

Markus 15,24

Und nachdem sie ihn gekreuzigt hatten, teilten sie seine Kleider und warfen das Los darüber, was jeder bekommen sollte.

--- nachdem --- --- gekreuzigt ------- ------- sie ----- ------- und ------ --- Los --------- --- jeder -------- -------

--- ------- sie --- ---------- ------- ------- sie ----- ------- --- ------ das --- --------- --- ----- bekommen -------

Markus 15,24


25

Markus 15,25

Es war aber die dritte Stunde, als sie ihn kreuzigten.

-- war ---- --- dritte ------- --- sie --- -----------

-- --- aber --- ------ ------- --- sie --- -----------

Markus 15,25


26

Markus 15,26

Und die Inschrift, die seine Schuld anzeigte, war darüber geschrieben: »Der König der Juden«.

--- die ---------- --- seine ------ --------- war -------- ------------ »Der ------ --- Juden«.

--- --- Inschrift, --- ----- ------ --------- war -------- ------------ ----- ------ der --------

Markus 15,26


27

Markus 15,27

Und mit ihm kreuzigten sie zwei Räuber, einen zu seiner Rechten und einen zu seiner Linken.

--- mit --- ---------- sie ---- -------- einen -- ------ Rechten --- ----- zu ------ -------

--- --- ihm ---------- --- ---- -------- einen -- ------ ------- --- einen -- ------ -------

Markus 15,27


28

Markus 15,28

Da wurde die Schrift erfüllt, die spricht: »Und er ist unter die Gesetzlosen gerechnet worden«.

-- wurde --- ------- erfüllt, --- -------- »Und -- --- unter --- ----------- gerechnet ---------

-- ----- die ------- --------- --- -------- »Und -- --- ----- --- Gesetzlosen --------- ---------

Markus 15,28


29

Markus 15,29

Und die Vorübergehenden lästerten ihn, schüttelten den Kopf und sprachen: Ha, der du den Tempel zerstörst und in drei Tagen aufbaust,

--- die ---------------- ---------- ihn, ------------ --- Kopf --- --------- Ha, --- -- den ------ ---------- und -- ---- Tagen ---------

--- --- Vorübergehenden ---------- ---- ------------ --- Kopf --- --------- --- --- du --- ------ ---------- --- in ---- ----- ---------

Markus 15,29


30

Markus 15,30

rette dich selbst und steige vom Kreuz herab!

----- dich ------ --- steige --- ----- herab!

----- ---- selbst --- ------ --- ----- herab!

Markus 15,30


31

Markus 15,31

Gleicherweise spotteten aber auch die obersten Priester untereinander samt den Schriftgelehrten und sprachen: Andere hat er gerettet, sich selbst kann er nicht retten!

------------- spotteten ---- ---- die -------- -------- untereinander ---- --- Schriftgelehrten --- --------- Andere --- -- gerettet, ---- ------ kann -- ----- retten!

------------- --------- aber ---- --- -------- -------- untereinander ---- --- ---------------- --- sprachen: ------ --- -- --------- sich ------ ---- -- ----- retten!

Markus 15,31


32

Markus 15,32

Der Christus, der König von Israel, steige nun vom Kreuz herab, damit wir sehen und glauben! Auch die, welche mit ihm gekreuzigt wurden, schmähten ihn.

--- Christus, --- ------ von ------- ------ nun --- ----- herab, ----- --- sehen --- -------- Auch ---- ------ mit --- ---------- wurden, ---------- ----

--- --------- der ------ --- ------- ------ nun --- ----- ------ ----- wir ----- --- -------- ---- die, ------ --- --- ---------- wurden, ---------- ----

Markus 15,32


33

Markus 15,33

Als aber die sechste Stunde anbrach, kam eine Finsternis über das ganze Land bis zur neunten Stunde.

--- aber --- ------- Stunde -------- --- eine ---------- ----- das ----- ---- bis --- ------- Stunde.

--- ---- die ------- ------ -------- --- eine ---------- ----- --- ----- Land --- --- ------- -------

Markus 15,33


34

Markus 15,34

Und um die neunte Stunde rief Jesus mit lauter Stimme und sprach: Eloi, Eloi, lama sabachthani? Das heißt übersetzt: »Mein Gott, mein Gott, warum hast du mich verlassen?«

--- um --- ------ Stunde ---- ----- mit ------ ------ und ------- ----- Eloi, ---- ------------ Das ------ ----------- »Mein ----- ---- Gott, ----- ---- du ---- ------------

--- -- die ------ ------ ---- ----- mit ------ ------ --- ------- Eloi, ----- ---- ------------ --- heißt ----------- ------ ----- ---- Gott, ----- ---- -- ---- verlassen?«

Markus 15,34


35

Markus 15,35

Und etliche der Umstehenden, die es hörten, sprachen: Siehe, er ruft den Elia!

--- etliche --- ------------ die -- -------- sprachen: ------ -- ruft --- -----

--- ------- der ------------ --- -- -------- sprachen: ------ -- ---- --- Elia!

Markus 15,35


36

Markus 15,36

Einer aber lief und füllte einen Schwamm mit Essig und steckte ihn auf ein Rohr, gab ihm zu trinken und sprach: Halt! Lasst uns sehen, ob Elia kommt, um ihn herabzunehmen!

----- aber ---- --- füllte ----- ------- mit ----- --- steckte --- --- ein ----- --- ihm -- ------- und ------- ----- Lasst --- ------ ob ---- ------ um --- --------------

----- ---- lief --- ------- ----- ------- mit ----- --- ------- --- auf --- ----- --- --- zu ------- --- ------- ----- Lasst --- ------ -- ---- kommt, -- --- --------------

Markus 15,36


37

Markus 15,37

Jesus aber stieß einen lauten Schrei aus und verschied.

----- aber ------ ----- lauten ------ --- und ----------

----- ---- stieß ----- ------ ------ --- und ----------

Markus 15,37


38

Markus 15,38

Und der Vorhang im Tempel riss von oben bis unten entzwei.

--- der ------- -- Tempel ---- --- oben --- ----- entzwei.

--- --- Vorhang -- ------ ---- --- oben --- ----- --------

Markus 15,38


39

Markus 15,39

Als aber der Hauptmann, der ihm gegenüberstand, sah, dass er so schrie und verschied, sprach er: Wahrhaftig, dieser Mensch war Gottes Sohn!

--- aber --- ---------- der --- ---------------- sah, ---- -- so ------ --- verschied, ------ --- Wahrhaftig, ------ ------ war ------ -----

--- ---- der ---------- --- --- ---------------- sah, ---- -- -- ------ und ---------- ------ --- ----------- dieser ------ --- ------ -----

Markus 15,39


40

Markus 15,40

Es sahen aber auch Frauen von ferne zu, unter ihnen war auch Maria Magdalena und Maria, die Mutter des jüngeren Jakobus und des Joses, sowie Salome,

-- sahen ---- ---- Frauen --- ----- zu, ----- ----- war ---- ----- Magdalena --- ------ die ------ --- jüngeren ------- --- des ------ ----- Salome,

-- ----- aber ---- ------ --- ----- zu, ----- ----- --- ---- Maria --------- --- ------ --- Mutter --- --------- ------- --- des ------ ----- -------

Markus 15,40


41

Markus 15,41

die ihm auch, als er in Galiläa war, nachgefolgt waren und ihm gedient hatten, und viele andere, die mit ihm nach Jerusalem hinaufgezogen waren.

--- ihm ----- --- er -- -------- war, ----------- ----- und --- ------- hatten, --- ----- andere, --- --- ihm ---- --------- hinaufgezogen ------

--- --- auch, --- -- -- -------- war, ----------- ----- --- --- gedient ------- --- ----- ------- die --- --- ---- --------- hinaufgezogen ------

Markus 15,41


42

Markus 15,42

Und als es schon Abend geworden war (es war nämlich Rüsttag, das ist der Tag vor dem Sabbat),

--- als -- ----- Abend -------- --- (es --- -------- Rüsttag, --- --- der --- --- dem --------

--- --- es ----- ----- -------- --- (es --- -------- --------- --- ist --- --- --- --- Sabbat),

Markus 15,42


43

Markus 15,43

da kam Joseph von Arimathia, ein angesehener Ratsherr, der selbst auch auf das Reich Gottes wartete; der wagte es, ging zu Pilatus hinein und bat um den Leib Jesu.

-- kam ------ --- Arimathia, --- ----------- Ratsherr, --- ------ auch --- --- Reich ------ -------- der ----- --- ging -- ------- hinein --- --- um --- ---- Jesu.

-- --- Joseph --- ---------- --- ----------- Ratsherr, --- ------ ---- --- das ----- ------ -------- --- wagte --- ---- -- ------- hinein --- --- -- --- Leib -----

Markus 15,43


44

Markus 15,44

Pilatus aber wunderte sich, dass er schon gestorben sein sollte, und er ließ den Hauptmann herbeirufen und fragte ihn, ob er schon lange gestorben sei.

------- aber -------- ----- dass -- ----- gestorben ---- ------- und -- ----- den --------- ----------- und ------ ---- ob -- ----- lange --------- ----

------- ---- wunderte ----- ---- -- ----- gestorben ---- ------- --- -- ließ --- --------- ----------- --- fragte ---- -- -- ----- lange --------- ----

Markus 15,44


45

Markus 15,45

Und als er es von dem Hauptmann erfahren hatte, überließ er dem Joseph den Leib.

--- als -- -- von --- --------- erfahren ------ ---------- er --- ------ den -----

--- --- er -- --- --- --------- erfahren ------ ---------- -- --- Joseph --- -----

Markus 15,45


46

Markus 15,46

Da kaufte dieser Leinwand und nahm ihn herab, wickelte ihn in die Leinwand und legte ihn in ein Grab, das in einen Felsen gehauen war; und er wälzte einen Stein vor den Eingang des Grabes.

-- kaufte ------ -------- und ---- --- herab, -------- --- in --- -------- und ----- --- in --- ----- das -- ----- Felsen ------- ---- und -- ------- einen ----- --- den ------- --- Grabes.

-- ------ dieser -------- --- ---- --- herab, -------- --- -- --- Leinwand --- ----- --- -- ein ----- --- -- ----- Felsen ------- ---- --- -- wälzte ----- ----- --- --- Eingang --- -------

Markus 15,46


47

Markus 15,47

Maria Magdalena aber und Maria, die Mutter des Joses, sahen, wo er hingelegt wurde.

----- Magdalena ---- --- Maria, --- ------ des ------ ------ wo -- --------- wurde.

----- --------- aber --- ------ --- ------ des ------ ------ -- -- hingelegt ------

Markus 15,47