Empfehlen Sie uns bitte weiter auf Facebook und Twitter:  Add to Facebook Tweet This


Deutsch 43-Johannes 013(Schl2000)

Anweisung: die Maus von links nach rechts bewegen um die Informationen zu erhalten. Gehe mit der Maus auf den zwischenräume um zu lernen ohne sehen.

Home

1

Johannes 13,1

Vor dem Passahfest aber, da Jesus wusste, dass seine Stunde gekommen war, aus dieser Welt zum Vater zu gehen: wie er die Seinen geliebt hatte, die in der Welt waren, so liebte er sie bis ans Ende.

--- dem ---------- ----- da ----- ------- dass ----- ------ gekommen ---- --- dieser ---- --- Vater -- ------ wie -- --- Seinen ------- ------ die -- --- Welt ------ -- liebte -- --- bis --- -----

--- --- Passahfest ----- -- ----- ------- dass ----- ------ -------- ---- aus ------ ---- --- ----- zu ------ --- -- --- Seinen ------- ------ --- -- der ---- ------ -- ------ er --- --- --- -----

Johannes 13,1


2

Johannes 13,2

Und während des Mahls, als schon der Teufel dem Judas, Simons Sohn, dem Ischariot, ins Herz gegeben hatte, ihn zu verraten,

--- während --- ------ als ----- --- Teufel --- ------ Simons ----- --- Ischariot, --- ---- gegeben ------ --- zu ---------

--- -------- des ------ --- ----- --- Teufel --- ------ ------ ----- dem ---------- --- ---- ------- hatte, --- -- ---------

Johannes 13,2


3

Johannes 13,3

da Jesus wusste, dass ihm der Vater alles in die Hände gegeben hatte und dass er von Gott ausgegangen war und zu Gott hinging,

-- Jesus ------- ---- ihm --- ----- alles -- --- Hände ------- ----- und ---- -- von ---- ----------- war --- -- Gott --------

-- ----- wusste, ---- --- --- ----- alles -- --- ------ ------- hatte --- ---- -- --- Gott ----------- --- --- -- Gott --------

Johannes 13,3


4

Johannes 13,4

stand er vom Mahl auf, legte sein Obergewand ab, nahm einen Schurz und umgürtete sich;

----- er --- ---- auf, ----- ---- Obergewand --- ---- einen ------ --- umgürtete -----

----- -- vom ---- ---- ----- ---- Obergewand --- ---- ----- ------ und ---------- -----

Johannes 13,4


5

Johannes 13,5

darauf goss er Wasser in das Becken und fing an, den Jüngern die Füße zu waschen und sie mit dem Schurz zu trocknen, mit dem er umgürtet war.

------ goss -- ------ in --- ------ und ---- --- den -------- --- Füße -- ------- und --- --- dem ------ -- trocknen, --- --- er --------- ----

------ ---- er ------ -- --- ------ und ---- --- --- -------- die ------ -- ------- --- sie --- --- ------ -- trocknen, --- --- -- --------- war.

Johannes 13,5


6

Johannes 13,6

Da kommt er zu Simon Petrus, und dieser spricht zu ihm: Herr, du wäschst mir die Füße?

-- kommt -- -- Simon ------- --- dieser ------- -- ihm: ----- -- wäschst --- --- Füße?

-- ----- er -- ----- ------- --- dieser ------- -- ---- ----- du -------- --- --- -------

Johannes 13,6


7

Johannes 13,7

Jesus antwortete und sprach zu ihm: Was ich tue, verstehst du jetzt nicht; du wirst es aber danach erkennen.

----- antwortete --- ------ zu ---- --- ich ---- --------- du ----- ------ du ----- -- aber ------ ---------

----- ---------- und ------ -- ---- --- ich ---- --------- -- ----- nicht; -- ----- -- ---- danach ---------

Johannes 13,7


8

Johannes 13,8

Petrus spricht zu ihm: Auf keinen Fall sollst du mir die Füße waschen! Jesus antwortete ihm: Wenn ich dich nicht wasche, so hast du keine Gemeinschaft mit mir.

------ spricht -- ---- Auf ------ ---- sollst -- --- die ------ -------- Jesus ---------- ---- Wenn --- ---- nicht ------- -- hast -- ----- Gemeinschaft --- ----

------ ------- zu ---- --- ------ ---- sollst -- --- --- ------ waschen! ----- ---------- ---- ---- ich ---- ----- ------- -- hast -- ----- ------------ --- mir.

Johannes 13,8


9

Johannes 13,9

Simon Petrus spricht zu ihm: Herr, nicht nur meine Füße, sondern auch die Hände und das Haupt!

----- Petrus ------- -- ihm: ----- ----- nur ----- ------- sondern ---- --- Hände --- --- Haupt!

----- ------ spricht -- ---- ----- ----- nur ----- ------- ------- ---- die ------ --- --- ------

Johannes 13,9


10

Johannes 13,10

Jesus spricht zu ihm: Wer gebadet ist, hat es nicht nötig, gewaschen zu werden, ausgenommen die Füße, sondern er ist ganz rein. Und ihr seid rein, aber nicht alle.

----- spricht -- ---- Wer ------- ---- hat -- ----- nötig, --------- -- werden, ----------- --- Füße, ------- -- ist ---- ----- Und --- ---- rein, ---- ----- alle.

----- ------- zu ---- --- ------- ---- hat -- ----- ------- --------- zu ------- ----------- --- ------- sondern -- --- ---- ----- Und --- ---- ----- ---- nicht -----

Johannes 13,10


11

Johannes 13,11

Denn er kannte seinen Verräter; darum sagte er: Ihr seid nicht alle rein.

---- er ------ ------ Verräter; ----- ----- er: --- ---- nicht ---- -----

---- -- kannte ------ ---------- ----- ----- er: --- ---- ----- ---- rein.

Johannes 13,11


12

Johannes 13,12

Nachdem er nun ihre Füße gewaschen und sein Obergewand angezogen hatte, setzte er sich wieder zu Tisch und sprach zu ihnen: Versteht ihr, was ich euch getan habe?

------- er --- ---- Füße --------- --- sein ---------- --------- hatte, ------ -- sich ------ -- Tisch --- ------ zu ------ -------- ihr, --- --- euch ----- -----

------- -- nun ---- ------ --------- --- sein ---------- --------- ------ ------ er ---- ------ -- ----- und ------ -- ------ -------- ihr, --- --- ---- ----- habe?

Johannes 13,12


13

Johannes 13,13

Ihr nennt mich Meister und Herr und sagt es mit Recht; denn ich bin es auch.

--- nennt ---- ------- und ---- --- sagt -- --- Recht; ---- --- bin -- -----

--- ----- mich ------- --- ---- --- sagt -- --- ------ ---- ich --- -- -----

Johannes 13,13


14

Johannes 13,14

Wenn nun ich, der Herr und Meister, euch die Füße gewaschen habe, so sollt auch ihr einander die Füße waschen;

---- nun ---- --- Herr --- -------- euch --- ------ gewaschen ----- -- sollt ---- --- einander --- ------ waschen;

---- --- ich, --- ---- --- -------- euch --- ------ --------- ----- so ----- ---- --- -------- die ------ --------

Johannes 13,14


15

Johannes 13,15

denn ein Vorbild habe ich euch gegeben, damit auch ihr so handelt, wie ich an euch gehandelt habe.

---- ein ------- ---- ich ---- -------- damit ---- --- so -------- --- ich -- ---- gehandelt -----

---- --- Vorbild ---- --- ---- -------- damit ---- --- -- -------- wie --- -- ---- --------- habe.

Johannes 13,15


16

Johannes 13,16

Wahrlich, wahrlich, ich sage euch: Der Knecht ist nicht größer als sein Herr, noch der Gesandte größer als der ihn gesandt hat.

--------- wahrlich, --- ---- euch: --- ------ ist ----- -------- als ---- ----- noch --- -------- größer --- --- ihn ------- ----

--------- --------- ich ---- ----- --- ------ ist ----- -------- --- ---- Herr, ---- --- -------- -------- als --- --- ------- ----

Johannes 13,16


17

Johannes 13,17

Wenn ihr dies wisst, glückselig seid ihr, wenn ihr es tut!

---- ihr ---- ------ glückselig ---- ---- wenn --- -- tut!

---- --- dies ------ ----------- ---- ---- wenn --- -- ----

Johannes 13,17


18

Johannes 13,18

Ich rede nicht von euch allen; ich weiß, welche ich erwählt habe. Doch muss die Schrift erfüllt werden: »Der mit mir das Brot isst, hat seine Ferse gegen mich erhoben«.

--- rede ----- --- euch ------ --- weiß, ------ --- erwählt ----- ---- muss --- ------- erfüllt ------- ----- mit --- --- Brot ----- --- seine ----- ----- mich ----------

--- ---- nicht --- ---- ------ --- weiß, ------ --- -------- ----- Doch ---- --- ------- -------- werden: ----- --- --- --- Brot ----- --- ----- ----- gegen ---- ----------

Johannes 13,18


19

Johannes 13,19

Jetzt sage ich es euch, ehe es geschieht, damit ihr glaubt, wenn es geschehen ist, dass ich es bin.

----- sage --- -- euch, --- -- geschieht, ----- --- glaubt, ---- -- geschehen ---- ---- ich -- ----

----- ---- ich -- ----- --- -- geschieht, ----- --- ------- ---- es --------- ---- ---- --- es ----

Johannes 13,19


20

Johannes 13,20

Wahrlich, wahrlich, ich sage euch: Wer den aufnimmt, den ich senden werde, der nimmt mich auf; wer aber mich aufnimmt, der nimmt den auf, der mich gesandt hat.

--------- wahrlich, --- ---- euch: --- --- aufnimmt, --- --- senden ------ --- nimmt ---- ---- wer ---- ---- aufnimmt, --- ----- den ---- --- mich ------- ----

--------- --------- ich ---- ----- --- --- aufnimmt, --- --- ------ ------ der ----- ---- ---- --- aber ---- --------- --- ----- den ---- --- ---- ------- hat.

Johannes 13,20


21

Johannes 13,21

Als Jesus dies gesagt hatte, wurde er im Geist erschüttert, und er bezeugte und sprach: Wahrlich, wahrlich, ich sage euch: Einer von euch wird mich verraten!

--- Jesus ---- ------ hatte, ----- -- im ----- ------------- und -- -------- und ------- --------- wahrlich, --- ---- euch: ----- --- euch ---- ---- verraten!

--- ----- dies ------ ------ ----- -- im ----- ------------- --- -- bezeugte --- ------- --------- --------- ich ---- ----- ----- --- euch ---- ---- ---------

Johannes 13,21


22

Johannes 13,22

Da sahen die Jünger einander an und wussten nicht, von wem er redete.

-- sahen --- ------- einander -- --- wussten ------ --- wem -- -------

-- ----- die ------- -------- -- --- wussten ------ --- --- -- redete.

Johannes 13,22


23

Johannes 13,23

Einer seiner Jünger aber, den Jesus liebte, hatte [bei Tisch] seinen Platz an der Seite Jesu.

----- seiner ------- ----- den ----- ------- hatte ---- ------ seinen ----- -- der ----- -----

----- ------ Jünger ----- --- ----- ------- hatte ---- ------ ------ ----- an --- ----- -----

Johannes 13,23


24

Johannes 13,24

Diesem winkt nun Simon Petrus, dass er forschen solle, wer es sei, von dem er rede.

------ winkt --- ----- Petrus, ---- -- forschen ------ --- es ---- --- dem -- -----

------ ----- nun ----- ------- ---- -- forschen ------ --- -- ---- von --- -- -----

Johannes 13,24


25

Johannes 13,25

Da lehnt sich jener an die Brust Jesu und spricht zu ihm: Herr, wer ist's?

-- lehnt ---- ----- an --- ----- Jesu --- ------- zu ---- ----- wer ------

-- ----- sich ----- -- --- ----- Jesu --- ------- -- ---- Herr, --- ------

Johannes 13,25


26

Johannes 13,26

Jesus antwortete: Der ist's, dem ich den eingetauchten Bissen geben werde. Und er taucht den Bissen ein und gibt ihn dem Judas, Simons Sohn, dem Ischariot.

----- antwortete: --- ------ dem --- --- eingetauchten ------ ----- werde. --- -- taucht --- ------ ein --- ---- ihn --- ------ Simons ----- --- Ischariot.

----- ----------- Der ------ --- --- --- eingetauchten ------ ----- ------ --- er ------ --- ------ --- und ---- --- --- ------ Simons ----- --- ----------

Johannes 13,26


27

Johannes 13,27

Und nach dem Bissen, da fuhr der Satan in ihn. Da spricht Jesus zu ihm: Was du tun willst, das tue bald!

--- nach --- ------- da ---- --- Satan -- ---- Da ------- ----- zu ---- --- du --- ------- das --- -----

--- ---- dem ------- -- ---- --- Satan -- ---- -- ------- Jesus -- ---- --- -- tun ------- --- --- -----

Johannes 13,27


28

Johannes 13,28

Es verstand aber keiner von denen, die zu Tisch saßen, wozu er ihm dies sagte.

-- verstand ---- ------ von ------ --- zu ----- ------- wozu -- --- dies ------

-- -------- aber ------ --- ------ --- zu ----- ------- ---- -- ihm ---- ------

Johannes 13,28


29

Johannes 13,29

Denn etliche meinten, weil Judas den Beutel hatte, sage Jesus zu ihm: Kaufe, was wir zum Fest benötigen!, oder er solle den Armen etwas geben.

---- etliche -------- ---- Judas --- ------ hatte, ---- ----- zu ---- ------ was --- --- Fest ------------ ---- er ----- --- Armen ----- ------

---- ------- meinten, ---- ----- --- ------ hatte, ---- ----- -- ---- Kaufe, --- --- --- ---- benötigen!, ---- -- ----- --- Armen ----- ------

Johannes 13,29


30

Johannes 13,30

Als nun jener den Bissen genommen hatte, ging er sogleich hinaus. Es war aber Nacht.

--- nun ----- --- Bissen -------- ------ ging -- -------- hinaus. -- --- aber ------

--- --- jener --- ------ -------- ------ ging -- -------- ------- -- war ---- ------

Johannes 13,30


31

Johannes 13,31

Als er nun hinausgegangen war, sprach Jesus: Jetzt ist der Sohn des Menschen verherrlicht, und Gott ist verherrlicht durch ihn!

--- er --- -------------- war, ------ ------ Jetzt --- --- Sohn --- -------- verherrlicht, --- ---- ist ------------ ----- ihn!

--- -- nun -------------- ---- ------ ------ Jetzt --- --- ---- --- Menschen ------------- --- ---- --- verherrlicht ----- ----

Johannes 13,31


32

Johannes 13,32

Wenn Gott verherrlicht ist durch ihn, so wird Gott auch ihn verherrlichen durch sich selbst, und er wird ihn sogleich verherrlichen.

---- Gott ------------ --- durch ---- -- wird ---- ---- ihn ------------- ----- sich ------- --- er ---- --- sogleich --------------

---- ---- verherrlicht --- ----- ---- -- wird ---- ---- --- ------------- durch ---- ------- --- -- wird --- -------- --------------

Johannes 13,32


33

Johannes 13,33

Kinder, nur noch eine kleine Weile bin ich bei euch. Ihr werdet mich suchen, und wie ich zu den Juden sagte: Wohin ich gehe, dorthin könnt ihr nicht kommen!, so sage ich es jetzt auch zu euch.

------- nur ---- ---- kleine ----- --- ich --- ----- Ihr ------ ---- suchen, --- --- ich -- --- Juden ------ ----- ich ----- ------- könnt --- ----- kommen!, -- ---- ich -- ----- auch -- -----

------- --- noch ---- ------ ----- --- ich --- ----- --- ------ mich ------- --- --- --- zu --- ----- ------ ----- ich ----- ------- ------ --- nicht -------- -- ---- --- es ----- ---- -- -----

Johannes 13,33


34

Johannes 13,34

Ein neues Gebot gebe ich euch, dass ihr einander lieben sollt, damit, wie ich euch geliebt habe, auch ihr einander liebt.

--- neues ----- ---- ich ----- ---- ihr -------- ------ sollt, ------ --- ich ---- ------- habe, ---- --- einander ------

--- ----- Gebot ---- --- ----- ---- ihr -------- ------ ------ ------ wie --- ---- ------- ----- auch --- -------- ------

Johannes 13,34


35

Johannes 13,35

Daran wird jedermann erkennen, dass ihr meine Jünger seid, wenn ihr Liebe untereinander habt.

----- wird --------- --------- dass --- ----- Jünger ----- ---- ihr ----- ------------- habt.

----- ---- jedermann --------- ---- --- ----- Jünger ----- ---- --- ----- untereinander -----

Johannes 13,35


36

Johannes 13,36

Simon Petrus spricht zu ihm: Herr, wohin gehst du? Jesus antwortete ihm: Wohin ich gehe, dorthin kannst du mir jetzt nicht folgen; du wirst mir aber später folgen.

----- Petrus ------- -- ihm: ----- ----- gehst --- ----- antwortete ---- ----- ich ----- ------- kannst -- --- jetzt ----- ------- du ----- --- aber ------- -------

----- ------ spricht -- ---- ----- ----- gehst --- ----- ---------- ---- Wohin --- ----- ------- ------ du --- ----- ----- ------- du ----- --- ---- ------- folgen.

Johannes 13,36


37

Johannes 13,37

Petrus spricht zu ihm: Herr, warum kann ich dir jetzt nicht folgen? Mein Leben will ich für dich lassen!

------ spricht -- ---- Herr, ----- ---- ich --- ----- nicht ------- ---- Leben ---- --- für ---- -------

------ ------- zu ---- ----- ----- ---- ich --- ----- ----- ------- Mein ----- ---- --- ---- dich -------

Johannes 13,37


38

Johannes 13,38

Jesus antwortete ihm: Dein Leben willst du für mich lassen? Wahrlich, wahrlich, ich sage dir: Der Hahn wird nicht krähen, bis du mich dreimal verleugnet hast!

----- antwortete ---- ---- Leben ------ -- für ---- ------- Wahrlich, --------- --- sage ---- --- Hahn ---- ----- krähen, --- -- mich ------- ---------- hast!

----- ---------- ihm: ---- ----- ------ -- für ---- ------- --------- --------- ich ---- ---- --- ---- wird ----- -------- --- -- mich ------- ---------- -----

Johannes 13,38