Deutsch 42-Lukas 018(Schl2000)
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1 | Lukas 18,1 | Er sagte ihnen aber auch ein Gleichnis, um ihnen zu zeigen, dass es nötig ist, allezeit zu beten und nicht nachlässig zu werden; | -- sagte ----- ---- auch --- ---------- um ----- -- zeigen, ---- -- nötig ---- -------- zu ----- --- nicht ----------- -- werden; | -- ----- ihnen ---- ---- --- ---------- um ----- -- ------- ---- es ------ ---- -------- -- beten --- ----- ----------- -- werden; | Lukas 18,1 |
2 | Lukas 18,2 | und er sprach: Es war ein Richter in einer Stadt, der Gott nicht fürchtete und sich vor keinem Menschen scheute. | --- er ------- -- war --- ------- in ----- ------ der ---- ----- fürchtete --- ---- vor ------ -------- scheute. | --- -- sprach: -- --- --- ------- in ----- ------ --- ---- nicht ---------- --- ---- --- keinem -------- -------- | Lukas 18,2 |
3 | Lukas 18,3 | Es war aber eine Witwe in jener Stadt; die kam zu ihm und sprach: Schaffe mir Recht gegenüber meinem Widersacher! | -- war ---- ---- Witwe -- ----- Stadt; --- --- zu --- --- sprach: ------- --- Recht ---------- ------ Widersacher! | -- --- aber ---- ----- -- ----- Stadt; --- --- -- --- und ------- ------- --- ----- gegenüber ------ ------------ | Lukas 18,3 |
4 | Lukas 18,4 | Und er wollte lange nicht; danach aber sprach er bei sich selbst: Wenn ich auch Gott nicht fürchte und mich vor keinem Menschen scheue, | --- er ------ ----- nicht; ------ ---- sprach -- --- sich ------- ---- ich ---- ---- nicht -------- --- mich --- ------ Menschen ------- | --- -- wollte ----- ------ ------ ---- sprach -- --- ---- ------- Wenn --- ---- ---- ----- fürchte --- ---- --- ------ Menschen ------- | Lukas 18,4 |
5 | Lukas 18,5 | so will ich dennoch, weil mir diese Witwe Mühe macht, ihr Recht schaffen, damit sie nicht unaufhörlich kommt und mich plagt. | -- will --- -------- weil --- ----- Witwe ----- ------ ihr ----- --------- damit --- ----- unaufhörlich ----- --- mich ------ | -- ---- ich -------- ---- --- ----- Witwe ----- ------ --- ----- schaffen, ----- --- ----- ------------- kommt --- ---- ------ | Lukas 18,5 |
6 | Lukas 18,6 | Und der Herr sprach: Hört, was der ungerechte Richter sagt! | --- der ---- ------- Hört, --- --- ungerechte ------- ----- | --- --- Herr ------- ------ --- --- ungerechte ------- ----- | Lukas 18,6 |
7 | Lukas 18,7 | Gott aber, wird er nicht seinen Auserwählten Recht schaffen, die Tag und Nacht zu ihm rufen, wenn er auch lange zuwartet mit ihnen? | ---- aber, ---- -- nicht ------ ------------- Recht --------- --- Tag --- ----- zu --- ------ wenn -- ---- lange -------- --- ihnen? | ---- ----- wird -- ----- ------ ------------- Recht --------- --- --- --- Nacht -- --- ------ ---- er ---- ----- -------- --- ihnen? | Lukas 18,7 |
8 | Lukas 18,8 | Ich sage euch: Er wird ihnen schnell Recht schaffen! Doch wenn der Sohn des Menschen kommt, wird er auch den Glauben finden auf Erden? | --- sage ----- -- wird ----- ------- Recht --------- ---- wenn --- ---- des -------- ------ wird -- ---- den ------- ------ auf ------ | --- ---- euch: -- ---- ----- ------- Recht --------- ---- ---- --- Sohn --- -------- ------ ---- er ---- --- ------- ------ auf ------ | Lukas 18,8 |
9 | Lukas 18,9 | Er sagte aber auch zu etlichen, die auf sich selbst vertrauten, dass sie gerecht seien, und die öœbrigen verachteten, dieses Gleichnis: | -- sagte ---- ---- zu --------- --- auf ---- ------ vertrauten, ---- --- gerecht ------ --- die ---------- ------------ dieses ---------- | -- ----- aber ---- -- --------- --- auf ---- ------ ----------- ---- sie ------- ------ --- --- öœbrigen ------------ ------ ---------- | Lukas 18,9 |
10 | Lukas 18,10 | Es gingen zwei Menschen hinauf in den Tempel, um zu beten, der eine ein Pharisäer, der andere ein Zöllner. | -- gingen ---- -------- hinauf -- --- Tempel, -- -- beten, --- ---- ein ----------- --- andere --- --------- | -- ------ zwei -------- ------ -- --- Tempel, -- -- ------ --- eine --- ----------- --- ------ ein --------- | Lukas 18,10 |
11 | Lukas 18,11 | Der Pharisäer stellte sich hin und betete bei sich selbst so: O Gott, ich danke dir, dass ich nicht bin wie die übrigen Menschen, Räuber, Ungerechte, Ehebrecher, oder auch wie dieser Zöllner da. | --- Pharisäer ------- ---- hin --- ------ bei ---- ------ so: - ----- ich ----- ---- dass --- ----- bin --- --- übrigen --------- -------- Ungerechte, ----------- ---- auch --- ------ Zöllner --- | --- ---------- stellte ---- --- --- ------ bei ---- ------ --- - Gott, --- ----- ---- ---- ich ----- --- --- --- übrigen --------- -------- ----------- ----------- oder ---- --- ------ -------- da. | Lukas 18,11 |
12 | Lukas 18,12 | Ich faste zweimal in der Woche und gebe den Zehnten von allem, was ich einnehme! | --- faste ------- -- der ----- --- gebe --- ------- von ------ --- ich --------- | --- ----- zweimal -- --- ----- --- gebe --- ------- --- ------ was --- --------- | Lukas 18,12 |
13 | Lukas 18,13 | Und der Zöllner stand von ferne, wagte nicht einmal seine Augen zum Himmel zu erheben, sondern schlug an seine Brust und sprach: O Gott, sei mir Sünder gnädig! | --- der -------- ----- von ------ ----- nicht ------ ----- Augen --- ------ zu -------- ------- schlug -- ----- Brust --- ------- O ----- --- mir ------- -------- | --- --- Zöllner ----- --- ------ ----- nicht ------ ----- ----- --- Himmel -- -------- ------- ------ an ----- ----- --- ------- O ----- --- --- ------- gnädig! | Lukas 18,13 |
14 | Lukas 18,14 | Ich sage euch: Dieser ging gerechtfertigt in sein Haus hinab, im Gegensatz zu jenem. Denn jeder, der sich selbst erhöht, wird erniedrigt werden; wer aber sich selbst erniedrigt, der wird erhöht werden. | --- sage ----- ------ ging -------------- -- sein ---- ------ im --------- -- jenem. ---- ------ der ---- ------ erhöht, ---- ---------- werden; --- ---- sich ------ ----------- der ---- ------- werden. | --- ---- euch: ------ ---- -------------- -- sein ---- ------ -- --------- zu ------ ---- ------ --- sich ------ -------- ---- ---------- werden; --- ---- ---- ------ erniedrigt, --- ---- ------- ------- | Lukas 18,14 |
15 | Lukas 18,15 | Sie brachten aber auch kleine Kinder zu ihm, damit er sie anrühre. Als es aber die Jünger sahen, tadelten sie sie. | --- brachten ---- ---- kleine ------ -- ihm, ----- -- sie --------- --- es ---- --- Jünger ------ -------- sie ---- | --- -------- aber ---- ------ ------ -- ihm, ----- -- --- --------- Als -- ---- --- ------- sahen, -------- --- ---- | Lukas 18,15 |
16 | Lukas 18,16 | Aber Jesus rief sie zu sich und sprach: Lasst die Kinder zu mir kommen und wehrt ihnen nicht, denn solcher ist das Reich Gottes. | ---- Jesus ---- --- zu ---- --- sprach: ----- --- Kinder -- --- kommen --- ----- ihnen ------ ---- solcher --- --- Reich ------- | ---- ----- rief --- -- ---- --- sprach: ----- --- ------ -- mir ------ --- ----- ----- nicht, ---- ------- --- --- Reich ------- | Lukas 18,16 |
17 | Lukas 18,17 | Wahrlich, ich sage euch: Wer das Reich Gottes nicht annimmt wie ein Kind, wird gar nicht hineinkommen! | --------- ich ---- ----- Wer --- ----- Gottes ----- ------- wie --- ----- wird --- ----- hineinkommen! | --------- --- sage ----- --- --- ----- Gottes ----- ------- --- --- Kind, ---- --- ----- ------------- | Lukas 18,17 |
18 | Lukas 18,18 | Und es fragte ihn ein Oberster und sprach: Guter Meister, was muss ich tun, um das ewige Leben zu erben? | --- es ------ --- ein -------- --- sprach: ----- -------- was ---- --- tun, -- --- ewige ----- -- erben? | --- -- fragte --- --- -------- --- sprach: ----- -------- --- ---- ich ---- -- --- ----- Leben -- ------ | Lukas 18,18 |
19 | Lukas 18,19 | Da sprach Jesus zu ihm: Was nennst du mich gut? Niemand ist gut als Gott allein! | -- sprach ----- -- ihm: --- ------ du ---- ---- Niemand --- --- als ---- ------- | -- ------ Jesus -- ---- --- ------ du ---- ---- ------- --- gut --- ---- ------- | Lukas 18,19 |
20 | Lukas 18,20 | Du kennst die Gebote: »Du sollst nicht ehebrechen! Du sollst nicht töten! Du sollst nicht stehlen! Du sollst nicht falsches Zeugnis reden! Du sollst deinen Vater und deine Mutter ehren!« | -- kennst --- ------- »Du ------ ----- ehebrechen! -- ------ nicht ------- -- sollst ----- -------- Du ------ ----- falsches ------- ------ Du ------ ------ Vater --- ----- Mutter -------- | -- ------ die ------- ---- ------ ----- ehebrechen! -- ------ ----- ------- Du ------ ----- -------- -- sollst ----- -------- ------- ------ Du ------ ------ ----- --- deine ------ -------- | Lukas 18,20 |
21 | Lukas 18,21 | Er aber sprach: Das alles habe ich gehalten von meiner Jugend an. | -- aber ------- --- alles ---- --- gehalten --- ------ Jugend --- | -- ---- sprach: --- ----- ---- --- gehalten --- ------ ------ --- | Lukas 18,21 |
22 | Lukas 18,22 | Als Jesus dies hörte, sprach er zu ihm: Eins fehlt dir noch: Verkaufe alles, was du hast, und verteile es an die Armen, so wirst du einen Schatz im Himmel haben, und komm, folge mir nach! | --- Jesus ---- ------- sprach -- -- ihm: ---- ----- dir ----- -------- alles, --- -- hast, --- -------- es -- --- Armen, -- ----- du ----- ------ im ------ ------ und ----- ----- mir ----- | --- ----- dies ------- ------ -- -- ihm: ---- ----- --- ----- Verkaufe ------ --- -- ----- und -------- -- -- --- Armen, -- ----- -- ----- Schatz -- ------ ------ --- komm, ----- --- ----- | Lukas 18,22 |
23 | Lukas 18,23 | Als er aber dies hörte, wurde er ganz traurig; denn er war sehr reich. | --- er ---- ---- hörte, ----- -- ganz -------- ---- er --- ---- reich. | --- -- aber ---- ------- ----- -- ganz -------- ---- -- --- sehr ------ | Lukas 18,23 |
24 | Lukas 18,24 | Als aber Jesus ihn so sah, dass er ganz traurig geworden war, sprach er: Wie schwer werden die Reichen ins Reich Gottes hineinkommen! | --- aber ----- --- so ---- ---- er ---- ------- geworden ---- ------ er: --- ------ werden --- ------- ins ----- ------ hineinkommen! | --- ---- Jesus --- -- ---- ---- er ---- ------- -------- ---- sprach --- --- ------ ------ die ------- --- ----- ------ hineinkommen! | Lukas 18,24 |
25 | Lukas 18,25 | Denn es ist leichter, dass ein Kamel durch ein Nadelöhr geht, als dass ein Reicher in das Reich Gottes hineinkommt. | ---- es --- --------- dass --- ----- durch --- --------- geht, --- ---- ein ------- -- das ----- ------ hineinkommt. | ---- -- ist --------- ---- --- ----- durch --- --------- ----- --- dass --- ------- -- --- Reich ------ ------------ | Lukas 18,25 |
26 | Lukas 18,26 | Da sprachen die, welche es hörten: Wer kann dann überhaupt errettet werden? | -- sprachen ---- ------ es -------- --- kann ---- ---------- errettet ------- | -- -------- die, ------ -- -------- --- kann ---- ---------- -------- ------- | Lukas 18,26 |
27 | Lukas 18,27 | Er aber sprach: Was bei den Menschen unmöglich ist, das ist bei Gott möglich. | -- aber ------- --- bei --- -------- unmöglich ---- --- ist --- ---- möglich. | -- ---- sprach: --- --- --- -------- unmöglich ---- --- --- --- Gott --------- | Lukas 18,27 |
28 | Lukas 18,28 | Da sprach Petrus: Siehe, wir haben alles verlassen und sind dir nachgefolgt! | -- sprach ------- ------ wir ----- ----- verlassen --- ---- dir ------------ | -- ------ Petrus: ------ --- ----- ----- verlassen --- ---- --- ------------ | Lukas 18,28 |
29 | Lukas 18,29 | Er aber sprach zu ihnen: Wahrlich, ich sage euch: Es ist niemand, der Haus oder Eltern oder Brüder oder Frau oder Kinder verlassen hat um des Reiches Gottes willen, | -- aber ------ -- ihnen: --------- --- sage ----- -- ist -------- --- Haus ---- ------ oder ------- ---- Frau ---- ------ verlassen --- -- des ------- ------ willen, | -- ---- sprach -- ------ --------- --- sage ----- -- --- -------- der ---- ---- ------ ---- Brüder ---- ---- ---- ------ verlassen --- -- --- ------- Gottes ------- | Lukas 18,29 |
30 | Lukas 18,30 | der es nicht vielfältig wieder empfinge in dieser Zeit und in der zukünftigen Weltzeit das ewige Leben! | --- es ----- ----------- wieder -------- -- dieser ---- --- in --- ------------ Weltzeit --- ----- Leben! | --- -- nicht ----------- ------ -------- -- dieser ---- --- -- --- zukünftigen -------- --- ----- ------ | Lukas 18,30 |
31 | Lukas 18,31 | Er nahm aber die Zwölf zu sich und sprach zu ihnen: Siehe, wir ziehen hinauf nach Jerusalem, und es wird alles erfüllt werden, was durch die Propheten über den Sohn des Menschen geschrieben ist; | -- nahm ---- --- Zwölf -- ---- und ------ -- ihnen: ------ --- ziehen ------ ---- Jerusalem, --- -- wird ----- -------- werden, --- ----- die --------- ----- den ---- --- Menschen ----------- ---- | -- ---- aber --- ------ -- ---- und ------ -- ------ ------ wir ------ ------ ---- ---------- und -- ---- ----- -------- werden, --- ----- --- --------- über --- ---- --- -------- geschrieben ---- | Lukas 18,31 |
32 | Lukas 18,32 | denn er wird den Heiden ausgeliefert und verspottet und misshandelt und angespuckt werden; | ---- er ---- --- Heiden ------------ --- verspottet --- ----------- und ---------- ------- | ---- -- wird --- ------ ------------ --- verspottet --- ----------- --- ---------- werden; | Lukas 18,32 |
33 | Lukas 18,33 | und sie werden ihn geißeln und töten, und am dritten Tag wird er wieder auferstehen. | --- sie ------ --- geißeln --- ------- und -- ------- Tag ---- -- wieder ------------ | --- --- werden --- -------- --- ------- und -- ------- --- ---- er ------ ------------ | Lukas 18,33 |
34 | Lukas 18,34 | Und sie verstanden nichts davon, und dieses Wort war ihnen zu geheimnisvoll, und sie begriffen das Gesagte nicht. | --- sie ---------- ------ davon, --- ------ Wort --- ----- zu -------------- --- sie --------- --- Gesagte ------ | --- --- verstanden ------ ------ --- ------ Wort --- ----- -- -------------- und --- --------- --- ------- nicht. | Lukas 18,34 |
35 | Lukas 18,35 | Es geschah aber, als er sich Jericho näherte, da saß ein Blinder am Weg und bettelte. | -- geschah ----- --- er ---- ------- näherte, -- ---- ein ------- -- Weg --- --------- | -- ------- aber, --- -- ---- ------- näherte, -- ---- --- ------- am --- --- --------- | Lukas 18,35 |
36 | Lukas 18,36 | Und als er die Menge vorüberziehen hörte, erkundigte er sich, was das sei. | --- als -- --- Menge -------------- ------- erkundigte -- ----- was --- ---- | --- --- er --- ----- -------------- ------- erkundigte -- ----- --- --- sei. | Lukas 18,36 |
37 | Lukas 18,37 | Da verkündeten sie ihm, dass Jesus, der Nazarener, vorübergehe. | -- verkündeten --- ---- dass ------ --- Nazarener, ------------- | -- ------------ sie ---- ---- ------ --- Nazarener, ------------- | Lukas 18,37 |
38 | Lukas 18,38 | Und er rief und sprach: Jesus, du Sohn Davids, erbarme dich über mich! | --- er ---- --- sprach: ------ -- Sohn ------- ------- dich ----- ----- | --- -- rief --- ------- ------ -- Sohn ------- ------- ---- ----- mich! | Lukas 18,38 |
39 | Lukas 18,39 | Und die vorangingen, geboten ihm, er solle schweigen; er aber rief noch viel mehr: Du Sohn Davids, erbarme dich über mich! | --- die ------------ ------- ihm, -- ----- schweigen; -- ---- rief ---- ---- mehr: -- ---- Davids, ------- ---- über ----- | --- --- vorangingen, ------- ---- -- ----- schweigen; -- ---- ---- ---- viel ----- -- ---- ------- erbarme ---- ----- ----- | Lukas 18,39 |
40 | Lukas 18,40 | Da blieb Jesus stehen und befahl, dass er zu ihm gebracht werde. Und als er herangekommen war, fragte er ihn | -- blieb ----- ------ und ------- ---- er -- --- gebracht ------ --- als -- ------------- war, ------ -- ihn | -- ----- Jesus ------ --- ------- ---- er -- --- -------- ------ Und --- -- ------------- ---- fragte -- --- | Lukas 18,40 |
41 | Lukas 18,41 | und sprach: Was willst du, dass ich dir tun soll? Er sprach: Herr, dass ich sehend werde! | --- sprach: --- ------ du, ---- --- dir --- ----- Er ------- ----- dass --- ------ werde! | --- ------- Was ------ --- ---- --- dir --- ----- -- ------- Herr, ---- --- ------ ------ | Lukas 18,41 |
42 | Lukas 18,42 | Und Jesus sprach zu ihm: Sei sehend! Dein Glaube hat dich gerettet. | --- Jesus ------ -- ihm: --- ------- Dein ------ --- dich --------- | --- ----- sprach -- ---- --- ------- Dein ------ --- ---- --------- | Lukas 18,42 |
43 | Lukas 18,43 | Und sogleich wurde er sehend und folgte ihm nach und pries Gott; und das ganze Volk, das dies sah, lobte Gott. | --- sogleich ----- -- sehend --- ------ ihm ---- --- pries ----- --- das ----- ----- das ---- ---- lobte ----- | --- -------- wurde -- ------ --- ------ ihm ---- --- ----- ----- und --- ----- ----- --- dies ---- ----- ----- | Lukas 18,43 |