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Deutsch 59-Jakobus 002(Schl2000)

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1

Jakobus 2,1

Meine Brüder, verbindet den Glauben an unseren Herrn Jesus Christus, [den Herrn] der Herrlichkeit, nicht mit Ansehen der Person!

----- Brüder, --------- --- Glauben -- ------- Herrn ----- --------- [den ------ --- Herrlichkeit, ----- --- Ansehen --- -------

----- -------- verbindet --- ------- -- ------- Herrn ----- --------- ---- ------ der ------------- ----- --- ------- der -------

Jakobus 2,1


2

Jakobus 2,2

Denn wenn in eure Versammlung ein Mann käme mit goldenen Ringen und in prächtiger Kleidung, es käme aber auch ein Armer in unsauberer Kleidung,

---- wenn -- ---- Versammlung --- ---- käme --- -------- Ringen --- -- prächtiger --------- -- käme ---- ---- ein ----- -- unsauberer ---------

---- ---- in ---- ----------- --- ---- käme --- -------- ------ --- in ----------- --------- -- ----- aber ---- --- ----- -- unsauberer ---------

Jakobus 2,2


3

Jakobus 2,3

und ihr würdet euch nach dem umsehen, der die prächtige Kleidung trägt, und zu ihm sagen: Setze du dich hier auf diesen guten Platz!, zu dem Armen aber würdet ihr sagen: Bleibe du dort stehen, oder setze dich hier an meinen Fußschemel!

--- ihr ------- ---- nach --- -------- der --- ---------- Kleidung ------- --- zu --- ------ Setze -- ---- hier --- ------ guten ------- -- dem ----- ---- würdet --- ------ Bleibe -- ---- stehen, ---- ----- dich ---- -- meinen ------------

--- --- würdet ---- ---- --- -------- der --- ---------- -------- ------- und -- --- ------ ----- du ---- ---- --- ------ guten ------- -- --- ----- aber ------- --- ------ ------ du ---- ------- ---- ----- dich ---- -- ------ ------------

Jakobus 2,3


4

Jakobus 2,4

- würdet ihr da nicht Unterschiede unter euch machen und nach verwerflichen Grundsätzen richten?

- würdet --- -- nicht ------------ ----- euch ------ --- nach ------------- ------------ richten?

- ------- ihr -- ----- ------------ ----- euch ------ --- ---- ------------- Grundsätzen --------

Jakobus 2,4


5

Jakobus 2,5

Hört, meine geliebten Brüder: Hat nicht Gott die Armen dieser Welt erwählt, dass sie reich im Glauben würden und Erben des Reiches, das er denen verheißen hat, die ihn lieben?

------ meine --------- -------- Hat ----- ---- die ----- ------ Welt --------- ---- sie ----- -- Glauben ------- --- Erben --- -------- das -- ----- verheißen ---- --- ihn -------

------ ----- geliebten -------- --- ----- ---- die ----- ------ ---- --------- dass --- ----- -- ------- würden --- ----- --- -------- das -- ----- ---------- ---- die --- -------

Jakobus 2,5


6

Jakobus 2,6

Ihr aber habt den Armen verachtet! Sind es nicht die Reichen, die euch unterdrücken, und ziehen nicht sie euch vor Gericht?

--- aber ---- --- Armen ---------- ---- es ----- --- Reichen, --- ---- unterdrücken, --- ------ nicht --- ---- vor --------

--- ---- habt --- ----- ---------- ---- es ----- --- -------- --- euch -------------- --- ------ ----- sie ---- --- --------

Jakobus 2,6


7

Jakobus 2,7

Lästern sie nicht den guten Namen, der über euch ausgerufen worden ist?

-------- sie ----- --- guten ------ --- über ---- ---------- worden ----

-------- --- nicht --- ----- ------ --- über ---- ---------- ------ ----

Jakobus 2,7


8

Jakobus 2,8

Wenn ihr das königliche Gesetz erfüllt nach dem Schriftwort: »Du sollst deinen Nächsten lieben wie dich selbst!«, so handelt ihr recht;

---- ihr --- ----------- Gesetz -------- ---- dem ------------ ---- sollst ------ --------- lieben --- ---- selbst!«, -- ------- ihr ------

---- --- das ----------- ------ -------- ---- dem ------------ ---- ------ ------ Nächsten ------ --- ---- ---------- so ------- --- ------

Jakobus 2,8


9

Jakobus 2,9

wenn ihr aber die Person anseht, so begeht ihr eine Sünde und werdet vom Gesetz als öœbertreter verurteilt.

---- ihr ---- --- Person ------- -- begeht --- ---- Sünde --- ------ vom ------ --- öœbertreter -----------

---- --- aber --- ------ ------- -- begeht --- ---- ------ --- werdet --- ------ --- ------------- verurteilt.

Jakobus 2,9


10

Jakobus 2,10

Denn wer das ganze Gesetz hält, sich aber in einem verfehlt, der ist in allem schuldig geworden.

---- wer --- ----- Gesetz ------ ---- aber -- ----- verfehlt, --- --- in ----- -------- geworden.

---- --- das ----- ------ ------ ---- aber -- ----- --------- --- ist -- ----- -------- ---------

Jakobus 2,10


11

Jakobus 2,11

Denn der, welcher gesagt hat: »Du sollst nicht ehebrechen!«, hat auch gesagt: »Du sollst nicht töten!« Wenn du nun zwar nicht die Ehe brichst, aber tötest, so bist du ein öœbertreter des Gesetzes geworden.

---- der, ------- ------ hat: ---- ------ nicht -------------- --- auch ------- ---- sollst ----- --------- Wenn -- --- zwar ----- --- Ehe -------- ---- tötest, -- ---- du --- ------------- des -------- ---------

---- ---- welcher ------ ---- ---- ------ nicht -------------- --- ---- ------- »Du ------ ----- --------- ---- du --- ---- ----- --- Ehe -------- ---- -------- -- bist -- --- ------------- --- Gesetzes ---------

Jakobus 2,11


12

Jakobus 2,12

Redet und handelt als solche, die durch das Gesetz der Freiheit gerichtet werden sollen!

----- und ------- --- solche, --- ----- das ------ --- Freiheit --------- ------ sollen!

----- --- handelt --- ------- --- ----- das ------ --- -------- --------- werden -------

Jakobus 2,12


13

Jakobus 2,13

Denn das Gericht wird unbarmherzig ergehen über den, der keine Barmherzigkeit geübt hat; die Barmherzigkeit aber triumphiert über das Gericht.

---- das ------- ---- unbarmherzig ------- ----- den, --- ----- Barmherzigkeit ------ ---- die -------------- ---- triumphiert ----- --- Gericht.

---- --- Gericht ---- ------------ ------- ----- den, --- ----- -------------- ------ hat; --- -------------- ---- ----------- über --- --------

Jakobus 2,13


14

Jakobus 2,14

Was hilft es, meine Brüder, wenn jemand sagt, er habe Glauben, und hat doch keine Werke? Kann ihn denn dieser Glaube retten?

--- hilft --- ----- Brüder, ---- ------ sagt, -- ---- Glauben, --- --- doch ----- ------ Kann --- ---- dieser ------ -------

--- ----- es, ----- -------- ---- ------ sagt, -- ---- -------- --- hat ---- ----- ------ ---- ihn ---- ------ ------ -------

Jakobus 2,14


15

Jakobus 2,15

Wenn nun ein Bruder oder eine Schwester ohne Kleidung ist und es ihnen an der täglichen Nahrung fehlt,

---- nun --- ------ oder ---- --------- ohne -------- --- und -- ----- an --- ---------- Nahrung ------

---- --- ein ------ ---- ---- --------- ohne -------- --- --- -- ihnen -- --- ---------- ------- fehlt,

Jakobus 2,15


16

Jakobus 2,16

und jemand von euch würde zu ihnen sagen: Geht hin in Frieden, wärmt und sättigt euch!, aber ihr würdet ihnen nicht geben, was zur Befriedigung ihrer leiblichen Bedürfnisse erforderlich ist, was würde das helfen?

--- jemand --- ---- würde -- ----- sagen: ---- --- in -------- ------ und -------- ------ aber --- ------- ihnen ----- ------ was --- ------------ ihrer ---------- ------------ erforderlich ---- --- würde --- -------

--- ------ von ---- ------ -- ----- sagen: ---- --- -- -------- wärmt --- -------- ------ ---- ihr ------- ----- ----- ------ was --- ------------ ----- ---------- Bedürfnisse ------------ ---- --- ------ das -------

Jakobus 2,16


17

Jakobus 2,17

So ist es auch mit dem Glauben: Wenn er keine Werke hat, so ist er an und für sich tot.

-- ist -- ---- mit --- -------- Wenn -- ----- Werke ---- -- ist -- -- und ---- ---- tot.

-- --- es ---- --- --- -------- Wenn -- ----- ----- ---- so --- -- -- --- für ---- ----

Jakobus 2,17


18

Jakobus 2,18

Da wird dann einer sagen: »Du hast Glauben, und ich habe Werke. Beweise mir doch deinen Glauben aus deinen Werken, und ich werde dir aus meinen Werken meinen Glauben beweisen!«

-- wird ---- ----- sagen: ---- ---- Glauben, --- --- habe ------ ------- mir ---- ------ Glauben --- ------ Werken, --- --- werde --- --- meinen ------ ------ Glauben -----------

-- ---- dann ----- ------ ---- ---- Glauben, --- --- ---- ------ Beweise --- ---- ------ ------- aus ------ ------- --- --- werde --- --- ------ ------ meinen ------- -----------

Jakobus 2,18


19

Jakobus 2,19

Du glaubst, dass es nur einen Gott gibt? Du tust wohl daran! Auch die Dämonen glauben es - und zittern!

-- glaubst, ---- -- nur ----- ---- gibt? -- ---- wohl ------ ---- die -------- ------- es - --- zittern!

-- -------- dass -- --- ----- ---- gibt? -- ---- ---- ------ Auch --- -------- ------- -- - --- --------

Jakobus 2,19


20

Jakobus 2,20

Willst du aber erkennen, du nichtiger Mensch, dass der Glaube ohne die Werke tot ist?

------ du ---- --------- du --------- ------- dass --- ------ ohne --- ----- tot ----

------ -- aber --------- -- --------- ------- dass --- ------ ---- --- Werke --- ----

Jakobus 2,20


21

Jakobus 2,21

Wurde nicht Abraham, unser Vater, durch Werke gerechtfertigt, als er seinen Sohn Isaak auf dem Altar darbrachte?

----- nicht -------- ----- Vater, ----- ----- gerechtfertigt, --- -- seinen ---- ----- auf --- ----- darbrachte?

----- ----- Abraham, ----- ------ ----- ----- gerechtfertigt, --- -- ------ ---- Isaak --- --- ----- -----------

Jakobus 2,21


22

Jakobus 2,22

Siehst du, dass der Glaube zusammen mit seinen Werken wirksam war, und dass der Glaube durch die Werke vollkommen wurde?

------ du, ---- --- Glaube -------- --- seinen ------ ------- war, --- ---- der ------ ----- die ----- ---------- wurde?

------ --- dass --- ------ -------- --- seinen ------ ------- ---- --- dass --- ------ ----- --- Werke ---------- ------

Jakobus 2,22


23

Jakobus 2,23

Und so erfüllte sich die Schrift, die spricht: »Abraham aber glaubte Gott, und das wurde ihm als Gerechtigkeit angerechnet«, und er wurde ein Freund Gottes genannt.

--- so --------- ---- die -------- --- spricht: --------- ---- glaubte ----- --- das ----- --- als ------------- -------------- und -- ----- ein ------ ------ genannt.

--- -- erfüllte ---- --- -------- --- spricht: --------- ---- ------- ----- und --- ----- --- --- Gerechtigkeit -------------- --- -- ----- ein ------ ------ --------

Jakobus 2,23


24

Jakobus 2,24

So seht ihr nun, dass der Mensch durch Werke gerechtfertigt wird und nicht durch den Glauben allein.

-- seht --- ---- dass --- ------ durch ----- -------------- wird --- ----- durch --- ------- allein.

-- ---- ihr ---- ---- --- ------ durch ----- -------------- ---- --- nicht ----- --- ------- -------

Jakobus 2,24


25

Jakobus 2,25

Ist nicht ebenso auch die Hure Rahab durch Werke gerechtfertigt worden, da sie die Boten aufnahm und auf einem anderen Weg entließ?

--- nicht ------ ---- die ---- ----- durch ----- -------------- worden, -- --- die ----- ------- und --- ----- anderen --- ---------

--- ----- ebenso ---- --- ---- ----- durch ----- -------------- ------- -- sie --- ----- ------- --- auf ----- ------- --- ---------

Jakobus 2,25


26

Jakobus 2,26

Denn gleichwie der Leib ohne Geist tot ist, also ist auch der Glaube ohne die Werke tot.

---- gleichwie --- ---- ohne ----- --- ist, ---- --- auch --- ------ ohne --- ----- tot.

---- --------- der ---- ---- ----- --- ist, ---- --- ---- --- Glaube ---- --- ----- ----

Jakobus 2,26