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Deutsch 42-Lukas 011(Schl2000)

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1

Lukas 11,1

Und es begab sich, dass er an einem Ort im Gebet war; und als er aufhörte, sprach einer seiner Jünger zu ihm: Herr, lehre uns beten, wie auch Johannes seine Jünger lehrte!

--- es ----- ----- dass -- -- einem --- -- Gebet ---- --- als -- ---------- sprach ----- ------ Jünger -- ---- Herr, ----- --- beten, --- ---- Johannes ----- ------- lehrte!

--- -- begab ----- ---- -- -- einem --- -- ----- ---- und --- -- ---------- ------ einer ------ ------- -- ---- Herr, ----- --- ------ --- auch -------- ----- ------- -------

Lukas 11,1


2

Lukas 11,2

Da sprach er zu ihnen: Wenn ihr betet, so sprecht: Unser Vater, der du bist im Himmel, geheiligt werde dein Name! Dein Reich komme! Dein Wille geschehe wie im Himmel, so auch auf Erden.

-- sprach -- -- ihnen: ---- --- betet, -- -------- Unser ------ --- du ---- -- Himmel, --------- ----- dein ----- ---- Reich ------ ---- Wille -------- --- im ------- -- auch --- ------

-- ------ er -- ------ ---- --- betet, -- -------- ----- ------ der -- ---- -- ------- geheiligt ----- ---- ----- ---- Reich ------ ---- ----- -------- wie -- ------- -- ---- auf ------

Lukas 11,2


3

Lukas 11,3

Gib uns täglich unser nötiges Brot!

--- uns -------- ----- nötiges -----

--- --- täglich ----- -------- -----

Lukas 11,3


4

Lukas 11,4

Und vergib uns unsere Sünden, denn auch wir vergeben jedem, der uns etwas schuldig ist! Und führe uns nicht in Versuchung, sondern erlöse uns von dem Bösen!

--- vergib --- ------ Sünden, ---- ---- wir -------- ------ der --- ----- schuldig ---- --- führe --- ----- in ----------- ------- erlöse --- --- dem -------

--- ------ uns ------ -------- ---- ---- wir -------- ------ --- --- etwas -------- ---- --- ------ uns ----- -- ----------- ------- erlöse --- --- --- -------

Lukas 11,4


5

Lukas 11,5

Und er sprach zu ihnen: Wenn einer von euch einen Freund hätte und ginge zu ihm um Mitternacht und spräche zu ihm: Freund, leihe mir drei Brote,

--- er ------ -- ihnen: ---- ----- von ---- ----- Freund ------ --- ginge -- --- um ----------- --- spräche -- ---- Freund, ----- --- drei ------

--- -- sprach -- ------ ---- ----- von ---- ----- ------ ------ und ----- -- --- -- Mitternacht --- -------- -- ---- Freund, ----- --- ---- ------

Lukas 11,5


6

Lukas 11,6

denn mein Freund ist von der Reise zu mir gekommen, und ich habe nichts, was ich ihm vorsetzen kann!

---- mein ------ --- von --- ----- zu --- --------- und --- ---- nichts, --- --- ihm --------- -----

---- ---- Freund --- --- --- ----- zu --- --------- --- --- habe ------- --- --- --- vorsetzen -----

Lukas 11,6


7

Lukas 11,7

und jener würde von innen antworten und sagen: Mache mir keine Mühe! Die Türe ist schon verschlossen, und meine Kinder sind bei mir in der Kammer; ich kann nicht aufstehen und dir etwas geben!

--- jener ------ --- innen --------- --- sagen: ----- --- keine ------ --- Türe --- ----- verschlossen, --- ----- Kinder ---- --- mir -- --- Kammer; --- ---- nicht --------- --- dir ----- ------

--- ----- würde --- ----- --------- --- sagen: ----- --- ----- ------ Die ----- --- ----- ------------- und ----- ------ ---- --- mir -- --- ------- --- kann ----- --------- --- --- etwas ------

Lukas 11,7


8

Lukas 11,8

- ich sage euch: Wenn er auch nicht deswegen aufstehen und ihm etwas geben wird, weil er sein Freund ist, so wird er doch um seiner Unverschämtheit willen aufstehen und ihm geben, so viel er braucht.

- ich ---- ----- Wenn -- ---- nicht -------- --------- und --- ----- geben ----- ---- er ---- ------ ist, -- ---- er ---- -- seiner ---------------- ------ aufstehen --- --- geben, -- ---- er --------

- --- sage ----- ---- -- ---- nicht -------- --------- --- --- etwas ----- ----- ---- -- sein ------ ---- -- ---- er ---- -- ------ ---------------- willen --------- --- --- ------ so ---- -- --------

Lukas 11,8


9

Lukas 11,9

Und ich sage euch: Bittet, so wird euch gegeben; sucht, so werdet ihr finden; klopft an, so wird euch aufgetan!

--- ich ---- ----- Bittet, -- ---- euch -------- ------ so ------ --- finden; ------ --- so ---- ---- aufgetan!

--- --- sage ----- ------- -- ---- euch -------- ------ -- ------ ihr ------- ------ --- -- wird ---- ---------

Lukas 11,9


10

Lukas 11,10

Denn jeder, der bittet, empfängt; und wer sucht, der findet; und wer anklopft, dem wird aufgetan.

---- jeder, --- ------- empfängt; --- --- sucht, --- ------- und --- --------- dem ---- ---------

---- ------ der ------- ---------- --- --- sucht, --- ------- --- --- anklopft, --- ---- ---------

Lukas 11,10


11

Lukas 11,11

Welcher Vater unter euch wird seinem Sohn einen Stein geben, wenn er ihn um Brot bittet? Oder wenn [er ihn] um einen Fisch [bittet], gibt er ihm statt des Fisches eine Schlange?

------- Vater ----- ---- wird ------ ---- einen ----- ------ wenn -- --- um ---- ------- Oder ---- --- ihn] -- ----- Fisch --------- ---- er --- ----- des ------- ---- Schlange?

------- ----- unter ---- ---- ------ ---- einen ----- ------ ---- -- ihn -- ---- ------- ---- wenn --- ---- -- ----- Fisch --------- ---- -- --- statt --- ------- ---- ---------

Lukas 11,11


12

Lukas 11,12

Oder auch wenn er um ein Ei bittet, wird er ihm einen Skorpion geben?

---- auch ---- -- um --- -- bittet, ---- -- ihm ----- -------- geben?

---- ---- wenn -- -- --- -- bittet, ---- -- --- ----- Skorpion ------

Lukas 11,12


13

Lukas 11,13

Wenn nun ihr, die ihr böse seid, euren Kindern gute Gaben zu geben versteht, wieviel mehr wird der Vater im Himmel [den] Heiligen Geist denen geben, die ihn bitten!

---- nun ---- --- ihr ----- ----- euren ------- ---- Gaben -- ----- versteht, ------- ---- wird --- ----- im ------ ----- Heiligen ----- ----- geben, --- --- bitten!

---- --- ihr, --- --- ----- ----- euren ------- ---- ----- -- geben --------- ------- ---- ---- der ----- -- ------ ----- Heiligen ----- ----- ------ --- ihn -------

Lukas 11,13


14

Lukas 11,14

Und er trieb einen Dämon aus, und der war stumm. Es geschah aber, nachdem der Dämon ausgefahren war, redete der Stumme. Und die Volksmenge verwunderte sich.

--- er ----- ----- Dämon ---- --- der --- ------ Es ------- ----- nachdem --- ------ ausgefahren ---- ------ der ------- --- die ---------- ----------- sich.

--- -- trieb ----- ------ ---- --- der --- ------ -- ------- aber, ------- --- ------ ----------- war, ------ --- ------- --- die ---------- ----------- -----

Lukas 11,14


15

Lukas 11,15

Aber etliche von ihnen sprachen: Durch Beelzebul, den Obersten der Dämonen, treibt er die Dämonen aus!

---- etliche --- ----- sprachen: ----- ---------- den -------- --- Dämonen, ------ -- die -------- ----

---- ------- von ----- --------- ----- ---------- den -------- --- --------- ------ er --- -------- ----

Lukas 11,15


16

Lukas 11,16

Und andere versuchten ihn und verlangten von ihm ein Zeichen aus dem Himmel.

--- andere ---------- --- und ---------- --- ihm --- ------- aus --- -------

--- ------ versuchten --- --- ---------- --- ihm --- ------- --- --- Himmel.

Lukas 11,16


17

Lukas 11,17

Er aber, da er ihre Gedanken kannte, sprach zu ihnen: Jedes Reich, das mit sich selbst uneins ist, wird verwüstet, und ein Haus, das gegen sich selbst ist, fällt.

-- aber, -- -- ihre -------- ------- sprach -- ------ Jedes ------ --- mit ---- ------ uneins ---- ---- verwüstet, --- --- Haus, --- ----- sich ------ ---- fällt.

-- ----- da -- ---- -------- ------- sprach -- ------ ----- ------ das --- ---- ------ ------ ist, ---- ----------- --- --- Haus, --- ----- ---- ------ ist, -------

Lukas 11,17


18

Lukas 11,18

Wenn aber auch der Satan mit sich selbst uneins ist, wie kann sein Reich bestehen? Ihr sagt ja, ich treibe die Dämonen durch Beelzebul aus.

---- aber ---- --- Satan --- ---- selbst ------ ---- wie ---- ---- Reich --------- --- sagt --- --- treibe --- -------- durch --------- ----

---- ---- auch --- ----- --- ---- selbst ------ ---- --- ---- sein ----- --------- --- ---- ja, --- ------ --- -------- durch --------- ----

Lukas 11,18


19

Lukas 11,19

Wenn ich aber die Dämonen durch Beelzebul austreibe, durch wen treiben eure Söhne sie aus? Darum werden sie eure Richter sein.

---- ich ---- --- Dämonen ----- --------- austreibe, ----- --- treiben ---- ------ sie ---- ----- werden --- ---- Richter -----

---- --- aber --- -------- ----- --------- austreibe, ----- --- ------- ---- Söhne --- ---- ----- ------ sie ---- ------- -----

Lukas 11,19


20

Lukas 11,20

Wenn ich aber die Dämonen durch den Finger Gottes austreibe, so ist ja das Reich Gottes zu euch gekommen!

---- ich ---- --- Dämonen ----- --- Finger ------ ---------- so --- -- das ----- ------ zu ---- ---------

---- --- aber --- -------- ----- --- Finger ------ ---------- -- --- ja --- ----- ------ -- euch ---------

Lukas 11,20


21

Lukas 11,21

Wenn der Starke bewaffnet seinen Hof bewacht, so bleibt sein Besitztum in Frieden.

---- der ------ --------- seinen --- -------- so ------ ---- Besitztum -- --------

---- --- Starke --------- ------ --- -------- so ------ ---- --------- -- Frieden.

Lukas 11,21


22

Lukas 11,22

Wenn aber der, welcher stärker ist als er, über ihn kommt und ihn überwindet, so nimmt er ihm seine Waffenrüstung, auf die er sich verließ, und verteilt seine Beute.

---- aber ---- ------- stärker --- --- er, ----- --- kommt --- --- überwindet, -- ----- er --- ----- Waffenrüstung, --- --- er ---- --------- und -------- ----- Beute.

---- ---- der, ------- -------- --- --- er, ----- --- ----- --- ihn ------------ -- ----- -- ihm ----- --------------- --- --- er ---- --------- --- -------- seine ------

Lukas 11,22


23

Lukas 11,23

Wer nicht mit mir ist, der ist gegen mich; und wer nicht mit mir sammelt, der zerstreut!

--- nicht --- --- ist, --- --- gegen ----- --- wer ----- --- mir -------- --- zerstreut!

--- ----- mit --- ---- --- --- gegen ----- --- --- ----- mit --- -------- --- ----------

Lukas 11,23


24

Lukas 11,24

Wenn der unreine Geist von dem Menschen ausgefahren ist, so durchzieht er wasserlose Gegenden und sucht Ruhe. Und da er sie nicht findet, spricht er: Ich will zurückkehren in mein Haus, aus dem ich weggegangen bin.

---- der ------- ----- von --- -------- ausgefahren ---- -- durchzieht -- ---------- Gegenden --- ----- Ruhe. --- -- er --- ----- findet, ------- --- Ich ---- ------------- in ---- ----- aus --- --- weggegangen ----

---- --- unreine ----- --- --- -------- ausgefahren ---- -- ---------- -- wasserlose -------- --- ----- ----- Und -- -- --- ----- findet, ------- --- --- ---- zurückkehren -- ---- ----- --- dem --- ----------- ----

Lukas 11,24


25

Lukas 11,25

Und wenn er kommt, findet er es gesäubert und geschmückt.

--- wenn -- ------ findet -- -- gesäubert --- ------------

--- ---- er ------ ------ -- -- gesäubert --- ------------

Lukas 11,25


26

Lukas 11,26

Dann geht er hin und nimmt sieben andere Geister mit sich, die bösartiger sind als er selbst, und sie ziehen ein und wohnen dort, und es wird der letzte Zustand dieses Menschen schlimmer als der erste.

---- geht -- --- und ----- ------ andere ------- --- sich, --- ----------- sind --- -- selbst, --- --- ziehen --- --- wohnen ----- --- es ---- --- letzte ------- ------ Menschen --------- --- der ------

---- ---- er --- --- ----- ------ andere ------- --- ----- --- bösartiger ---- --- -- ------- und --- ------ --- --- wohnen ----- --- -- ---- der ------ ------- ------ -------- schlimmer --- --- ------

Lukas 11,26


27

Lukas 11,27

Es geschah aber, als er dies redete, da erhob eine Frau aus der Volksmenge die Stimme und sprach zu ihm: Glückselig ist der Leib, der dich getragen hat, und die Brüste, die du gesogen hast!

-- geschah ----- --- er ---- ------- da ----- ---- Frau --- --- Volksmenge --- ------ und ------ -- ihm: ----------- --- der ----- --- dich -------- ---- und --- -------- die -- ------- hast!

-- ------- aber, --- -- ---- ------- da ----- ---- ---- --- der ---------- --- ------ --- sprach -- ---- ----------- --- der ----- --- ---- -------- hat, --- --- -------- --- du ------- -----

Lukas 11,27


28

Lukas 11,28

Er aber sprach: Glückselig sind vielmehr die, die Gottes Wort hören und es bewahren!

-- aber ------- ----------- sind -------- ---- die ------ ---- hören --- -- bewahren!

-- ---- sprach: ----------- ---- -------- ---- die ------ ---- ------ --- es ---------

Lukas 11,28


29

Lukas 11,29

Als aber die Volksmenge sich haufenweise herzudrängte, fing er an zu sagen: Dies ist ein böses Geschlecht! Es fordert ein Zeichen; aber es wird ihm kein Zeichen gegeben werden als das Zeichen des Propheten Jona.

--- aber --- ---------- sich ----------- -------------- fing -- -- zu ------ ---- ist --- ------ Geschlecht! -- ------- ein -------- ---- es ---- --- kein ------- ------- werden --- --- Zeichen --- --------- Jona.

--- ---- die ---------- ---- ----------- -------------- fing -- -- -- ------ Dies --- --- ------ ----------- Es ------- --- -------- ---- es ---- --- ---- ------- gegeben ------ --- --- ------- des --------- -----

Lukas 11,29


30

Lukas 11,30

Denn gleichwie Jona den Niniviten ein Zeichen war, so wird es auch der Sohn des Menschen diesem Geschlecht sein.

---- gleichwie ---- --- Niniviten --- ------- war, -- ---- es ---- --- Sohn --- -------- diesem ---------- -----

---- --------- Jona --- --------- --- ------- war, -- ---- -- ---- der ---- --- -------- ------ Geschlecht -----

Lukas 11,30


31

Lukas 11,31

Die Königin des Südens wird im Gericht auftreten gegen die Männer dieses Geschlechts und sie verurteilen; denn sie kam vom Ende der Erde, um die Weisheit Salomos zu hören; und siehe, hier ist einer, der größer ist als Salomo!

--- Königin --- ------- wird -- ------- auftreten ----- --- Männer ------ ----------- und --- ------------ denn --- --- vom ---- --- Erde, -- --- Weisheit ------- -- hören; --- ------ hier --- ------ der -------- --- als -------

--- -------- des ------- ---- -- ------- auftreten ----- --- ------- ------ Geschlechts --- --- ------------ ---- sie --- --- ---- --- Erde, -- --- -------- ------- zu ------- --- ------ ---- ist ------ --- -------- --- als -------

Lukas 11,31


32

Lukas 11,32

Die Männer von Ninive werden im Gericht auftreten gegen dieses Geschlecht und werden es verurteilen; denn sie taten Buße auf die Verkündigung des Jona hin; und siehe, hier ist einer, der größer ist als Jona!

--- Männer --- ------ werden -- ------- auftreten ----- ------ Geschlecht --- ------ es ------------ ---- sie ----- ----- auf --- ------------- des ---- ---- und ------ ---- ist ------ --- größer --- --- Jona!

--- ------- von ------ ------ -- ------- auftreten ----- ------ ---------- --- werden -- ------------ ---- --- taten ----- --- --- ------------- des ---- ---- --- ------ hier --- ------ --- -------- ist --- -----

Lukas 11,32


33

Lukas 11,33

Niemand aber zündet ein Licht an und setzt es an einen verborgenen Ort, auch nicht unter den Scheffel, sondern auf den Leuchter, damit die Hereinkommenden den Schein sehen.

------- aber ------- --- Licht -- --- setzt -- -- einen ----------- ---- auch ----- ----- den --------- ------- auf --- --------- damit --- --------------- den ------ ------

------- ---- zündet --- ----- -- --- setzt -- -- ----- ----------- Ort, ---- ----- ----- --- Scheffel, ------- --- --- --------- damit --- --------------- --- ------ sehen.

Lukas 11,33


34

Lukas 11,34

Das Auge ist die Leuchte des Leibes. Wenn nun dein Auge lauter ist, so ist auch dein ganzer Leib licht; wenn es aber böse ist, so ist auch dein Leib finster.

--- Auge --- --- Leuchte --- ------- Wenn --- ---- Auge ------ ---- so --- ---- dein ------ ---- licht; ---- -- aber ----- ---- so --- ---- dein ---- --------

--- ---- ist --- ------- --- ------- Wenn --- ---- ---- ------ ist, -- --- ---- ---- ganzer ---- ------ ---- -- aber ----- ---- -- --- auch ---- ---- --------

Lukas 11,34


35

Lukas 11,35

So habe nun Acht, dass das Licht in dir nicht Finsternis ist!

-- habe --- ----- dass --- ----- in --- ----- Finsternis ----

-- ---- nun ----- ---- --- ----- in --- ----- ---------- ----

Lukas 11,35


36

Lukas 11,36

Wenn nun dein ganzer Leib licht ist, so dass er keinen finsteren Teil mehr hat, so wird er ganz hell sein, wie wenn das Licht mit seinem Strahl dich erleuchtet.

---- nun ---- ------ Leib ----- ---- so ---- -- keinen --------- ---- mehr ---- -- wird -- ---- hell ----- --- wenn --- ----- mit ------ ------ dich -----------

---- --- dein ------ ---- ----- ---- so ---- -- ------ --------- Teil ---- ---- -- ---- er ---- ---- ----- --- wenn --- ----- --- ------ Strahl ---- -----------

Lukas 11,36


37

Lukas 11,37

Und während er redete, bat ihn ein gewisser Pharisäer, bei ihm zu Mittag zu essen. Und er ging hinein und setzte sich zu Tisch.

--- während -- ------- bat --- --- gewisser ----------- --- ihm -- ------ zu ------ --- er ---- ------ und ------ ---- zu ------

--- -------- er ------- --- --- --- gewisser ----------- --- --- -- Mittag -- ------ --- -- ging ------ --- ------ ---- zu ------

Lukas 11,37


38

Lukas 11,38

Der Pharisäer aber verwunderte sich, als er sah, dass er sich vor dem Mittagsmahl nicht gewaschen hatte.

--- Pharisäer ---- ----------- sich, --- -- sah, ---- -- sich --- --- Mittagsmahl ----- --------- hatte.

--- ---------- aber ----------- ----- --- -- sah, ---- -- ---- --- dem ----------- ----- --------- ------

Lukas 11,38


39

Lukas 11,39

Da sprach der Herr zu ihm: Nun, ihr Pharisäer, ihr reinigt das ö"ußere des Bechers und der Schüssel, euer Inneres aber ist voll Raub und Bosheit.

-- sprach --- ---- zu ---- ---- ihr ----------- --- reinigt --- --------- des ------- --- der ---------- ---- Inneres ---- --- voll ---- --- Bosheit.

-- ------ der ---- -- ---- ---- ihr ----------- --- ------- --- ö"ußere --- ------- --- --- Schüssel, ---- ------- ---- --- voll ---- --- --------

Lukas 11,39


40

Lukas 11,40

Ihr Toren! Hat nicht der, welcher das ö"ußere schuf, auch das Innere gemacht?

--- Toren! --- ----- der, ------- --- ö"ußere ------ ---- das ------ --------

--- ------ Hat ----- ---- ------- --- ö"ußere ------ ---- --- ------ gemacht?

Lukas 11,40


41

Lukas 11,41

Gebt nur von dem, was darin ist, Almosen, siehe, so ist euch alles rein!

---- nur --- ---- was ----- ---- Almosen, ------ -- ist ---- ----- rein!

---- --- von ---- --- ----- ---- Almosen, ------ -- --- ---- alles -----

Lukas 11,41


42

Lukas 11,42

Aber wehe euch Pharisäern, dass ihr die Minze und die Raute und alles Gemüse verzehntet und das Recht und die Liebe Gottes umgeht! Dieses sollte man tun und jenes nicht lassen.

---- wehe ---- ------------ dass --- --- Minze --- --- Raute --- ----- Gemüse ---------- --- das ----- --- die ----- ------ umgeht! ------ ------ man --- --- jenes ----- -------

---- ---- euch ------------ ---- --- --- Minze --- --- ----- --- alles ------- ---------- --- --- Recht --- --- ----- ------ umgeht! ------ ------ --- --- und ----- ----- -------

Lukas 11,42


43

Lukas 11,43

Wehe euch Pharisäern, dass ihr den ersten Sitz in den Synagogen und die Begrüßungen auf den Märkten liebt!

---- euch ------------ ---- ihr --- ------ Sitz -- --- Synagogen --- --- Begrüßungen --- --- Märkten ------

---- ---- Pharisäern, ---- --- --- ------ Sitz -- --- --------- --- die ------------- --- --- -------- liebt!

Lukas 11,43


44

Lukas 11,44

Wehe euch, ihr Schriftgelehrten und Pharisäer, ihr Heuchler, dass ihr wie die unkenntlich gewordenen Gräber seid, über welche die Leute dahingehen, ohne es zu wissen!

---- euch, --- ---------------- und ----------- --- Heuchler, ---- --- wie --- ----------- gewordenen ------- ----- über ------ --- Leute ----------- ---- es -- -------

---- ----- ihr ---------------- --- ----------- --- Heuchler, ---- --- --- --- unkenntlich ---------- ------- ----- ----- welche --- ----- ----------- ---- es -- -------

Lukas 11,44


45

Lukas 11,45

Da antwortete einer der Gesetzesgelehrten und sprach zu ihm: Meister, mit diesen Worten schmähst du auch uns!

-- antwortete ----- --- Gesetzesgelehrten --- ------ zu ---- -------- mit ------ ------ schmähst -- ---- uns!

-- ---------- einer --- ----------------- --- ------ zu ---- -------- --- ------ Worten --------- -- ---- ----

Lukas 11,45


46

Lukas 11,46

Er aber sprach: Wehe auch euch Gesetzesgelehrten! Denn ihr ladet den Menschen unerträgliche Bürden auf, und ihr selbst rührt die Bürden nicht mit einem Finger an.

-- aber ------- ---- auch ---- ------------------ Denn --- ----- den -------- -------------- Bürden ---- --- ihr ------ ------ die ------- ----- mit ----- ------ an.

-- ---- sprach: ---- ---- ---- ------------------ Denn --- ----- --- -------- unerträgliche ------- ---- --- --- selbst ------ --- ------- ----- mit ----- ------ ---

Lukas 11,46


47

Lukas 11,47

Wehe euch, dass ihr die Grabmäler der Propheten baut! Eure Väter aber haben sie getötet.

---- euch, ---- --- die ---------- --- Propheten ----- ---- Väter ---- ----- sie ---------

---- ----- dass --- --- ---------- --- Propheten ----- ---- ------ ---- haben --- ---------

Lukas 11,47


48

Lukas 11,48

So bestätigt ihr also die Taten eurer Väter und habt Wohlgefallen daran; denn jene haben sie getötet, ihr aber baut ihre Grabmäler.

-- bestätigt --- ---- die ----- ----- Väter --- ---- Wohlgefallen ------ ---- jene ----- --- getötet, --- ---- baut ---- -----------

-- ---------- ihr ---- --- ----- ----- Väter --- ---- ------------ ------ denn ---- ----- --- --------- ihr ---- ---- ---- -----------

Lukas 11,48


49

Lukas 11,49

Darum hat auch die Weisheit Gottes gesprochen: Ich will Propheten und Apostel zu ihnen senden, und sie werden etliche von ihnen töten und verfolgen,

----- hat ---- --- Weisheit ------ ----------- Ich ---- --------- und ------- -- ihnen ------- --- sie ------ ------- von ----- ------ und ----------

----- --- auch --- -------- ------ ----------- Ich ---- --------- --- ------- zu ----- ------- --- --- werden ------- --- ----- ------ und ----------

Lukas 11,49


50

Lukas 11,50

damit von diesem Geschlecht das Blut aller Propheten gefordert werde, das seit Grundlegung der Welt vergossen worden ist,

----- von ------ ---------- das ---- ----- Propheten --------- ------ das ---- ----------- der ---- --------- worden ----

----- --- diesem ---------- --- ---- ----- Propheten --------- ------ --- ---- Grundlegung --- ---- --------- ------ ist,

Lukas 11,50


51

Lukas 11,51

vom Blut Abels an bis zum Blut des Zacharias, der zwischen dem Altar und dem Tempel umkam. Ja, ich sage euch, es wird gefordert werden von diesem Geschlecht!

--- Blut ----- -- bis --- ---- des ---------- --- zwischen --- ----- und --- ------ umkam. --- --- sage ----- -- wird --------- ------ von ------ -----------

--- ---- Abels -- --- --- ---- des ---------- --- -------- --- Altar --- --- ------ ------ Ja, --- ---- ----- -- wird --------- ------ --- ------ Geschlecht!

Lukas 11,51


52

Lukas 11,52

Wehe euch Gesetzesgelehrten, denn ihr habt den Schlüssel der Erkenntnis weggenommen! Ihr selbst seid nicht hineingegangen, und die, welche hineingehen wollten, habt ihr daran gehindert!

---- euch ------------------ ---- ihr ---- --- Schlüssel --- ---------- weggenommen! --- ------ seid ----- --------------- und ---- ------ hineingehen -------- ---- ihr ----- ----------

---- ---- Gesetzesgelehrten, ---- --- ---- --- Schlüssel --- ---------- ------------ --- selbst ---- ----- --------------- --- die, ------ ----------- -------- ---- ihr ----- ----------

Lukas 11,52


53

Lukas 11,53

Und als er dies zu ihnen sagte, fingen die Schriftgelehrten und Pharisäer an, ihm hart zuzusetzen und ihn über vieles auszufragen,

--- als -- ---- zu ----- ------ fingen --- ---------------- und ---------- --- ihm ---- ---------- und --- ----- vieles ------------

--- --- er ---- -- ----- ------ fingen --- ---------------- --- ---------- an, --- ---- ---------- --- ihn ----- ------ ------------

Lukas 11,53


54

Lukas 11,54

wobei sie ihm auflauerten und versuchten, etwas aus seinem Mund aufzufangen, damit sie ihn verklagen könnten.

----- sie --- ----------- und ----------- ----- aus ------ ---- aufzufangen, ----- --- ihn --------- ---------

----- --- ihm ----------- --- ----------- ----- aus ------ ---- ------------ ----- sie --- --------- ---------

Lukas 11,54